अमरावती

पांचों प्रभावित परिवारों को मिले न्याय

रविंद्र परमार की पत्नी शिल्पी परमार ने लगायी गुहार

* कोतवाली पहुंचकर दर्ज करायी अपनी शिकायत
* मामला राजेंद्र लॉज की इमारत ढहने से हुई पांच मौतों का
अमरावती/दि.5- राजेंद्र लॉज की इमारत ढहने की वजह से पांच लोगों की मौत हो जाने के लिए राजेंद्र लॉज के मालिक राहुल राजेंद्र जैन, राजदीप स्टोर्स के संचालक हर्षल भारत शाह के साथ ही ठेकेदार अब्दुल साजीद अब्दुल अजीज, इंजीनियर विनोद बोरा तथा मनपा आयुक्त जिम्मेदार है. अत: इन सभी के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करते हुए कडी कार्रवाई की जाये और हादसे का शिकार हुए पांचों परिवार को न्याय दिलाया जाये. इस आशय की गुहार हादसे का शिकार हुए रविंद्र परमार की पत्नी शिल्पी परमार ने गत रोज सिटी कोतवाली पुलिस थाने पहुंचकर लगायी.
अपने दोनों बच्चों तथा परिजनों सहित परिसर के नागरिकों सहित कोतवाली पहुंची शिल्पी परमार ने थानेदार निलीमा आरज से मुलाकात करते हुए कहा कि, राजेंद्र लॉज की इमारत बेहद जर्जर और खस्ताहाल हो चुकी थी. लेकिन इसे जानबूझकर नहीं गिराया जा रहा था. उनके पति राजदीप एम्पोरियम में मैनेजर के तौर पर काम करते थे और मालिक के कहने पर उन्होंने वहां कुछ मजदूरोें के साथ दुरूस्ती का काम करना शुरू किया था. लेकिन दुरूस्ती का काम करते समय पूरी तरह से जर्जर हो चुकी इमारत ढह गई और मलबे में दब जाने की वजह से उनके पति के साथ ही वहां काम कर रहे चार मजदूरों की भी मौत हो गई. इस घटना के लिए जितने जिम्मेदार लॉज के मालिक है, उतने ही जिम्मेदार मनपा अधिकारी भी है. जिन्होंने बार-बार इस इमारत को गिराना टाले रखा. अत: इन सभी लोगों के खिलाफ भी सदोष मनुष्य वध का अपराध दर्ज किया जाना चाहिए.
* चार माह में क्या कुछ हुआ, मुझे सब पता है
इसके साथ ही शिल्पी परमार ने यह भी कहा कि, विगत चार माह के दौरान राजेंद्र लॉज की इमारत को लेकर क्या कुछ हो रहा था, इस बात की उन्हें पूरी जानकारी है और इस हादसे के लिए हकीकत में कौन जिम्मेदार है, यह भी उन्हें पता है और यह सारी बातें वे सभी के सामने रखना चाहती है. इस समय शिल्पी परमार ने मीडिया के साथ भी बातचीत की और कहा कि, इस हादसे का शिकार हुए सभी लोग मध्यमवर्गीय पृष्ठभुमि से वास्ता रखते थे और अपना-अपना घर-परिवार चलाने के लिए काम कर रहे थे. इस हादसे में पांच परिवारों के कर्ता पुरूषों को छीन लिया है. ऐसे में उनके सहित अन्य चार लोगों के परिवारों को भी न्याय मिलना चाहिए.
यह शिकायत देते समय शिल्पी परमार के साथ उनकी मां गीताबेन जाला, भाई सिध्दार्थ जाला, बेटे साहिल व सागर परमार, देवर प्रकाश परमार, प्रताप परमार, कल्पना परमार, पूनम परमार, प्रीति परमार, भरत परमार, जया जोटंगिया, नविन सोनी, अनुपम ठाकुर, रोहित भट्टी, अमित शर्मा, विशाल ठाकरे, मोरेश्वर द्रव्यकार, शुक्राचार्य माने, भाग्यश्री ठाकरे, रोहित तन्ना, विशाल देशमुख, सचिन जाधव, महेश श्रीखंडकर, सूरज कोठारे सहित साई हैरिटेज सोसायटी के निवासी भी उपस्थित थे.
परमार परिवार का निवेदन सुनने के बाद कोतवाली की थानेदार निलीमा आरज ने उन्हें बताया कि, किसी भी मामले को लेकर एक ही एफआईआर दर्ज की जाती है और इस मामले में मनपा की ओर से पहले ही एक एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. ऐसे में अब पुलिस द्वारा परमार परिवार का स्टेटमेंट लेकर उसे इस एफआईआर के साथ संलग्न करेगी.

* मृतक देवा का परिवार भी पहुंचा थाने
वही इस समय राजेंद्र लॉज हादसे का शिकार हुए देवा वाटकर के पिता हरिश्चंद्र श्यामराव वाटकर तथा बहन प्रिया देवराव नशेकर ने भी परमार परिवार के साथ कोतवाली थानपे पहुंचकर थानेदार निलीमा आरज से मुलाकात की और खुद को न्याय दिलाये जाने की गुहार लगायी. वाटकर परिवार का कहना रहा कि, लॉज मालिक व प्रशासनिक अधिकारियों की आपसी मिलीभगत की वजह से घटित हुए इस हादसे ने उनके परिवार के भरण-पोषण का इकलौता सहारा छिन लिया है. अत: जिसके चलते अब उनका परिवार भूखमरी का शिकार हो जायेगा. अत: उनके परिवार को न्याय दिलाया जाये.

 

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