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बडे जलाशय में ९९.३३ फीसदी जलसंग्रह
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इस बार नहीं चलेंगे ट्रैक्टर-टैंकर
अमरावती/दि. ४ – संभाग के पांच जिलों के ५११ जलाशय में ९४.२९ प्रतिशत जलसंचय है. इसके कारण अनुमान लगाया जा रहा है कि किसानों को इस वर्ष सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध होगा. फिलहाल अपर वर्धा समेत ९ बडे जलाशयों में ९९.३३ फीसदी जलसंग्रह है.
सिंचाई व्दारा प्राप्त हुए आंकडों के अनुसार संभाग में इस बार अच्छी बारिश होने के कारण सभी जलाशयों में भरपुर पानी है. कई जलाशयों में १०० प्रतिशत जलसंचय है. संभाग के पांच जिलों में ९ बडे जलाशय है. २५ मध्यम और ४७७ लघु जलाशय है, इनमें से बडे जलाशयों में ९९.३३ प्रतिशत, मध्यम जलाशयों में ९२.८६ प्रतिशत और लघु जलाशयों में ८९.०८ प्रतिशत जलसंग्रह है. जानकारों का कहना है कि इसके कारण किसानों को इस वर्ष सिंचाई तथा जलापूर्ति करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध रहेगा.
वर्ष २०१९ में भी सभी जलाशयों में पर्याप्त पानी था. इस वजह से किसानों सहीत आम नागरिकों को परेशानियों का सामना नहीं करना पडा. संभाग में जलाशय लबालब भर जाने के बाद सिंचाई विभाग ने सुरक्षा की दृष्टि से बांध के गेट सितंबर माह में खोले थे. मगर अब सभी बांधों के गेट बंद कर दिये गए हैं. नदी और नालों में पर्याप्त पानी होने के कारण जलाशयों का जलस्तर कम नहीं हो पा रहा है. विभाग के सूत्रों की माने तो रबी की फसल की सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं होगी. इसके अलावा गांवों में जलसंकट भी ज्यादा नहीं होगा, औसतन बारिश होने के कारण सभी जलाशयों में भरपुर जलसंग्रह है.
संभाग के बडे जलाशय
जलाशय जलस्तर
- अपर वर्धा १०० प्रतिशत
- पुस १०० प्रतिशत
- अरुणावती १०० प्रतिशत
- बेंबला १०० प्रतिशत
- काटेपुर्णा १०० प्रतिशत
- वाण ९२.८१ प्रतिशत
- नलगंगा ९४.९८ प्रतिशत
- पेनटाकली १०० प्रतिशत
- खडकपूर्णा १०० प्रतिशत
- कुल ९९.३३ प्रतिशत