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अकोट का अर्पण कासट ओपन में स्टेट टॉपर

एमएच सीईटी का नतीजा घोषित

* अमरावती के केशव राठी को 99.79 प्रतिशत
अमरावती/दि.12- अभियांत्रिकी प्रवेश परीक्षा एमएचसीईटी के आज ऑनलाइन घोषित नतीजे में अकोट के अर्पण संदीप कासट ने पूरे 100 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राज्य में सर्वप्रथम आने का कमाल किया है. सीईटी के नतीजे आज घोषित किए गए. जिसमें 28 विद्यार्थियों को 100 प्रतिशत अंक मिलने की जानकारी है. जिससे अर्पण कासट को ओपन केटेगिरी में स्टेट टॉपर बताया जा रहा है. अमरावती के केशव राठी ने कक्षा 12वीं की एग्जाम के बाद इस परीक्षा मेें भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 99.79 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है. लगातार विद्यार्थियों के बेहतरीन रैंकिंग के समाचार मिल रहे हैं.
* बहुमुखी प्रतिभा अर्पण को बनाना हैं चिकित्सक
अर्पण कासट अकोट के प्रसिद्ध बाल रोग तज्ञ डॉ. संदीप कासट का मेधावी सुपुत्र है. उनकी माताजी डॉ. रुपाली अमरावती के जाजू परिवार की बेटी और पेशे से दंत चिकित्सक है. अर्पण ने सीईटी में फिजिक्स में 100, कैमेस्ट्री में 99.98, बायलॉजी में 99.96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं. अनेक स्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन कर कई अवार्ड, ट्रॉफी जीती है. प्रधानमंत्री वैज्ञानिक योजना पुरस्कार में भी बढिया रैंकिंग प्राप्त करने वाले अर्पण ने जूनियर सायंस ओलम्पियाड और के्रस्ट ओलम्पियाड में शानदार रैंकिंग प्राप्त की. शतरंज में राष्ट्रीय स्तर पर 2 हजार वीं रैंकिंग प्राप्त अर्पण को चिकित्सक बनना है. उसने जेईई 99.70 प्रतिशत अंकों के साथ क्रैक की है. ऐसे ही शीघ्र ही मेडिकल प्रवेश की प्रवेश परीक्षा नीट का नतीजा आनेवाला है. बता दें कि अर्पण की बडी बहन अर्पिता यवतमाल में शासकीय महाविद्यालय में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की छात्रा है. लगातार एक के बाद एक उपलब्धी प्राप्त करनेवाले अर्पण की आइडल उनकी माताजी डॉ. रुपाली है. ऐसे ही वह अपनी सफलता का श्रेय सभी गुुरुजनों तथा माता-पिता को देता है. शतरंज के शौकीन अर्पण अकोट के बाबू जगजीवनराम महाविद्यालय का छात्र रहा है. उसकी अभिलाषा चिकित्सक बनने की है. अमरावती में जाजू परिवार के यहां अर्पण का ननिहाल है. राजेंद्र, मनीष, जयंत जाजू उनके मामाजी है.

* केशव राठी को बनना है इंजीनियर
मेडिकल कारोबारी भीकमचंद कल्याणमल राठी के सुपुत्र केशव ने सीईटी एग्जाम में 99.78 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है. कक्षा 12वीं के हाल में घोषित परीक्षाफल में भी केशव ने गुणवत्ता सूची में जगह बनाई. परिवार की मेधावी की परंपरा केशव ने कायम रखी है. उनके पिता भीकमचंद राठी 90 के दशक में मेरिट आए थे. उसी प्रकार दोनों बहनें सलोनी और राधा ने शानदार अकादमिक रेकॉर्ड के बाद चिकित्सक बनी हैं. सलोनी जहां होमियोपैथ की चिकित्सक है, राधा दंत चिकित्सक है. केशव बडा होकर इंजीनियर बनना चाहता है. उसकी बहन अपूर्वा ने पिछले वर्ष सीए की परीक्षा उत्तीर्ण कर क्वॉलिफाइ की है. जबकि भाई अपूर्व भी अध्ययनरत है. केशव अपनी सफलता का श्रेय दादीजी शांतादेवी, माता-पिता, चाचा पुरुषोत्तम और परिजनों को तथा गुरुजनों को देता है. अत्यंत सहज सरल स्वभाव के केशव को तरह-तरह के शाकाहारी व्यंजन खूब पसंद है.

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