स्नेह सम्मेलन के माध्यम से होता है विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास
सरपंच कविता डांगे का प्रतिपादन
नांदगांव पेठ/ दि.25– शिक्षक पर शिक्षा कार्यो के अलावा अतिरिक्त भार होने पर भी अपनी सेवा में कोई भी कसर नहीं रखते. विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ ही उनके सुप्त गुणों को आगे बढाने का कार्य करते है जिससे विद्यार्थी विविध क्षेत्र में प्राविण्य प्राप्त करते है और ऐसे स्नेह सम्मेलन के माध्यम से विद्यार्थियों का सर्वागीन विकास को गति देने का कार्य प्रामणिक रूप से जिला परिषद हाईस्कूल व कनिष्ठ महाविद्याालय करते है. ऐसा प्रतिपादन स्नेह सम्मेलन के उद्घाटन पर सरपंच कविता डांगे ने किया.
जिला परिषद हाईस्कूल व कनिष्ठ महाविद्यालय की ओर से स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया गया है. मंगलवार की सुबह 11 बजे सरपंच कविता डांगे के हस्ते उद्घाटन संपन्न हुआ. इस अवसर पर स्नेह सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में ग्रामविकास अधिकारी हर्षद बोंडे उपस्थित थी तथा प्रमुख अतिथि के रूप में स्व. दत्तात्रय पुसदकर कला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजय दरणे, ज्येष्ठ पत्रकार राजन देशमुख, मंगेश तायडे, प्राचार्य देवेंद्र ठाकरे, उपप्राचार्य रमेशराव वानखडे, सामाजिक कार्यकर्ता मंगेश गाडगे, शाला व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष प्रवीण जामोदकर व पूर्व अध्यक्ष अरूण राउत प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
कार्यक्रम की शुरूआत महापुरूष की प्रतिमा को हारार्पण कर की गई. प्रास्ताविक में प्राचार्य देवेंद्र ठाकरे ने हाईस्कूल और कनिष्ठ महाविद्यालय की ओर से चलाई जानेवाली उपक्रम की जानकारी उपस्थितों को दी. शाला के विद्यार्थी गुणवत्ता सूची से तथा विविध खेल और कलागुणों को राष्ट्रीय स्तर पर शाला के नेतृत्व होने की बात ध्यान में लायी. पुसदकर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजय दरणे ने अपने मनोगत व्यक्त करते समय कहा कि शिक्षक यह विद्यार्थियों के साथ समाज का विकास करने का कार्य करते है. कार्यक्रम की अध्यक्ष हर्षदा बोंडे ने विद्यार्थियों के विकास के लिए तथा शाला के लिए जो सहायता लगेगी वह सहायता करने का आश्वासन दिया. इसके अलावा विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के लिए शुध्द पानी की मशीन लगाने का उन्होंने कहा. कार्यक्रम का संचालन प्रा. उल्हास घारड, शिक्षिका आशिया शेख ने किया तथा आभार उपप्राचार्य रमेश वानखडे ने माना.