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मनपा की टैक्स वसूली के सभी कीर्तिमान भंग, 93 करोड जमा

संपत्ति कर में छुट्टी के दिन भी लगे रहे अधिकारी व कर्मी

* सचिन कलंत्रे के आवाहन को शहर वासियों से प्रतिसाद
* पहली बार वसूली में 50 प्रतिशत की बडी छलांग
अमरावती/दि.31-महापालिका के प्रमुख आयस्त्रोत हाउस टैक्स वसूली में इस बार पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए. रविवार शाम के आंकडों के अनुसार सभी प्रकार की छूट और पुरानी दरों के बावजूद महापालिका ने 93 करोड हाउस टैक्स वसूली का नया आंकडा प्राप्त किया है. बडी बात है कि, मनपा के सभी पांच जोन में अधिकारी और कर्मियों ने पिछले कुछ माह से प्रत्येक अवकाश के दिन भी कामकाज जारी रखा. उसी प्रकार संपत्ति जब्ती की नोटिस ने भी कमाल दिखाया. लोगों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों रुप में महापालिका की तिजोरी में भुगतान की वर्षा कर दी. जिसके लिए आयुक्त व प्रशासक सचिन कलंत्रे, टैक्स अधिकारी व अतिरिक्त आयुक्त महेश देशमुख, उपायुक्त नरेंद्र वानखडे व अन्य अधिकारियों का सहयोग व मार्गदर्शन प्रभावी रहने की जानकारी सूत्रों ने अमरावती मंडल को दी.
* पिछली बार 62 करोड
महापालिका ने पिछली बार टैक्स कलेक्शन में नया रिकॉर्ड बनाया था, जब पांच जोन में 62 करोड की वसूली हुई थी. इस बार टारगेट बढाया गया था. किंतु नए अथवा पुराने रेट का संभ्रम रहा. राज्य शासन के निर्देश पर महापालिका ने पुराने रेट पर वसूली शुरु की. सभी अधिकारियों और टैक्स बाबुओं की मेहनत से टैक्स संकलन का आंकडा 100 करोड की जादूई संख्या के करीब पहुंच गया था.
* त्योहारों का अडंगा
हाउस टैक्स कलेक्शन में महती भूमिका रखने वाले एक बडे जोन अधिकारी ने अमरावती मंडल से चर्चा में बताया कि, इस बार टैक्स कलेक्शन 100 करोड का आंकडा छू लेता. यह ऐतिहासिक हो जाता. बीच में ही गुढी पाडवा, ईद और उसके पहले होली जैसे त्योहार रहे. 30 और 31 मार्च को वित्त वर्ष समाप्त होता है. इसी दिन दोनों प्रमुख त्योहार आने से नागरिकों को टैक्स के भुगतान के लिए अधिक नहीं कह पाए. इसी अधिकारी ने बताया कि, अब मनपा को अपने मार्केट की वसूली पर ध्यान देना होगा. वर्षों से मार्केट की किराया व टैक्स वसूली बराबर नहीं हो पा रही है.
* आर्थिक हालात खस्ता
महापालिका पर गत तीन वर्षों से प्रशासक राज चल रहा है. ऐसे में राज्य शासन से सीमित अनुदान प्राप्त हो रहा है, जबकि उसका आस्थापना खर्च कुल बजट के 32-33 प्रतिशत के आसपास है. इन्हीं कारणों से महापालिका की आर्थिक दशा बहुत बेहतर नहीं रही. उस पर सफाई कर्मियों सहित विविध ठेकेदारों के बिल बकाया है. आयुक्त व प्रशाासक सचिन कलंत्रे ने पिछले सप्ताह बजट प्रस्तुत करते हुए उपरोक्त स्वीकारोक्ती दी थी. उन्होंने इसलिए व्यवहारिक बजट प्रस्तुत करने की बात कही थी. मनपा की संपत्ति कर वसूली पर आयुक्त सहित उच्च अधिकारियों ने ध्यान केंद्रित किया था.
* 62 से 93 करोड, 50 प्रतिशत इजाफा
आंकडों पर गौर करें तो पिछले वित्त वर्ष में महापालिका ने संपत्ति कर वसूली से 62 करोड जुटाये थे. इस बार 100 करोड का टारगेट लेकर काम हो रहा था. संपत्ति कर को लेकर रेट का संभ्रम होने से बीच के माह में वसूली थम गई थी. बावजूद इसके वसूली अधिकारियों ने दिन रात परिश्रम किया. नए सिरे से प्रॉपर्टी टैक्स बिल जारी कर शहर वासियों को भुगतान के लिए प्रेरित किया. जिससे वसूली में 50 प्रतिशत का भारी भरकम इजाफा हुआ. टैक्स कलेक्शन पहली बार 93 करोड को पार गया है.

जोन निहाय वसूली
जोन वसूली
उत्तर जोन-    1 25.36 करोड
मध्य जोन-     2 24.56 करोड
पूर्व जोन-       3 18.63 करोड
दक्षिण जोन-  4 14.70 करोड
पश्चिम जोन-   5 10.50 करोड
कुल             93.76 करोड

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