राज्य के सभी कारागृह हाऊसफुल, नए प्रस्ताव प्रलंबित
60 कारागृह में क्षमता 27,110 की, लेकिन प्रत्यक्ष में 40,448 कैदी कैद
अमरावती /दि.26- अपराधो का स्वरुप बदला है. इसमें दिनोंदिन बढोतरी होती जा रही है. परिणामस्वरुप कारागृह में आरोपियों की संख्या भी बढती जा रही है. देश-विदेश के कैदियों के कारण कारागृह हाऊसफुल हो गए है. महाराष्ट्र राज्य के 60 कारागृह में वर्तमान में 40 हजार 428 कैदी कैद है. जबकि अधिकृत कैदियों की क्षमता 27 हजार 110 है. इस कारण 13 हजार 318 कैदी इन सभी कारागृह में अधिक रखे गए है.
कारागृहो में मनुष्यबल की कमी रहते क्षमता से दोगुने कैदी है. इस कारण कारागृह के अंतर्गत व बाहर की सुरक्षा तोडते हुए बडी घटनाएं घटित हो रही है. यह द़ृष्य संपूर्ण राज्य के कारागृह में है. क्षमता से दोगुने कैदी कैद है. संपूर्ण राज्य में अपराधो का प्रमाण बढने से अब कारागृह में आनेवाले आरोपी और कैदियों को रखने में दुविधा निर्माण हो रही है. कैदियों की संख्या अधिक और मनुष्यबल कम ऐसा कारागृह का द़ृष्य हो गया है. इस कारण अनेक कारागृह में होमगार्ड की सुरक्षा के लिए सहायता ली जा रही है. विशेष यानी सिपाही पद की कमी भी कारागृह अधीक्षक के सामने बडी समस्या है. मुंबई, येरवडा, नाशिक, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर मध्यवर्ती कारागृह में देश-विदेश के गंभीर प्रकरणो के आरोपी कैद रहने से कम मनुष्यबल के कारण अंतर्गत व बाहरी सुरक्षा का तनाव यंत्रणा पर आ रहा है.
* कैदियों की संख्या पर एक नजर
– कैदियों की क्षमता – 27,110
– प्रत्यक्ष में कैदियों की संख्या – 40,428
– सिद्धदोष की संख्या – 7477 (पुरुष 7170, महिला 306, तृतीयपंथी 1)
– न्यायाधीन लोगों की संख्या – 32,453 (पुरुष 31,086, महिला 1351, तृतीयपंथी 16)
– स्थानबद्ध व अन्य – 489
* नए 10 से 12 कारागृह का प्रस्ताव
कारागृह में कैदियों की भीड बढ गई है. नए 10 से 12 कारागृह के निर्माण का प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है. खुले कारागृह की क्षमता बढाने से भीड कम की जा रही है. साथ ही केंद्र शासन की योजना के तहत गरीब कैदियों को न्यायालयीन सहायता के जरिए कारागृह से बाहर भेजा जा रहा है. पिछले एक साल में 1897 कैदी ओपन जेल में भेजे गए है.