अमरावती

जिला मध्यवर्ती बैंक घोटाले की कथित ऑडिओ क्लिप वायरल

सोशल मीडिया पर जमकर शेअर हो रही है चार से पांच ऑडिओ क्लिप

  • बैंक के पूर्व अध्यक्ष देशमुख व पूर्व विधायक जगताप की मुश्किलें बढी

  • रिकॉर्डिंग में इन दोनों सहित निप्पॉन के अधिकारी के नाम का उल्लेख

  • सहकार सहित राजनीतिक क्षेत्र में मची जबर्दस्त सनसनी

अमरावती/दि.20 – इस समय जहां एक ओर जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के चुनाव का दौर रंग पकड रहा है, वहीं दूसरी ओर बैंक द्वारा वर्ष 2017 के दौरान म्युच्युअल फंड में किये गये 700 करोड रूपये के निवेश एवं इसकी ऐवज में अदा की गई 3 करोड 39 लाख रूपये की दलाली का मामला जमकर चर्चा में चल रहा है. जिसकी जांच हेतु प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की भी एंट्री हो चुकी है. वहीं अब इस मामले से संबंधित चार से पांच ऑडिओ क्लिप शनिवार की देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. जिन्हें लेकर सहकार क्षेत्र सहित जिले की राजनीति में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है. इन तमाम ऑडिओ क्लिप्स में कथित तौर पर जिला बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख व पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप की आवाज रहने का दावा किया गया है. साथ ही इन दोनों को 15-15 लाख रूपये दिये जाने की बात भी कही गई है. इसके अलावा बैंक के अन्य संचालकों, पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों को भी काफी महंगे गिफ्ट दिये जाने की बात का इन ऑडिओ क्ल्प्सि में उल्लेख है.
इसके साथ ही इन क्लिप्स में जगताप व देशमुख सहित कुछ म्युच्युअल फंड ब्रोकर्स यानि कमिशन एजेंटस् की आवाज और बातचीत रहने का भी दावा किया जा रहा है. इस समय जहां एक ओर आगामी 4 अक्तूबर को बैंक के नये संचालक मंडल हेतु चुनाव होने जा रहे है, वहीं दूसरी ओर पिछले कार्यकाल के दौरान हुए घोटाले की जांच का दायरा भी लगातार फैलता जा रहा है. जिसमें अब ईडी की एंट्री हो चुकी है और ईडी द्वारा बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख व उत्तरा जगताप को समन्स भेजते हुए 20 व 23 सितंबर को मुंबई स्थित ईडी कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है. इसमें भी बैंक की पूर्व अध्यक्षा उत्तर जगताप को आज 20 सितंबर को ही ईडी के समक्ष पेश होकर अपना बयान दर्ज कराना है. इससे स्थित 48 घंटे पहले 700 करोड रूपये के निवेश और 3.39 करोड रूपये की दलाली के बारे में पुख्ता सबूत रहनेवाली ऑडिओ रिकॉर्डिंग वायरल हो गई है. जिसे जिला बैंक के प्रस्थापितों के लिए काफी बडा धक्का माना जा रहा है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि ईडी द्वारा विगत 15 सितंबर को देशमुख व जगताप के नाम समन्स जारी किये जाते ही दोनों पूर्व अध्यक्षों ने तुरंत ही खुद को निर्दोष बताया था. किंतु इसके दूसरे ही दिन ऑडिओ क्लिप्स वायरल हो गई. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, एक ऑडिओ क्लिप में पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप खुद अपना नाम लेते हुए सुनाई देते है. ऐसे में जहां एक ओर अब तक खुद को इस कमीशन घोटाले से अलिप्त बतानेवाले बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख व पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप की मुश्किलें बढती नजर आ रही है. वहीं इस मामले की वजह से जिले के सहकार एवं राजनीतिक क्षेत्र में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है.
बता दें कि, वर्ष 2010 में जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के संचालक मंडल का चुनाव हुआ था. उस समय से अब तक करीब 10 वर्षों तक बैंक में कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख के नेतृत्ववाले सहकार पैनल की सत्ता रही. हालांकि उस चुनाव में सहकार पैनल को 24 में से 12 सीटें मिली थी. वहीं परिवर्तन पैनल के 11 संचालक विजयी हुए थे. साथ ही एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी को जीत हासिल हुई थी. जिसके द्वारा सहकार पैनल को अपना समर्थन दिया गया था. इस एक वोट की अधिकता के दम पर सहकार पैनल लगातार 10 वर्षों तक सत्ता में रहा. क्योंकि पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा होते-होते बैंक के अगले चुनाव का मामला अदालती लडाई में फंस गया. जिसकी वजह से अगले पांच वर्षों तक बैंक के चुनाव लटके रहे तथा वर्ष 2010 में चुने गये संचालकों को पांच वर्ष का अतिरिक्त कार्यकाल मिला. इसी दौरान वर्ष 2017 में बैंक द्वारा किये गये 700 करोड के निवेश को लेकर इस समय हंगामा मचा हुआ है. जिसमें कथित तौर पर 3.39 करोड रूपयों की दलाली कमीशन एजेंट को दी गई है. जबकि यह निवेश खुद बैंक द्वारा सीधे किया जाना अपेक्षित था और इसमें किसी तरह की कोई दलाली नहीं ली जानी चाहिए थी. वहीं जिला विशेष लेखा परीक्षक द्वारा भी अपने लेखा परीक्षण में इस निवेश को नियमबाह्य बताया गया है. इसके साथ ही कमिशन दिये जाने के मामले को लेकर बैंक के तत्कालीन प्रशासक व जिला उपनिबंधक संदीप जाधव द्वारा सिटी कोतवाली थाने में दर्ज करायी गयी शिकायत पर अब आर्थिक अपराध शाखा द्वारा मामले की जांच कराते हुए बैंक का फॉरेन्सीक ऑडिट कराया जा रहा है. साथ ही साथ अब इस मामले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की भी एंट्री हो चुकी है. जिसके तहत विगत दिनों ईडी के मुंबई स्थित कार्यालय में तत्कालीन उपनिबंधक संदीप जाधव को बुलाकर उनसे आवश्यक जानकारियां ली गई थी. साथ ही अब ईडी द्वारा बैंक के पूर्व अध्यक्ष अनिरूध्द उर्फ बबलू देशमुख तथा उत्तरा जगताप के नाम समन्स जारी करते हुए उन्हें अपने समक्ष उपस्थित होने कहा गया है. जिसे लेकर पहले ही जिला बैंक से संबंधित पक्षों में हडकंप मचा हुआ था. साथ ही अब शनिवार की देर रात सोशल मीडिया पर कथित रूप से देशमुख व जगताप की आवाज रहनेवाली ऑडिओ क्लिप्स् वायरल होने के बाद और भी जबर्दस्त हडकंप मच गया है.

