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बिरला ओपन माइंड्स स्कूल में बच्चे का सर्वांगीण विकास

पढाई के साथ खेल-कूद और संस्कारों पर बल

* अपनाई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, सीबीएसई से संलग्न
* आधुनिक के साथ पुराने खेलों की व्यवस्था
अमरावती/ दि. 2 – शहर से सटे रेवसा ग्राम के गजानन धाम में अगले शिक्षा सत्र से प्रारंभ हो रही बिरला ओपन माइंड्स इंटरनैशनल स्कूल में बच्चों का सर्वांगीण विकास का लक्ष्य रखा गया है. जॉयफूल स्कूलिंग इस शाला और संस्थान की सबसे बडी विशेषता रहेगी. जिससे बच्चे यहां पढने लिखने के लिए आने ललायित रहेंगे. यह बात श्रीमंत योगी एज्युकेशनल वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुधीर वाकोडे और उपाध्यक्ष आशीष भोंगाडे ने कही. वे आज अपरान्ह अमरावती मंडल न्यूज से खास बातचीत कर रहे थे. इस शाला का विधिवत उद्घाटन कल रविवार 3 मार्च को प्रदेश के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के हस्ते होने जा रहा है. विशेषताओं से लबालब शाला की पढाई लिखाई, क्लासेस, सुविधाओं के बारे में वाकोडे तथा भोंगाडे ने अमरावती मंडल से विस्तार से जानकारी दी.
संस्कृति की शिक्षा
सुधीर वाकोडे ने बताया कि देश के जाने माने उद्योग समूह बिरला संस्थान का शिक्षा क्षेत्र में प्रवेश अपने संस्कारों, सिध्दांतों का पाठ नई पीढी को देने के लिए किया गया है. इसलिए शाला में भारतीय संस्कृति पर निश्चित ही विशेष बल दिया जायेगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपनाने के साथ ही अमरावती में सबसे बडा खेल परिसर वाली अकेली स्कूल बिरला ओपन माइंड्स रहन का दावा उन्होंने किया.
* मुंबई के बाद अमरावती में
बिरला समूह ने मुंबई के बाद विदर्भ में पहली शाला अमरावती में दी है. यह फेंचाईजी नहीं अपितू असोसिएट की तरह हैं. कदम-कदम पर बिरला समूह की कार्यप्रणाली और विद्यार्थियों को जॉयफूल स्कूलिंग हेतु दी गई सूचनाओं का बराबर पालन होना है.
* पूरी तरह डिजिटल कक्षाएं
सुधीर वाकोेडे ने बताया कि सीबीएसई मानक अनुसार केवल 40 विद्यार्थियों की स्पेसीयस डिजिटल कक्षाएं है. जिसमें डिजिटल बोर्ड रहेगा. जिसमें कम्प्यूटर इनबिल्ड है. डिजिटल बोर्ड की खूबियां ही खूबियां हैं. उस पर अंकित करते ही वह तस्वीर, रेखाचित्र अंकित हो जाता है. जिससे छोटे बच्चे तेजी से सीखते हैं. पूरी तरह आत्मसात कर लेते हैं.
* विशेषज्ञ अध्यापक
आरआईई भोपाल तथा म्हैसूर संस्थान से तैयार विशेषज्ञ अध्यापक यहां पढायेंगे. इतना ही नहीं उनके साथ 3-4 वर्ष का अनुबंध होगा. भारत में आरआईई के चार ही संस्थान है. वहां प्रत्येक विषय के निष्णांत अध्यापक होते हैं. वह बिरला ओपन माइंड्स में नियुक्त किये गये हैं.
* प्ले ग्रुप से कक्षा सातवीं तक
सुधीर वाकोडे ने बताया कि अभी प्ले ग्रुप से लेकर कक्षा सातवीं तक क्लासेस शुरू होने जा रही है. अगले वर्ष से कक्षा आठवीं से 12 वीं तक शालाएं आरंभ हो जायेगी.
कोई होमवर्क नहीं
आशीष भोंगाडे ने बताया कि शाला में सभी सुविधाएं दी गई है. विद्यार्थियों को कोई होमवर्क नहीं दिया जायेगा. संस्थान की सोच के अनुसार बच्चा 6-8 घंटे शाला में पढता है. इसलिए वह घर जाकर रिलेक्स रहे. यही सोच इसके पीछे है. उसी प्रकार बिरला समूह का सोल सायंस यहां विशेष रूप से पढाया जायेगा. जो विद्यार्थी को न केवल संस्कारवान बल्कि आनेवाले कल की प्रत्येक परिस्थिति के लिए तैयार करेगा. यह सोल साइंस उद्योगपति बिरला की अपनी खोज है. जिसमें ध्यान आदि के बारे में सिखाया जायेगा. बच्चे को लडकपन से ही मानसिक रूप से मजबूत करने का मानस हैं. इसके अलावा ब्रेनिक्स भी है. जो बच्चे को कोडिंग और कौशल्यपूर्ण बनाने की सोच हैं. बच्चे को अर्थसाक्षर (फाइनान्स लिटरेट) बनाने का लक्ष्य हैं.
* प्रत्येक माह ऑडिट
अध्यक्ष वाकोडे के अनुसार बिरला ओपन माइंड्स शाला में प्रत्येक माह ऑडिट होगा. अध्यापक क्या सीखा रहे हैं, बच्चे उनसे कितना सीख पा रहे हैं. इस सभी की समीक्षा की जायेगी. उसी प्रकार माय क्लास बोर्ड नाम से एप है. जिस पर अभिभावकों को जोडकर प्रत्येक गतिविधि की जानकारी उस पर अपलोड रहेगी.
* रोहित शर्मा की अकादमी से अनुबंध
ढाई एकड से अधिक क्षेत्र में फैले शाला परिसर में स्टेट ऑफ दी आर्ट इमारत के साथ भरपूर खेल मैदान और सुविधा है. जहां फुटबॉल, बॉस्केट बॉल, वॉलीबॉल और अन्य खेलों के साथ पुराने गिल्ली डंडा व अन्य खेल खिलाए जायेंगे. मशहूर क्रिकेटर रोहित शर्मा की अकादमी से बिरला समूह का अनुबंध है. जिससे शर्मा और उनके साथी खिलाडी यहां आकर बच्चों को खेल सिखायेंगे.

* खेती किसानी का अभी से ज्ञान
अध्यक्ष सुधीर वाकोडे की सोच से शाला परिसर में खेती बाडी के बारे में बच्चों को लडकपन से ही जानकारी देने और फल, सब्जियां और अन्य फसलें कैसे बीज बोए जाते है, सिंचाई की जाती हैं. कैसे उनकी ग्रोथ होती है. आदि के बारे में बताया जायेगा. इसके लिए शेडनेट और अन्य व्यवस्था की गई है. बेसिक ज्ञान व्यक्ति जीवन पर्यंत सदा याद रखता है. बच्चों को यह नॉलेज देने के पीछे अनेक कारण हैं.

* कल शुभारंभ
शानदार सुविधाओं और आधुनिक प्रबंधों से परिपूूर्ण बिरला ओपन माइंड्स इंटरनैशनल स्कूल का शुभारंभ कल रविवार 3 मार्च को प्रदेश के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के हस्ते होने जा रहा है.

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