अमरावती/प्रतिनिधि दि. ३० -कोरोना आने के कारण अथवा जिन नागरिको को कोरोना हो गया था. उन्हें पटाखे की धूल के कारण वायु प्रदूषण हो सकता है. इस बात को ध्यान में रखकर नागरिक इस वर्ष पटाखे फोडऩा टाले. उसके ऐवज में लाइटे लगाकर उत्सव उत्साह से मनाए, ऐसा आवाहन अमरावती महानगरपालिका की ओर से सभी नागरिको से कहा गया है.
अमरावती महानगर पालिका क्षेत्र के सभी नागरिक यह उत्सव मनाते समय आवश्यक रूप से पटाखे फोडना टाले. इन पटाखों में लिथीयम, आरसेनिक, बेरियम, लिड, कॅडमियम, पोटेशियम कार्बोनेट, पोटेशियम सल्फेट, पोटेशियम सल्फाईड, मेटल ऑक्साईड, क्लोराईट, डायऑक्सीन, सल्फर जैसे घातक व हानिकारक रसायनिक पदार्थ होते है. इन पटाखों से त्वचा , श्वसन व आंखों के विकार हो सकते है. पटाखे फोडने के कारण ध्वनि, हवा, प्रदूषण होता . अधिक क्षमता के पटाखे फोडने पर तेजी से ध्वनि प्रदूषण होकर कान के विकार हो सकते हैे. इन बातों को ध्यान में रखकर पटाखे का उपयोग मनुष्य के लिए तथा सजीव सृष्टि के लिए अत्यंत हानिकारक है. विस्फोटक अधिनियम १८८४ व उस अंतर्गत तैयार किए गये विस्फोटक नियम २००८ में विविध प्रतिबंध व नियम पर अमल पटाखा बिक्री लायसेंस धारको को करना आवश्यक है.