अमरावती

बर्ड फ्ल्यू को लेकर तमाम सतर्कता बरती जाये

पालकमंत्री एड. ठाकुर (Yashomati Thakur) ने दिये उपाययोजनाओें को लेकर निर्देश

  • जलद जांच करने हेतु 14 क्विक रिस्पॉन्स टीम गठित होगी

अमरावती/दि.12 – जिले में कहीं पर भी बर्ड फ्ल्यू सदृश्य परिस्थिति की अब तक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसके बावजूद अन्य जिलों से मिल रही खबरों को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर सतर्कता बरतना और प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं को लागू करना बेहद आवश्यक है. अत: जिला प्रशासन तुरंत आवश्यक कदम उठाना शुरू करे. इस आशय का निर्देश पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर द्वारा सोमवार को जारी किये गये. जिसके अनुसार पशु संवर्धन विभाग द्वारा जिले में 14 तहसील स्तरीय रैपीड रिस्पॉन्स टीम का गठन करते हुए नियमित जांच शुरू करने के निर्देश जारी किये गये है.
गत रोज जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के निर्देशानुसार जिलाधीश कार्यालय में जिला झूनॉटिक डिसीस नियंत्रण समिती की एक बैठक हुई. अपर जिलाधीश रामदास सिध्दभट्टी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में निवासी उपजिलाधीश डॉ. नितीन व्यवहारे, जिला पशु संवर्धन उपायुक्त मोहन गोहत्रे, डॉ. राधेश्याम बहादुरे, जिला पशु संवर्धन अधिकारी विजय रहाटे, सहायक पशुचिकित्सा आयुक्त एस. एम. कावरे, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक प्रमोद निरवने, मनपा के पशु वैद्यकीय अधिकारी डॉ. सचिन बोंद्रे, पी. टी. आकोडे, एस. जी. जिरापुरे व तपन कोल्हे आदि उपस्थित थे. इस बैठक में कहा गया कि, तहसील स्तरीय पथकों द्वारा सभी पोल्ट्री फार्म एवं कुक्कुट पालकों के यहां जाकर नियमित तौर पर जांच की जाये, और उन्हें पक्षियों को बर्ड फ्ल्यू से बचाने हेतु आवश्यक निर्देश दिये जाये. बता दें कि, जिले में करीब 350 से 400 पोल्ट्री फार्म है और हर पोल्ट्री फार्म में करीब 4 से 5 हजार मुर्गियां रखी गयी है. ऐसे में जिले में मुर्गियों की कुल संख्या करीब 13 लाख के आसपास है.

सीमा पार के पोल्ट्री धारकों को भी दिये गये निर्देश

अमरावती जिले में स्थित सभी पोल्ट्री फार्म को सोडियमबायो कार्बोनेट से नियमित तौर पर स्वच्छता रखने का आदेश जारी किया गया है. साथ ही सभी पथकों की सुरक्षितता हेतु उन्हें आवश्यक साधन दिये जा रहे है. इस समय तक अमरावती जिले में बर्ड फ्ल्यू सदृश्य हालात कहीं पर भी देखे नहीं गये है. लेकिन इसके बावजूद तमाम आवश्यक सतर्कता जरूर बरती जा रही है. जिसके चलते अमरावती जिला फिलहाल इस बीमारी से पूरी तरह सुरक्षित है. साथ ही दूसरे राज्योें से होनेवाली पोल्ट्री ढुलाई के लिए पोल्ट्री फार्म मालिकोें सहित ट्रान्सपोर्टरों को आवश्यक निर्देश जारी किये गये है. ऐसी जानकारी पशु संवर्धन अधिकारी विजय रहाटे द्वारा दी गई.

सैम्पलों को जांच हेतु भेजा जा रहा

पक्षियों में अब तक बर्ड फ्ल्यू के लक्षण नहीं पाये गये है. धारणी तहसील के दिवा में 3 कौवे व 1 उल्लू तथा बडनेरा में 2 पक्षी मृत पाये गये. उनकी मृत्यु की वजह जानने हेतु सभी 6 पक्षियों के शवों को पुणे स्थित राज्य स्तरीय रोग अन्वेषण प्रयोगशाला के पास भेजा गया है. ऐसी जानकारी पशु संवर्धन उपायुक्त मोहन गोहत्रे द्वारा दी गई.

जलाशयों पर रखी जायेगी नजर

स्थलांतरण करनेवाले पक्षियों की वजह से भी संक्रामक बीमारियां फैल सकती है. ऐसे पक्षी मुख्य तौर पर जलाशयवाले स्थानों पर पाये जाते है. जिसके चलते जलाशयों व तालाब जैसे स्थानों पर ऐसी घटनाओं की ओर ध्यान रखने को लेकर जलसंपदा विभाग को सुस्पष्ट निर्देश दिये जाये. साथ ही ये कार्रवाई मनपा अंतर्गत आनेवाले जलाशयों पर भी हो. जिसके लिए मनपा स्तर के पथकों को नियमित तौर पर जांच करने के निर्देश दिये जाये. ऐसा निवासी उपजिलाधीश डॉ. नितीन व्यवहारे का कहना रहा.

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