विदर्भ के तीनों सेना सांसद अब शिंदे गुट में
गवली व तुमाने के बाद प्रताप जाधव ने भी दिया उध्दव ठाकरे को झटका
अमरावती/दि.20– विगत माह सेना नेता एकनाथ शिंदे द्वारा की गई बगावत के बाद से राज्य की राजनीति सहित शिवसेना में भारी उलटफेर चल रहा है और इससे पहले जहां शिवसेना के कई विधायकों ने शिंदे गुट का समर्थन किया था, वहीं अब शिवसेना के सांसद भी एक-एक कर उध्दव ठाकरे का साथ छोडते हुए शिंदे गुट में शामिल हो रहे है. इसके तहत बीते दिनों यवतमाल-वाशिम संसदीय क्षेत्र की सेना सांसद भावना गवली तथा रामटेके संसदीय क्षेत्र के सेना सांसद कृपाल तुमाने द्वारा खुद को शिंदे गुट के साथ बताया गया था. वहीं अब बुलडाणा क्षेत्र के सेना सांसद प्रताप जाधव भी शिंदे गुट में शामिल हो गये है. ऐसे में विदर्भ क्षेत्र से वास्ता रखनेवाले तीनों ही सांसद अब शिंदे गुट के साथ है. वहीं अमरावती से पूर्व सांसद रहनेवाले आनंदराव अडसूल अपने बेटे व पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल के साथ खुले तौर पर शिंदे गुट के लिए काम कर रहे है. इसे उध्दव ठाकरे गुट के लिए काफी बडा झटका माना जा रहा है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, बुलडाणा क्षेत्र के सांसद प्रताप जाधव द्वारा कल-परसों तक खुद को उध्दव ठाकरे के साथ बताया जा रहा था. लेकिन मंगलवार को उन्होंने भी उध्दव ठाकरे को ‘जय महाराष्ट्र’ कहते हुए शिंदे गुट में शामिल होने का फैसला किया. ज्ञात रहे कि, शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे द्वारा पार्टी नेतृत्व के खिलाफ की गई बगावत के बाद शिवसेना दो हिस्सों में बंट गई. साथ ही साथ महाविकास आघाडी की सरकार अल्पमत में आकर गिर गई. जिसके चलते शिवसेना के पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे को राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पडा और एकनाथ शिंदे गुट ने भाजपा के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार बनाई. इसके साथ ही शिंदे गुट ने खुद को असली शिवसेना बताते हुए शिवसेना के संगठन और चुनावी चिन्ह पर भी अपना दावा पेश किया और शिवसेना के कई सांसदों को अपनी ओर मिलाते हुए गत रोज ही संसद में खुद को शिवसेना गुट के तौर पर मान्यता दिये जाने से संबंधित पत्र लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा. कल तक शिवसेना के 18 में से 14 सांसद शिंदे गुट के साथ थे. वही अब प्रताप जाधव के तौर पर शिंदे गुट के पास शिवसेना के कुल 15 सांसद हो गये है.