-
हर ओर पानी ही पानी
अमरावती/दि.9 – इस समय पश्चिम विदर्भ में स्थित सभी बांधों के जलसंग्रहण क्षेत्र में जोरदार बारिश होने की वजह से बांधों में जलसंग्रहण की स्थिति बेहद शानदार है और जलस्तर काफी हद तक बढ गया है. ऐसे में संभाग के 9 बडे प्रकल्पों में से 6 प्रकल्पों से जलविसर्ग शुरू किया गया है. वहीं 25 मध्यम प्रकल्पों में से 16 प्रकल्पों से जलविसर्ग किया जा रहा है. इसके अलावा लगभग सभी लघु प्रकल्प भी लबालब भरकर ओवरफ्लो हो गये है. ऐसे में सभी नदी-नालों में जबर्दस्त बाढ आयी हुई है और नदी-नालों के किनारे रहनेवाले सभी गांवों को हाईअलर्ट पर रखा गया है.
अमरावती जिले के एकमात्र सबसे बडे अप्पर वर्धा प्रकल्प के सात दरवाजों को 25 सेमी से खोला गया है. जहां से प्रति सेकंड 120 घनमीटर जलविसर्ग किया जा रहा है. अप्पर वर्धा बांध के जलसंग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है. जिसकी वजह से मध्यप्रदेश से बहनेवाली जाम नदी, पाक नदी, सालबडी से बहनेवाली माडू नदी सहित दमयंती व नल नदी में जबर्दस्त बाढ आयी हुई है. ऐसे में बांध में पानी की आवक काफी बडे पैमाने पर हो रही है और इस समय यह बांध 97.39 फीसद भर गया है. 342.50 मिटर की अधिकतम जलस्तर क्षमता रहनेवाले अप्पर वर्धा बांध में इस सामय 342.3 मीटर तक जलस्तर पहुंच गया है. ऐसे में विगत मंगलवार को प्रकल्प के अधीक्षक अभियंता रश्मी देशमुख व कार्यकारी अभियंता अनिकेत सावंत के हाथों जलपूजन करते हुए इस बांध से जलविसर्ग करना शुरू किया गया. जिसके चलते इस बांध से आगे निकलनेवाली वर्धा नदी का जलस्तर बढ गया है और वर्धा नदी पर बनाये गये निम्न वर्धा प्रकल्प यानी बगाजी सागर बांध में भी जलस्तर बढ जाने से बगाजी सागर बांध के सभी 31 दरवाजों को खोल दिया गया है. ऐसे में बगाजी सागर से आगे भी वर्धा नदी और इससे जुडे उपनदियों व नालों में बाढ सदृश्य हालात है.
इसके अलावा संभाग के यवतमाल जिलांतर्गत पूस प्रकल्प से प्रति सेकंड 137.36 घनमीटर जलविसर्ग किया जा रहा है. वहीं अरूणावती प्रकल्प के पांच दरवाजों को 10 सेंमी खोलते हुए प्रति सेकंड 60 घनमीटर जलनिकासी की जा रही है. इसके अलावा बेंबला प्रकल्प के 6 दरवाजों को 20 सेंमी से खोलते हुए प्रति सेकंड 120 घनमीटर का विसर्ग हो रहा है. उधर अकोला जिलांतर्गत काटेपूर्णा प्रकल्प के दो दरवाजे 20 सेंमी खोलते हुए प्रति सेकंड 50.15 घनमीटर विसर्ग किया जा रहा है. साथ ही बुलडाणा जिले के खडकपूर्णा प्रकल्प के दो दरवाजे 20 सेंमी से खोलते हुए प्रति सेकंड 141 घनमीटर का विसर्ग किया जा रहा है.
इन सबके साथ ही मध्यम प्रकल्पों में भी इस समय जलस्तर अच्छा-खासा बढ गया है. संभाग में कुल 25 मध्यम प्रकल्प है. जिनमें से 16 प्रकल्पों से जलविसर्ग किया जा रहा है. जिनमें अमरावती के पूर्णा, शहानूर व चंद्रभागा, यवतमाल के अधरपूस, सायखेडा, गोकी, वाघाडी, बोरगांव व नवरगांव, अकोला के निगुर्णा, वाशिम के अडाण व एकबूर्जी तथा बुलडाणा के कोराडी, मन व उतावली प्रकल्प का समावेश है. वहीं संभाग के 452 लघु प्रकल्पों में से भी कई प्रकल्प ओवरफ्लो हो गये है. जिनसे लगभग सभी नदी-नालों में बाढ आयी हुई है.
संभाग में 2664 दलघमी जलसंग्रह
अमरावती संभाग के 9 बडे प्रकल्पों में 1,282 दलघमी (91 फीसद), 25 मध्यम प्रकल्पों में 605 दलघमी (82 फीसद) तथा 477 लघु प्रकल्पों में 776 दलघमी (67 फीसद) जलसंग्रहण हो चुका है. संभाग के सभी प्रकल्पों में इस समय 2,664 दलघमी (81 फीसद) जलसंग्रहण है.