अमरावती

शहर में मैला ढोनेवाले तीनों वाहन बंद

स्वच्छता अधिकारी व ड्राईवर की गैरजिम्मेदारी के चलते

  • एक साल से बिल व रिपोर्ट भी पेश नहीं किये

  • मनपा में चल रहा मनमाना कामकाज

  • आयुक्त ने अधिकारियों को लिया ‘फाईल पर’

अमरावती/दि.3 – अमरावती शहरवासियों को साफ-सफाई, सडक, सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था व शुध्द पेयजल की आपूर्ति जैसी मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी महानगरपालिका पर होती है. जिसके लिए महापालिका में विविध विभाग कार्यरत है. किंतु इन विभागों की जिम्मेदारी जिन लोगों पर सौंपी गई है, अगर वे ही अपने काम में कोताही करें, या लापरवाही बरतें, तो आम शहरवासी किससे गुहार लगाये, यह सवाल पैदा होता है. कुछ ऐसा ही मामला कल बुधवार 2 मार्च को मनपा के मैला ढोनेवाले तीन वाहनों के संदर्भ में उजागर हुआ. जब पता चला कि, विगत एक वर्ष से ये तीनों ही वाहन एक ही स्थान पर बंद खडे हुए है. जिसके लिए यद्यपि डिजल नहीं रहने की वजह आगे की जा रही है. किंतु हकीकत में स्थिति कुछ अलग है. पता चला है कि, संबंधित स्वास्थ्य निरीक्षक तथा वाहन चालक द्वारा पंजीयन बुक को भरकर कार्यशाला विभाग के पास अपनी रिपोर्ट पेश नहीं की गई है. जिसकी वजह से वाहन के बिल पेंडिंग पडे हुए है.
विस्तृत जानकारी के मुताबिक मनपा के पास मैला ढोनेवाले तीन वाहन है. जिनकी देखरेख का जिम्मा कार्यशाला विभाग के पास है. इसमें से एमएच-27/एक्स-1444 तथा एमएच-27/एच-8368 ये दो वाहन अमरावती शहर हेतु तथा एमएच-27/6919 यह एक वाहन बडनेरा उपनगर हेतु उपलब्ध कराया गया है. इन तीनों वाहनों के लिए सन 2021 में आर्थिक प्रावधान किया गया था. जिसके तहत वाहनों की देखभाल, दुरूस्ती व डीजल के लिए निधी की व्यवस्था की गई थी. किंतु संबंधित स्वास्थ्य निरीक्षक तथा वाहन चालक ने पंजीयन व लॉगबुक को भरा ही नहीं और अपनी रिपोर्ट को कार्यशाला विभाग के समक्ष पेश ही नहीं किया. जिसके चलते इन वाहनों के बिल अंकेक्षण विभाग के पास नहीं पहुंचे. परिणामस्वरूप मैला ढोनेवाले इन वाहनों के बिल विगत एक वर्ष से पेंडिंग पडे है.
उल्लेखनीय है कि, शहरवासियों के घरों में बने शौचालयों का सेफ्टीक टैंक भर जाने के बाद उसे खाली करने व मैला भरकर ले जाने हेतु इन वाहनों के लिए मनपा द्वारा संबंधित व्यक्ति से एक हजार रूपये का शुल्क लिया जाता है. किंतु विगत एक वर्ष से जहां नागरिक शुल्क भरने हेतु तैयार है, वहीं दूसरी ओर ये वाहन विगत एक वर्ष से बंद पडे है. जिससे नागरिकों को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. जिसकी वजह से आम नागरिकों में मनपा प्रशासन को लेकर नाराजगी भी दिखाई दे रही है.

दो दिन में हल करेंगे मामला

मैंने इस संदर्भ में सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिये है. साथ ही दो दिन के भीतर इस मामले का निपटारा करने हेतु कहा है. यदि दो दिन में यह विषय हल नहीं होता है, तो मैं अपनी पध्दति से कार्रवाई करूंगा.
– डॉ. प्रवीण आष्टीकर
मनपा आयुक्त

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