अमरावतीविदर्भ

सभी परीक्षाएं ऑनलाईन ही होगी

सरकार ने खारिज की अमरावती विद्यापीठ की भुमिका

  • विद्यापीठ ऑफलाईन परीक्षा लेना चाह रहा था

अमरावती/दि.९ – अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष की परीक्षा को छोडकर अन्य पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षा को कालेजों में ऑफलाईन पध्दति से लेने के संदर्भ में संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ द्वारा लिये गये निर्णय को राज्य सरकार ने अमान्य कर दिया है और विद्यापीठ द्वारा भेजे गये प्रस्ताव को खारिज करते हुए परीक्षाओं को ऑनलाईन पध्दति से ही लिये जाने के संदर्भ में निर्देश जारी किया है. ऐसी जानकारी सामने आयी है.

बता दें कि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए वर्ष २०१९-२० के शैक्षणिक सत्र में पदवी पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षा सभी नियमों का पालन करते हुए सहज व सरल ढंग से लेने का निर्णय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की विद्वत्त परिषद की शनिवार को हुई बैठक में लिया गया था. जिसके तहत १५ से ३० सितंबर के दौरान सभी शाखाओं के अंतिम वर्ष की प्रात्यक्षिक परीक्षा तथा अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में लिखित परीक्षा लेने के निर्णय पर मुहर लगायी गयी. सभी शाखाओं के अंतिम वर्ष की परीक्षा हेतु प्रात्यक्षिक परीक्षाएं ऑनलाईन पध्दति से महाविद्यालय स्तर पर लेने का फैसला किया गया. साथ ही लिखित परीक्षा को भी सभी नियमों का पालन करते हुए संबंधित महाविद्यालयों में ही ऑफलाईन तरीके से लेने की बात तय की गई. इसमें भी इस परीक्षा के लिए दो चरण तय किये गये. जिसके तहत पहले चरण के तहत परीक्षा देने में असमर्थ रहनेवाले विद्यार्थियोें को दूसरे चरण में परीक्षा देने की सुविधा दी जानी थी. इसके अलावा विद्यापीठ परिक्षेत्र के विद्यार्थियों को अपने आवासीय क्षेत्र के पास स्थित महाविद्यालयों में परीक्षा देने की छूट दी जानी थी. साथ ही लिखीत परीक्षा में प्रत्येक विषय का प्रश्नपत्र हल करने हेतु दो घंटे की अवधि देना तय किया गया था. जिसमें विद्यार्थियों को कुल प्रश्नों में से केवल तीन प्रश्नोें के ही जवाब लिखने थे. विद्वत्त परिषद द्वारा लिये गये इस फैसले के चलते सभी विद्यार्थियों को अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होने का अवसर मिलना तय था और विद्वत्त परिषद द्वारा दिये गये सुझाव पर कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर की अध्यक्षता में व्यवस्थापन व परीक्षा मूल्यांकन समिति की सभा में अंतिम निर्णय लेते हुए इसे प्रस्ताव के तौर पर राज्य सरकार के पास भेजा गया था.

जानकारी है कि, अमरावती विद्यापीठ द्वारा भेजे गये इस प्रस्ताव को राज्य की आपत्ति व्यवस्थापन समिती द्वारा पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है. साथ ही विद्यापीठ को स्पष्ट निर्देश दिये गये है कि, किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा देने हेतु महाविद्यालय में न बुलाया जाये और विद्यार्थियों के स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा ऑनलाईन पध्दति से ही ली जाये. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, समूचे राज्य में केवल संगाबा अमरावती विवि द्वारा ही विद्यार्थियों के हितों व सुविधा को देखते हुए परीक्षा का बेहतरीन नियोजन किया गया था और इसे लेकर आवश्यक तैयारियां भी शुरू कर दी गई थी. किंतु सरकार द्वारा दिये गये निर्देश के चलते अब विद्यापीठ को परीक्षा के संदर्भ में नये सिरे से शुरूआत करनी होगी.

इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क का प्रयास किये जाने पर संगाबा अमरावती विवि के कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर तथा परीक्षा व मूल्यांकन मंडल के संचालक डॉ. हेमंत देशमुख से संपर्क नहीं हो पाया.

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