सिंचाई का क्षेत्र बढ़ाने के साथ ही उच्चोकोटी के पुनर्वसन पर जोर
रोहणखेड़, दोनद, पर्वतापुर व नांदूरा का पुनर्वसन प्रस्तावित
अमरावती/दि.18 – राजुरा बृहत लघु सिंचाई योजना की तरह अब पूर्णा नदी के तट में टेंभा गांव के समीप पेढ़ी नदी पर पेढ़ी बैरेज उपसा सिंचाई योजना को संशोधित प्रशासकीय मंजूरी मिली है. विविध प्रकल्पों को बढ़ावा देकर जिले में सिंचाई का क्षेत्र बढ़ाने के साथ ही उच्च कोटी के पुनर्वसन हेतु ठोस प्रावधान किया गया है. ऐसी जानकारी जलसंपदा राज्यमंत्री बच्चू कडू ने दी है.
राज्यमंत्री कडू ने बताया कि चांदूर बाजार तहसील के गांव राजूरा के समीप राजूरा नाले पर लघु सिंचाई प्रकल्प के कार्य के लिए 193 करोड़ 81 लाख रुपए की योजना को सुधारित प्रशासकीय मंजूरी हाल ही में मिली है. साथ ही अब पेढ़ी उपसा सिंचाई योजना के 361 करोड़ 61 लाख रुपए के प्रकल्प को मंजूरी मिलने के कारण यह महत्वपूर्ण काम तेजी से होने वाले हैं. प्रकल्प निर्माण करते समय वे कार्य उच्चकोटी के होने के साथ ही पुनर्वसन का कार्य भी अच्छा होना चाहिए, ऐसा टार्गेट है. उच्च कोटी के पुनर्वसन के लिए ठोस प्रावधान किया गया है.
तापी कोरे में पूर्णा उपखोरा में टेंभागांव की पूर्व दिशा में पेढ़ी नदी पर पेढ़ी बैरेज उपसिंचाई योजना प्रस्तावित की गई है. इस बैरेज की कुल संग्रहण क्षमता 4.65 दलघमी है. इसमें जिंदा जलसंग्रहण 4.60 दलघमी व मृत जलसंग्रहण 0.05 दलघमी है. बैरेज की लंबाई 120 मीटर है. 126.50 मीटर आकार के खड़े उठाने की पद्धति से 8 दरवाजे रहेंगे. बैरेज के बेस में परागम्य मुलायम भूस्तर रहने से बैरेज डिफॉर्गम वॉल सहित रुफ फाऊंडेशन पर प्रस्तावित है. बायें तट पर 100 मीटर का व दाहिने तट पर 81 मीटर का मिट्टीघराव प्रस्तावित है. दोनों ओर की अधिकतम ऊंचाई 9.50 मीटर है. प्रकल्प का लाभ 7 गांवों के 2 हजार 232 हेक्टेयर खेती के साथ ही पेयजल व मत्स्य व्यवसाय को मिलने वाला है.
इस योजना में भूसंपादन व पुनर्वसन के लिए 128.29 करोड़ रुपयों का प्रावधान किया गया है. रोहणखेड, दोनद, पर्वतापुर व नांदूरा इन 4 गांवों का पुनवर्सन प्रस्तावित है. उसके लिए 77.88 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. उच्च कोटीके पुनर्वसन हेतु परिपूर्ण नियोजन किया गया है.