कोंडेश्वर रोड के अलियाबाद की ईंट भट्टियां की जमींदोज
राजस्व विभाग ने मेडीकल कालेज को जमीन की हस्तांतरीत
* आज सुबह से कालेज के लिए आरक्षित की गई 25 एकड की ईंट भट्टियां हटाई
* ईंट भट्टी संचालको का लाखो रुपए का नुकसान
* राजस्व, पुलिस व मनपा प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई
* एक कारखाने सहित 8 ईंट भट्टी की ध्वस्त
* 25 झोपडियों सहित मजदूरो के कच्चे मकान भी गिराए
अमरावती/दि.26 – बडनेरा शहर से सटकर कोंडेश्वर रोड स्थित मौजा अलियाबाद के सर्वे नं. 9/1 की जगह शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के लिए आरक्षित होने के बाद आज इस परिसर की सभी ईंट भट्टी, एक कारखाना पूरी तरह जमींदोज कर दिया गया. राजस्व विभाग, पुलिस व मनपा प्रशासन की तरफ से संयुक्त रुप से यह कार्रवाई की गई. कार्रवाई करते ही राजस्व विभाग ने यह जगह मेडीकल कालेज को हस्तांतरीत कर दी. इस समय पुलिस का तगडा बंदोबस्त तैनात था. साथ ही ईंट भट्टी संचालक व क्षेत्र के नागरिक भी बडी संख्या में उपस्थित थे. इन ईंट भट्टियों को हटाने के बाद वहां की करीबन 25 झोपडियों और ईंट भट्टी पर काम करनेवाले मजदूरों की झोपडियों को भी जमींदोज कर दिया गया. प्रशासन की इस कार्रवाई से ईंट भट्टी संचालको का लाखो रुपए का नुकसान हुआ है.
जानकारी के मुताबिक कोंडेश्वर रोड स्थित मौजा अलियाबाद के सर्वे नंबर 9/1 की 25 एकड जगह शासकीय मेडीकल कालेज के लिए आरक्षित की गई है. पिछले 6 माह से इस ई-क्लास की जमीन पर पिछले 30 से 35 सालो से ईंट भट्टी का व्यवसाय करनेवाले संचालको को प्रशासन की तरफ से जगह खाली करने की 8 से 10 बार नोटिस दी गई थी. लेकिन इन सभी ईंट भट्टी संचालको ने न्यायालय में गुहार लगाई थी. हाल ही में उनकी याचिका न्यायालय में खारिज होने के बाद उन्होंने जिला व सत्र न्यायालय में अपील दायर की थी. लेकिन इस अर्जी पर आगामी 29 जुलाई को सुनवाई रखी गई थी. इसके पूर्व ही राजस्व विभाग ने पुलिस प्रशासन व मनपा के तोडू दस्ते की सहायता से आज शुक्रवार 26 जुलाई को सुबह 9.30 बजे से शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के लिए आरक्षित की गई अलियाबाद की इस जमीन को खाली करने की कार्रवाई शुरु की. इस 25 एकड की जमीन पर 8 ईंट भट्टी है. साथ ही सिमेंट की चौखट और वॉल कंपाऊंड बनाने का कारखाना भी है. साथ ही इन ईंट भट्टो पर काम करनेवाले मेलघाट के आदिवासी मजदूरों के झोपडियों के अलावा 25 परिवार की अन्य झोपडियां है. इन सभी को आज सुबह से हटाने की कार्रवाई पुलिस के तगडे बंदोबस्त में शुरु की गई. साथ ही राजस्व विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारी, पटवारी, मंडल अधिकारी व मनपा का तोडू दस्ता इस कार्रवाई में शामिल था. तहसीलदार विजय लोखंडे, नायब तहसीलदार टिना चव्हाण, मंडल अधिकारी संगीता जोगी, गावनेर, पटवारी गोपाल लांजेवार, मनपा के तोडू दस्ते के प्रमुख श्याम चवरे के अलावा मंडल अधिकारी राहुल वानखडे, पटवारी हेमंत गावंडे, इंगले, सोलंके, पाटिल मैडम, अंभोरे मैडम सहित करीबन राजस्व विभाग से 60 से 70 अधिकारी व कर्मचारी और 102 पुलिस जवान व 8 पुलिस अधिकारियों का दल इस कार्रवाई समय तैनात था. सुबह 9.30 बजे से शुरु हुई यह कार्रवाई दोपहर 3 बजे समाचार लिखे जाने तक शुरु थी. इस अवसर पर ईंट भट्टी के संचालक