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नायब तहसीलदारों द्वारा जारी सभी जन्म प्रमाणपत्र हों रद्द

भाजपा नेता किरीट सोमैया ने उठाई मांग

* आज एक बार फिर अमरावती पहुंचे सोमैया
* एसपी कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों संग की बैठक
अमरावती/दि.18 – राज्य सरकार द्वारा जन्म-मृत्यु पंजीयन प्रमाणपत्र अधिनियम में संशोधन करते हुए तहसीलदारों को विलंबित जन्म प्रमाणपत्र जारी करने के अधिकार दिए गए थे. जिसका दुरुपयोग करते हुए कई तहसील कार्यालयों के नायब तहसीलदारों द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अवैध तरीके से विलंबित जन्म प्रमाणपत्र जारी किए गए और इस बात का फायदा उठाते हुए कई बाहरी लोगों ने नायब तहसीलदारों के जरिए खुद के लिए विलंबित जन्म प्रमाणपत्र हासिल किए है, यह बात जांच के दौरान लगभग स्पष्ट हो गई है. ऐसे में नायब तहसीलदारों द्वारा जारी सभी विलंबित जन्म प्रमाणपत्रों को तुरंत खारिज किया जाना चाहिए, इस आशय की मांग आज एक बार फिर अमरावती के दौरे पर पहुंचे भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया द्वारा उठाई गई.
विलंबित जन्म प्रमाणपत्रों के जारी होने में जबरदस्त घोटाला व गडबडी होने का आरोप लगाते हुए समूचे राज्य में सनसनी मचा देनेवाले भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया आज इसी मुद्दे पर चर्चा करने हेतु अमरावती पहुंचे तथा उन्होंने ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी विशाल आनंद, अमरावती शहर के पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल, निवासी उपजिलाधीश अनिल भटकर व अमरावती के तहसीलदार विजय लोखंडे के साथ करीब एक से डेढ घंटे तक चर्चा की. जिसके बाद अपनी इस मुलाकात और अधिकारियों के संग हुई चर्चा के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए भाजपा नेता किरीट सोमैया ने बताया कि, अमरावती सहित यवतमाल, अकोला व नागपुर जिलो की 32 तहसीलो में नायब तहसीलदारों द्वारा 14 हजार 762 के आसपास आवेदनों की पडताल करते हुए जन्म प्रमाणपत्र जारी किए गए है. जबकि नायब तहसीलदारों को विलंबित जन्म प्रमाणपत्र जारी करने का कोई अधिकार ही नहीं दिया गया है. ऐसे में नायब तहसीलदारों द्वारा जारी जन्म प्रमाणपत्रों को पूरी तरह से अवैध कहा जा सकता है. अत: ऐसे 14,762 जन्म प्रमाणपत्रों को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए. इस समय भाजपा नेता किरीट सोमैया ने बताया कि, उनके द्वारा इस मुद्दे की ओर ध्यान दिलाए जाने पर अकोला के जिलाधीश कार्यालय द्वारा अकोला जिले में नायब तहसीलदारों की ओर से जारी सभी जन्म प्रमाणपत्रों को तुरंत खारिज करने का निर्णय लिया गया. इसी तरह का निर्णय अमरावती सहित अन्य जिलो में भी लिया जाना चाहिए.
* अमरावती व अंजनगांव में बढ सकती है आरोपियों की संख्या
इस समय मीडिया कर्मियों से संवाद साधते हुए भाजपा नेता किरीट सोमैया ने बताया कि, उनके द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद अमरावती शहर सहित अंजनगांव तहसील क्षेत्रों में कई लोगों के विलंबित जन्म प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए. जिसके चलते ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस थानो में अपराधिक मामले दर्ज किए गए है और अब जल्द ही अन्य कुछ लोगों के खिलाफ भी ऐसे मामले दर्ज हो सकते है. जिसकी वजह से ऐसे मामलों में आरोपियों की संख्या बढ सकती है. साथ ही ऐसे मामलो में मिलिभगत रखनेवाले तहसील कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भी कडी कार्रवाई होनी चाहिए और ऐसे लोगों को गिरफ्तार भी किया जाना चाहिए.
* अमरावती के जिलाधीश नहीं कर रहे सहयोग
मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान भाजपा नेता किरीट सोमैया ने एक बार फिर दोहराया कि, फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले की जांच को लेकर अमरावती के जिलाधीश सौरभ कटियार का रवैया बिलकुल भी सहयोगात्मक नहीं है और अमरावती के जिलाधीश द्वारा इस मामले में टालमटोल वाली नीति को अपनाया जा रहा है. ताकि फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में लिप्त रहनेवाले राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को बचाया जा सके. ऐसे में उन्होंने सीधे केंद्र सरकार से अमरावती के जिलाधीश के व्यवहार को लेकर शिकायत की है.

* औरंगजेब का महिमामंडन नहीं करेंगे बर्दाश्त
इस समय मुगल शहंशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर समूचे राज्य में अच्छा-खासा राजनीतिक घमासान मचा हुआ है और इसी मुद्दे को लेकर गत रोज नागपुर में हिंसा भी भडकी थी, जिसे लेकर पूछे गए सवाल पर जवाब देते हुए भाजपा नेता किरीट सोमैया का कहना रहा कि, औरंगजेब अव्वल दर्जे का क्रूर शासक था. इस बात से कोई भी इंकार नहीं कर सकता. लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग औरंगजेब का महिमामंडन करते हुए उसे किसी नायक के तौर पर पेश करना चाहते है. जिसे मान्य करना तो दूर हम बर्दाश्त भी नहीं कर सकते. साथ ही सोमैया ने यह भी कहा कि, औरंगजेब की कब्र एक अतिसंरक्षित वास्तू है. जिसके संरक्षण की जिम्मेदारी राज्य सरकार पर है. अत: सरकार में शामिल मंत्रियों ने इस विषय के संदर्भ में संभलकर और संतुलित बयान देने चाहिए. साथ ही औरंगजेब की कब्र को लेकर कोई राजनीति भी नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति या समूह इस मुद्दे को लेकर गुंडागिरी या भाईगिरी करने का प्रयास करता है तो इसे भी बिलकुल बर्दाश्त नहीं करना चाहिए. इसके अलावा मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र के मुद्दे पर शिवसेना उबाठा के सांसद संजय राऊत द्वारा दिए गए बयान की ओर ध्यान दिलाए जाने पर भाजपा नेता सोमैया ने कहा कि, संजय राऊत एक ऐसे नेता है जो रोजाना सुबह किसी न किसी बेमतलब वाले मुद्दे को लेकर बिना वजह की बकवास करते है. अत: ऐसे लोगों के बयानों पर ध्यान ही नहीं दिया जाना चाहिए. साथ ही सोमैया ने नागपुर में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार रहनेवाले लोगों के खिलाफ कडी कार्रवाई किए जाने की मांग भी उठाई.

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