शहर के मार्केट,रेस्टोरेंट व लॉजिंग 11 से 7 तक शुरु रखने की अनुमति दें
महानगर चेंबर असोसिएशन ने जिलाधीश को दिया निवेदन
अमरावती / प्रतिनिधि 10 मार्च – प्रशासन व्दारा शहर का लॉकडाउन 6 मार्च से खोला गया. इसके लिये महानगर चेम्बर ने कलेक्टर का आभार व्यक्त किया. महानगर चेम्बर ने 11 से 4 बजे तक दुकान खोलने की अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने व्यापारियों को 9 से 4 का समय दिया. पिछले चार दिन से इसी समय पर सभी व्यापारी अपना व्यापार कर रहे हैं. लेकिन बाहर गांव केे ग्राहक दोपहर के पहले आते नहीं, उनके एक साथ आने के बाद दूकानों में काफी भीड़ हो जाती है. वहीं बाहर गांव का माल भी गेरेज में भेजना होता है. जो नहीं हो पा रहा है. पश्चात तुरंत ही 4 बजे दूकानें बंद होती है. इन दिये गये समय में मार्केट में दोपहर बाद अचानक भीड़ बढ़ने से चाहकर भी सोशल डिस्टेंस का ठीस से पालन नहीं हो रहा है और प्रशासन का पथक आकर पेनाल्टी लगा रहा है. व्यापारी चाहकर भी कुच नहीं कर पा रहे हैं. जितना कमाया, उससे ज्यादा कुछ दुकानदारों को जुर्माना देना पड़ रहा है. अनेक व्यापारियों ने इन दिक्कतों के बारे में महानगर चेंबर को बताया.
इस संदर्भ में महानगर चेम्बर व लॉजिंग एवं रेस्टोरेंट असो. की ओर से कलेक्टर से मुलाकात की गई. रेस्टोरेंट व लॉजिंग असोसिएशन की ओर से रेस्टोरेंट को कुल क्षमता के 50 प्रतिशत अनुमति देने की विनती की. उस पर शादियों के लिये भी कुल क्षमता के 50 प्रतिशत चलाने की अनुमति मांगी. उन्होंने कलेक्टर को बताया कि पिछले एक साल से लगातार कोरोना की वजह से बंद होटल, लॉजिंग व लॉन व्यवसायी अपनी देनदारी चुका नहीं पा रहे हैं. बैंक कर्ज का भुगतान, आयकर, जीएसटी, मनपा कर, बिजली बिल आदि की देनदारी में व्यवसाय बंद होने से तकलीफ हो रही है. इससे कुछ व्यवसाय बंद होने की स्थिति में आ गये हैं. इस पर कलेक्टर साहब ने सकारात्मक निर्णय का आश्वासन सभी को दिया.
इसके साथ ही महानगर चेम्बर की ओर से अध्यक्ष सुरेश जैन ने कलेक्टर से मार्केट के समय में बदलाव कर उसे 11 से 7 बजे तक करने की विनती की. सभी व्यापारियों का कहना है कि समय बदलने से मार्केट में भीड़ कम होगी. नियमों का ठीक से पालन होगा. व्यापारियों को दंड नहीं लगेगा, पहले ही व्यापार बंद है से कर्मचारियों के पगार दूकानदार नहीं दे पा रहे हैं. मार्च माह होने से सरकारी टैक्स की देनदारी है जो समय पर पूरी नहीं करने पर भारी दंड व ब्याज लगेगा. सभी व्यापारी बेहद आर्थिक दिक्कत में है. प्रशासन व्यापारी की दिक्कतों को समझे व बदलाव करें. उसी प्रकार लॉजिंग, रेस्टोरेंट, होटल व लॉन्स को उनकी कुल क्षमता से 50 प्रतिशत व्यवसाय करने की अनुमति देने की मांग की. रेस्टोरेंट, होटल व किराना व्यवसायी को उनकी सुविधानुसार समय देने की मांग की गई.
इसी तरह शहर के मुख्य रास्ते पर बढ़ते अतिक्रमण से गांधी चौक, टांगा चौक, चित्रा चौक, जवाहर गेट चौक की ओर आने-जाने के लिये घंटों ट्रैफिक जाम रहता है. ट्रैफिक जाम के कारण भीड़ बढ़ने से कोरोना का अधिक मात्रा में प्रसार हो रहा है. कोरोना महामारी के चलते ट्रैफिक नियोजन की व्यवस्था करवाने की विनती सुरेश जैन ने की है. कलेक्टर को निवेदन देते समय महानगर चेंबर अध्यक्ष सुरेश जैन, बबलू शेखावत, विलास इंगोले, बिट्टू सलूजा, सारंग राऊत, घनश्याम राठी, सुरेश चांदवानी, गजानन राजगुरे, बंटी अग्रवाल,रितेश उके, मनीष राजानी, सतीश कुकरेजा, सुनील खुराना, अशोक राठी उपस्थित थे.