सहित क्षेत्र के नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे. सभी ईंट भट्टियां 5 जेसीबी की सहायता से पूरी तरह नष्ट किए जाने से ईंट भट्टी संचालको का लाखो रुपए का नुकसान हुआ. यहां के ईंट भट्टी संचालको ने बताया कि, एक-एक ईंट भट्टी पर उनका करीबन 5 से 6 लाख रुपए का माल था. बारिश के दिनों में मामला न्यायप्रविष्ठ रहने के बावजूद प्रशासन द्वारा अचानक कार्रवाई किए जाने से उनका काफी नुकसान हुआ है. साथ ही मेलघाट से आए मजदूरों की झोपडियां भी पूरी तरह नष्ट कर दी गई. ईंट भट्टी संचालको का कहना था कि, निचली अदालत में उनकी याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने इस फैसले को चुनौती देते हुए जिला सत्र न्यायालय में अपील की है. इस पर 29 जुलाई को सुनवाई होनेवाली थी. लेकिन इसके पूर्व ही प्रशासन ने यह कार्रवाई कर दी. कार्रवाई जारी रहते शासकीय मेडीकल कालेज के डीन के प्रतिनिधि को बुलाकर राजस्व विभाग ने संपूर्ण परिसर का निरीक्षण करवाकर उन्हें कार्रवाई के बाद यह जमीन हस्तांतरीत भी कर दी.
* अनेक दिनों से जारी थी प्रक्रिया
राज्य सरकार द्वारा अमरावती के लिए शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय की मंजूरी देने के बाद कालेज व अस्पताल के निर्माण के लिए कोंडेश्वर रोड स्थित मौजा अलियाबाद की सर्वे नंबर 9/1 की 25 एकड जमीन आरक्षित किए जाने के बाद वर्षो से यहां की ई-क्लास की जमीन पर ईंट भट्टी का व्यवसाय करनेवाले संचालको से इस अतिक्रमण को खाली करवाने की प्रक्रिया शुरु थी. इसके लिए उन्हें अब तक 8 से 10 बार नोटिस दिए गए थे. लेकिन ईंट भट्टी संचालको द्वारा न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से जगह खाली नहीं हो पाई थी. हाल ही में यहां की निचली अदालत में उनकी याचिका खारिज होने के बाद प्रशासन ने तत्काल यह कार्रवाई की.
* इन व्यवसायियों की थी ईंट भट्टियां
मौजा अलियाबाद के सर्वे नंबर 9/1 में कुल 8 ईंट भट्टी थी. इनमें दगडचंद गोठवाल, पवन मलिये, रामू मोरवाल, प्रवीण मोरवाल, फिरोज पटेल, मेहबूब खान, माधव गोंडाणे, महेश पारडे और साबिर शहा का समावेश था. इसके अलावा कुछ समय पूर्व ही गौरव ठाकुर ने भी अपनी ईंट भट्टी शुरु की थी और राजेश चांदेकर का यहां सिमेंट की चौखट और वॉल कंपाऊंड की प्लेट बनाने का कारखाना था. यह सभी आज जमींदोज कर दिए गए.
* 100 मजदूर करते थे ईंट भट्टो पर काम
ईंट भट्टी संचालक पवन मलिये ने अमरावती मंडल को बताया कि, उनके ईंट भट्टी पर मेलघाट, बडनेरा और अमरावती के 25 मजदूर काम करते थे. इसी तरह हर भट्टी पर मेलघाट के आदिवासी मजदूर काम पर थे और यहीं पर वे झोपडियां बनाकर रहते थे. 100 से 150 मजदूरों की झोपडियां भी इस कार्रवाई के दौरान बारिश जारी रहते उन्हें बाहर निकालकर जमींदोज कर दी गई. यह सभी मजदूर अब वापस अपने गांव परिवार के साथ लौटने में लगे हुए है.
* ईंट उठाने नहीं दिया समय
ईंट भट्टी संचालको का कहना था कि, हर ईंट भट्टी पर उनका कम से कम 5 से 6 लाख रुपए का माल था. आज जब इन सभी ईंट भट्टियों को तोडने के लिए राजस्व विभाग का दल पहुंचा तब उनसे नुकसान से बचने के लिए कुछ समय देने की मांग की गई थी. लेकिन अधिकारियों ने कोई बात न सुनते हुए पुलिस के तगडे बंदोबस्त में जेसीबी की सहायता से पूरी ईंट भट्टियों को नष्ट कर दिया.
