जन्म प्रमाणपत्र मामले में अलिम पटेल ने की जिलाधीश से भेंट
कार्रवाई को बताया राजनीति से प्रेरित, जांच की मांग
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अमरावती/दि. 21 – विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गलत तरीके से जन्म प्रमाणपत्र बनाए जाने का मामला गूंज रहा है. साथ ही जिन लोगों के जन्म प्रमाणपत्र संबंधि दस्तावेजों में कोई भी त्रुटी पाई गई है उनके खिलाफ फौजदारी अपराध दर्ज करने हेतु तहसील प्रशासन द्वारा पुलिस विभाग को पत्र भेजा गया है. जिसके खिलाफ अब आवाजे उठनी शुरु हो गई है. इसी के तहत सेवानिवृत्त लेफ्टीनेंट कमांडर डॉ. अलिम पटेल ने गत रोज जिलाधीश से मुलाकात करते हुए इस विषय को लेकर चर्चा की तथा लाभार्थियों को कोई पूर्व सूचना दिए बिना सीधे फौजदारी मामला दर्ज करने की अनुशंका को पूरी तरह से गलत बताया.
इस समय पूर्व सैन्य अधिकारी डॉ. अलिम पटेल ने तहसील प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के पीछे राजनीतिक दबाव रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि, यदि जन्म दाखिले हेतु फर्जी दस्तावेज पेश किए गए थे, तो दस्तावेजों की पडताल किए बिना तहसील कार्यालय ने जन्म प्रमाणपत्र कैसे जारी किए, इस मामले में सीधी गलती तहसीलदार व नायब तहसीलदार की है. अत: इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए. साथ ही डॉ. पटेल का यह भी कहना रहा कि, यदि किसी जन्म दाखिले के संदर्भ में कोई त्रुटी पाई गई है तो संबंधित लाभार्थी को बुलाकर उसका पक्ष जानना चाहिए और इसके बाद भी दोषी पाए जाने पर नियमानुसार जांच करते हुए अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया की जानी चाहिए. परंतु ऐसा करने की बजाए सर्वसामान्य को नाहक ही तकलीफ दी जा रही है. ऐसे में इस पूरे मामले की जांच करते हुए संबंधितों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए. इस समय आझाद समाज पार्टी के किरण गुडधे व अंसार बेग भी उपस्थित थे.