अभी ‘उन’ दोनों आवाजों की पुष्टि नहीं

यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, यद्यपि सोशल मीडिया पर वायरल हुई ऑडिओ क्लिप्स् में दो आवाजें बबलू देशमुख व वीरेंद्र जगताप की बतायी जा रही है. किंतु अभी इस बात की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि दोनों आवाजें बबलू देशमुख व वीरेंद्र जगताप की आवाजों व बातचीत करने के तरीके से हुबहू मिलती है. ऐसे में इन ऑडिओ क्लिप्स् की फॉरेन्सीक जांच होने के बाद इसमें और अधिक स्पष्टता आयेगी. किंतु इस बात की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता कि, यह ऑडिओ क्लिप्स् अब तक ईडी के पास भी पहुंच चुकी होगी और ईडी द्वारा निश्चित तौर पर अपनी जांच में इन ऑडिओ क्लिप्स् को भी शामिल किया जायेगा. यदि फॉरेन्सीक जांच में ये आवाजें बबलू देशमुख व वीरेंद्र जगताप की ही रहने की पुष्टि हो जाती है, तब इन दोनों नेताओं की मुश्किलें काफी अधिक बढ जायेगी.

कॉर्डिंग की पहली क्लिप का संभाषण

निप्पॉन अधिकारी – सर उसमें से मेरे पास अभी 70 लाख का बैलेन्स है. आप बताईये क्या करना है.
जगताप – हमको तेरे से कुछ लेना-देना नहीं…
निप्पॉन अधिकारी – क्योंकि 30 लाख रूपये मैने सर आपको पेड किया है.
जगताप – एक रूपया तेरे से लेना नहीं… जो दिया…
निप्पॉन अधिकारी – वो तो होगा ही नहीं सर… जेएन रिपोर्ट आ गई.
जगताप – नहीं होने देना, हमको क्या करना है… हम तेरे को बता देंगे… मैं भी कितना दिमागवाला हूं… तू बहुत शार्प समझता है ना खुद को… बहुत होशियार समझता है ना… हम तेरे को बता दें कि, वीरेंद्र जगताप क्या चीज है… अरे 10-15 लाख में हमको तू क्या गधा समझ रहा है… आं… तू 15 और 20 करोड कमायेगा और हमको क्या… समझा है क्या…
निप्पॉन अधिकारी – नहीं सर 15-20 करोड तो नहीं आयेंगे. आप ब्रोकर को भी पूछ लेंगे तो कोई भी आपसे नहीं ना सर… 15-20 किसको बोलते है सर…
जगताप – हमको तेरे से एक रूपया लेना नहीं. तू 100 करोड कमा, पर हमको कोई लेना-देना नहीं. तेरा व्यवहार हमसे खत्म हो गया.

एक अन्य ऑडिओ क्लिप में रिकॉर्ड संभाषण

रजत – सर नमस्कार, रजत बोल रहा हूं, निप्पॉन से.
देशमुख – हां… हां… रजतभाई बोलिये.
रजत – कैसे हैं सर.
देशमुख – बढिया… बढिया…
रजत – अच्छा सर कल आपको वो लेटर मिल गये होंगे, जो-जो आपने मेरे को फोन किया था. चांदूरकर साहब का फोन आया था, वो मेल पे हमने वो भिजवा दिये थे. मिल गये ना आपको.
देशमुख – नहीं अभी देखता हूं मैं.
रजत – अच्छा सर, आज भी वो 150 करोड का कुछ रेडमशन है. एक बार अगर आप बात करके रोक सके, तो रूकवा दिजिये ना सर.
देशमुख – नहीं, मैने आपको बोला था कि, ये होने के बाद दूसरे दिन ही मैं फटाफट करवा देता सब आपको.
रजत – अच्छा सर, अब वो मनीवाला इश्यू सॉर्टआउट होगा, उसके बाद ही आप आगे बढ पायेंगे.
देशमुख – हां… हां… हां… पूरा इश्यू सॉर्टआउट होगा, तो ही. अभी तक आये नहीं ना वो.
रजत – ठीक है सर, ठीक है.

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