* मेडीकल कालेज के डीन ने भेजा प्रतिनिधि
मौजा अलियाबाद की मेडीकल कालेज के लिए आरक्षित की गई यह 25 एकड जगह खाली करवाने के बाद मेडीकल कालेज को हस्तांतरीत भी तत्काल किया गया. इसके लिए शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अनिल बतरा ने अपने प्रतिनिधि डॉ. संजय मैदानकर को भेजा गया था. उन्हें पटवारी गोपाल लांजेवार ने मेडीकल कालेज के लिए आरक्षित संपूर्ण 25 एकड जगह का निरीक्षण करवाया और उन्हें यह जगह हस्तांतरीत की.
* ऐसा था पुलिस बंदोबस्त
मेडीकल कालेज के लिए आरक्षित कोंडेश्वर की इस जगह को खाली करवाने के लिए राजस्व विभाग ने कार्रवाई के दौरान पुलिस का तगडा बंदोबस्त रखा था. सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश पुंडकर के नेतृत्व में बडनेरा के थानेदार पुनित कुलट सहित तीन निरीक्षक, एपीआई व पीएसआई 12, पुलिस जवान 102 तैनात किए गए थे. इस बंदोबस्त में बडनेरा पुलिस स्टेशन सहित फ्रेजरपुरा, गाडगेनगर, नागपुरी गेट, नांदगांव पेठ पुलिस स्टेशन व मुख्यालय के जवान तथा शहर यातायात शाखा के जवान शामिल थे.
* पांच जेसीबी के साथ की गई कार्रवाई
आज सुबह 9.30 बजे से राजस्व प्रशासन 5 जेसीबी की सहायता से अलियाबाद की इन ईंट भट्टियों व झोपडपट्टीयों को हटाने की कार्रवाई शुरु की. यह कार्रवाई दोपहर तक लगातार जारी थी. इस कार्रवाई ईंट भट्टी संचालको का करीबन 25 से 30 लाख रुपए का नुकसान हुआ है.
* बिजली आपूर्ति भी काटी गई
ईंट भट्टियां और झोपडपट्टी हटाने की कार्रवाई शुरु करने के पूर्व प्रशासन द्वारा महावितरण कंपनी के कर्मचारियों को बुलाकर सर्वप्रथम मौजा अलियाबाद की संपूर्ण बिजली आपूर्ति खंडित कर काट दी गई. झोपडियों में रखा सामान भी सभी को तत्काल बाहर निकालने कहा. पश्चात इन झोपडियों को भी पूरी तरह तोड दिया गया.
* झोपडपट्टीवालो ने मांगा समय
शासकीय मेडीकल कालेज के लिए आरक्षित इस जमीन पर पिछले 20-25 सालो से 25 परिवार झोपडियों में रहते है. इन झोपडपट्टीवालो को भी राजस्व विभाग ने जमीन खाली कर देने कहा है. इन झोपडपट्टीवालो ने कुछ दिन का समय मांगा है. वहीं प्रशासन से उन्होंने अन्य स्थान पर जगह देने की मांग की है. वर्षो से यहां झोपडियां बनाकर रहनेवालो में गजानन ठाकुर, धनराज रांगढाले, महेंद्र देशमुख, पाताल परते, अर्जून धुर्वे, राज धुर्वे, ओमप्रकाश ठाकुर, पवन ठाकुर, कुणाल ठाकुर, रामकुंवर ठाकुर, आत्माराम उईके, आकाश उईके, बलदेव उईके, स्वप्नील यादव सहित अन्यो का समावेश है.
* भद्रा मारोती मंदिर के पास से है यह आरक्षित जमीन
शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के लिए कोंडेश्वर रोड पर मौजा अलियाबाद के सर्वे नं 9/1 की 25 एकड जगह भद्रा मारोती मंदिर से सटकर शुरु होती है. जो म्हाडा कालोनी तक है. यह पूरी जगह आज प्रशासन द्वारा खाली करवाई गई है.
* अब जमीन की होगी गिनती
सूत्रों ने बताया कि, राजस्व विभाग द्वारा शासकीय मेडीकल कालेज को यह 25 एकड जगह हस्तांतरीत करने के बाद अब भूमी अभिलेख कार्यालय की तरफ से इस जगह की गिनती की जाएगी और पश्चात यहां पर चारो तरफ से सुरक्षा दीवार के निर्माण का काम शुरु किया जाएगा.