पौधारोपण के साथ- साथ वृक्ष संरक्षण भी जरूरी- प्रमोद पोकले
आधार बहुउद्देशीय संस्था द्बारा वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न
अमरावती/दि.16– प्रकृति एक दैवीय उपहार है और विविधता से भरी है. पेड, वन संसाधन और पशु-पक्षी मानव जीवन का अभिन्न अंग है, जो इसके सर्वागीर्ण सौंदर्य को बढाते हैं. हालांकि, वर्तमान समय में पेडों की अमानवीय हत्या के कारण पर्यावरण का संतुलन बिगड रहा है, इसलिए पेड लगाना समय की मांग है और इसके साथ-साथ पेडों की देखभाल और उनका पोषण करना भी आवश्यक है.
आधार बहुउद्देशीय सामाजिक संस्था, जुनी बस्ती बडनेरा द्बारा हर साल कई सामाजिकक गतिविधियां आयोजित करता है. उसी के तहत रविवार 14 जुलाई को वृक्षारोपण किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ ज्येष्ठ नागरिक सुरेशपंत श्रीरामवार, रमेशराव इंगोले एवं युवा स्वाभिमान के सुनीलभाउ राणा द्बारा भारत माता की छवि का पूजन कर किया गया. इसके बाद दूरदर्शन व आकाशवाणी गायक प्रमोद पोकले ने संत तुकाराम महाराज का वृक्षवल्ली आम्हां सोयरी वनचरे, पक्षीहि सुस्वरे आळविती यह गीत प्रस्तुत कर माहोल बना दिया. पर्यावरण संरक्षण और हरित आवरण बढाने के लिए सरकार विभिन्न वृक्षारोपण कार्यक्रम चला रही है. पर्यावरण संरक्षण जितना सरकार का दायित्व है, उतना ही नागरिक और सामाजिक संगठनों का भी है. इसे ध्यान मेें रखते हुए बडनेरा जुनी बस्ती में आधार बहुउद्ेशीय संस्था हर साल वृक्षारोपण करता है जो वास्तव में एक सराहनीय पहल है. इस अनुसार आधार संस्था द्बारा कोंडेश्वर रोड पर श्री मरीमाता संस्थान, भद्रा मारूति मंदिर और श्री कोेंडेश्वर नजिक श्री हनुमान मंदिर के परिसर में लगभग 51 पेड लगाए गये. इस अवसर पर आधार बहुउद्देशीय संस्था के अध्यक्ष विनायक घिमे, सचिव विजय इंगोले, सहसचिव सुमंत देव, रविंद्र कोटांगले, श्याम बडनेरकर, किरण अंबाडकर, निशिकांत राजबिंडे, विश्वेश पांडे, संजय जोशी, प्रदीप दातीर, मोहन अंबाडकर, अंकश पकडे, विनायक अंबाडकर, राजुभाउ सुने, संतोष पोकले, प्रकाश दूधे, गजानन करंडे, भारत गाडगे, अनिल अंबाडकर, गजानन माहोरे, मंगेश दलवी, बाबुराव राउत सुभाष सुने, राजाभाउ पांडे, अनंत जोशी, प्रल्हाद कुथे, निकेश सोनवणे, सुरेश दूधे, भगवान अंबाडकर, आनंदराव दरोली, देवीदास बांडाबूचे, शैलेश अंबाडकर, हर्षल अंबाडकर, मयुर अंबाडकर सहित अनेक प्रकृति प्रेमी उपस्थित थे.