अमरावतीमहाराष्ट्र

चुनाव मैदान के तीनों पूर्व पालकमंत्री हुए पराजित

दो मुख्यमंत्री पद के दावेदार फेल

अमरावती/दि.25-विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित हुए. नतीजे घोषित होते ही कई दिग्गजों को जोरदार झटका लगा. तथा कईयों का सफाया हुआ. विशेष बात यह है कि, इस चुनाव में जिले के तीन पूर्व पालकमंत्री चुनाव मैदान में थे. इन तीनों को इस चुनाव में हार का सामना करना पडा. वहीं दूसरी ओर निर्दलीय की आवश्यकता पडी तो बच्चू कडू की डिमांड बढेंगी ऐसी चर्चा थी. तथा महाविकास आघाडी के सरकार आएगी, महिला मुख्यमंत्री के रूप में यशोमति ठाकुर का नाम सामने आएगा, ऐसी चर्चा थी. हालांकि इस चुनाव में इन दोनों को हार का सामना करना पडा.
* डॉ.सुनील देशमुख
अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व पालकमंत्री डॉ.सुनील देशमुख चुनाव मैदान में थे. लेकिन यहां पर हुए रंगतदार चुनाव में वे केवल 5 हजार 496 वोटों से पराजित हुए. डॉ. सुनील देशमुख का महायुति राकां अजित पवार गट की सुलभा खोडके ने पराजय किया. वहीं दूसरी ओर इसी निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के बागी व निर्दलीय उम्मीदवार जगदिश गुप्ता खडे थे. उन्हें केवल 34067 वोटों पर समाधान मानना पडा.
* यशोमति ठाकुर
तिवसा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की प्रबल और शक्तिमान उम्मीदवार के रूप में परिचित पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर चुनावी मैदान में थी. यशोमति ठाकुर की जीत निश्चित है, ऐसी चर्चा थी. लेकिन चुनाव में हुई काटे की टक्कर में महायुति भाजपा के उम्मीदवार राजेश वानखडे ने उनको 7974 वोटों से हराया.
* मुख्यमंत्री पद के दावेदार फेल
अमरावती से बच्चू कडू और यशोमति ठाकुर की ओर मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जा रहा था. सरकार स्थापित करने के लिए यदि निर्दलीय पर कमान रहीं तो बच्चू कडू का सीएम पद के लिए नाम सामने आया होता. इतनाही नहीं तो बच्चू कडू ने वैसा बोलकर भी दिखाया था. वहीं दूसरी ओर महाविकास आघाडी की सरकार आती थी तो और कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिली होती तो सीएम पद के लिए यशोमति ठाकुर को मुख्य दावेदार माना जा रहा था. लेकिन बच्चू कडू और यशोमति ठाकुर इस चुनाव में पराजित हुए.

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