पुरानी पेंशन को लेकर सभी शासकीय कर्मचारी हडताल पर
कार्यालयों में सन्नाट, जिला परिषद के कर्मचारी हडताल में शामिल नहीं
अमरावती/दि. 14 – पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर सरकारी व अर्ध सरकारी कर्मचारियों की राज्यव्यापी बेमियादी हडताल आज से शुरु हो गई है. अमरावती के सभी शासकीय कार्यालयों के कर्मचारी आज से हडताल पर रहने के कारण सभी विभागो के कार्यालयों में सन्नाटा रहा. कर्मचारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते नजर आए.
पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर शासकीय कर्मचारियों की विविध संगठना पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही है. नागपुर शितकालीन अधिवेशन जारी रहने से कर्मचारियों ने विधिमंडल पर भव्य मोर्चा भी निकाला था. राज्य शासन द्वारा मांग मंजूर न करने पर 14 दिसंबर से राज्यव्यापी बेमियादी हडताल शुरु करने की चेतावनी दी थी. इसके तहत आज से सभी शासकीय कार्यालय के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने हडताल शुरु कर दिया है. जिलाधिकारी कार्यालय में अमरावती जिला राजस्व कर्मचारी संगठना के बैनरतले 125 कर्मचारी हडताल पर है. इन कर्मचारियों ने आज जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया. ‘एकच मिशन जुनी पेंशन’ के जोरदार नारे लगाए. जिलाधिकारी कार्यालय के सभी कर्मचारी हडताल पर रहने से सभी कार्यालयों में सन्नाटा था. इस कारण आम नागरिकों को कार्यालय में आने के बाद खाली हाथ वापस लौटना पडा. जिलाधिकारी कार्यालय में संगठना के अध्यक्ष ब्रिजेश वस्तानी, उपाध्यक्ष अंबादास काकडे, सचिव रामानंद सरस्वती, महिला प्रतिनिधि माधुरी सगणे, श्रद्धा देशमुख, वर्षा राठोड के नेतृत्व में यह आंदोलन जारी है.
विभागीय आयुक्त कार्यालय के 290 कर्मचारी हडताल पर
विभागीय आयुक्त कार्यालय व वस्तु व सेवाकर (जीएसटी) विभाग के कुल 290 कर्मचारी व अधिकारी हडताल पर है. जीएसटी विभाग के 50 अधिकारी व 150 कर्मचारी तथा विभागीय आयुक्त कार्यालय के राजस्व विभाग के 90 कर्मचारी हडताल पर है. जीएसटी विभाग के कर्मचारी शरद ढले, विपिन धांडे और नीलेश पवार के नेतृत्व में हडताल पर है. वहीं विभागीय आयुक्त कार्यालय के समन्वय समिति के अध्यक्ष उद्धव काले, सचिव संतोष नटवे, कार्याध्यक्ष शरद लोणारे, सहसचिव सुजन सोलंके के नेतृत्व में कर्मचारी हडताल पर है.
विभागीय सहनिबंधक सहकारी संस्था के 30 कर्मचारी हडताल पर
स्थानीय विभागीय सहनिबंधक सहकारी संस्था के 30 कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर हडताल में शामिल हुए है. महाराष्ट्र राज्य सहकार खाता गट-क कर्मचारी संगठना के जिलाध्यक्ष सत्यजीत पोले, उपाध्यक्ष शिल्पा कोल्हे, विजय अंबाडेकर, सचिव आशिष गुल्हाने के नेतृत्व में इन कर्मचारियों ने अपने कार्यालय के सामने हडताल शुरु कर दी है. इस कारण डीडीआर ऑफीस में सन्नाटा था.
एसपी ऑफीस के मंत्रालयीन कर्मचारी हडताल पर
राज्य सरकारी कर्मचारी मध्यवर्ती संगठना संलग्नित जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मंत्रालयीन कर्मचारी संगठना के 55 कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर राज्यव्यापी बेमियादी हडताल में शामिल हुए है. एसपी ऑफीस के सामने पंडाल डालकर इन कर्मचारियों ने अपनी हडताल शुरु की है. इन कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर जोरदार नारे भी लगाए. हडताल पर गए कर्मचारियों में अमोल पाथरे, गणेश चरडे, प्रकाश करंडे, ज्योती चोरे, मंदा कडू, शैलेश टेवरे, अरविंद कोठेकर, सुभाष राऊत, मनिष ठाकरे, अनिता पुंड, अभिजीत हजारे, नम्रता ठाकरे, दिपाली पागृत, मनिषा तायडे, स्वाती कुकडे, रविंद्र नंदनवार, श्याम साबले, प्रशांत कडू, पंकज गिरी, सुनंदा आंबेकर, मंगला इंगले समेत अन्यो का समावेश था.
पुलिस आयुक्तालय के कर्मचारी भी हडताल पर
शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय के पुलिस कार्यालयीन कर्मचारी संगठना के 42 कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर हडताल पर है. संगठना के अध्यक्ष नीलेश विंचूरकर के नेतृत्व में नामदेव कुरवाडे, अभय देशमुख, जुबेर खान, विलास वलके, मंदा धवसे, संगीता वासनिक, संगीता तायडे, मयूर वर्मा, नीलेश मेहरे, तनवीर शाह, राहुल जटाले, अंकुश ठाकरे, नीलेश गवरले, गजानन रायके, संजय सपकाल सहित अन्य कर्मचारी हडताल पर है. इन कर्मचारियों ने पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
जिला अस्पताल के कर्मचारी भी हडताल में शामिल
पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के कर्मचारी भी हडताल पर रहने से स्वास्थ सेवा का अभाव इन सरकारी अस्पतालो में देखने मिला. अस्पताल में आपातसेवा शुरु थी. शहर के इन तीनों सरकारी अस्पताल के अलावा जिले के ग्रामीण व उपजिला अस्पताल के करीबन 1500 से दो हजार कर्मचारी हडताल पर रहने से आम नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पडा. सभी सरकारी अस्पतालो के सामने कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी करते हुए तीव्र प्रदर्शन किया.