अमरावती

दुपहिया के साथ ही दो हेल्मेट की विक्री अनिवार्य

शोरुम चालकों के लिए बाइक के साथ दो हेल्मेट लेना जरुरी

अमरावती/दि.19 – सडक हादसे में सर्वाधिक मौतें सिर पर मार लगने की वजह से होती है. इसमें भी दुपहिया सवारों की संख्या तुलनात्मक रुप से अधिक रहती है. ऐसे में इस तरह की घटनाओं और हादसों में होने वाली मौतों को टालने हेतु नया दुपहिया वाहन खरीदते समय 2 हेल्मेट खरीदना जरुरी है. साथ ही शोरुम चालकों के लिए भी दुपहिया की विक्री करते समय ग्राहक को 2 हेल्मेट देना अनिवार्य किया गया है. लेकिन इसके बावजूद पाया जाता है कि, अधिकांश दुपहिया चालकों द्बारा हेल्मेट के प्रयोग की ओर अनदेखी की जाती है. 2 हेल्मेट तो दूर वाहन चलाने वाले व्यक्ति द्बारा खुद अपने लिए 1 हेल्मेट का भी प्रयोग नहीं किया जाता. ऐसे में केवल हेल्मेट विक्री की सख्ती करने से क्या फायदा होगा. यह अपने आप में सबसे बडा सवाल है.
हकीकत में स्थिति यह है कि, हेल्मेट अपनी ही सुरक्षा के लिए है. अब तक वाहन चालकों में यह भावना ही पैदा नहीं हुई है. वहीं कई लोगों को यह लगता है कि, हेल्मेट पहनकर गाडी चलाने में वे सहज नहीं रह पाते और हेल्मेट की वजह से ही उनके साथ हादसा घटित हो सकता है. ऐसे में कार्रवाई हुई, तो चलेगा लेकिन हेल्मेट का प्रयोग नहीं करेंगे, ऐसी भावना कई दुपहिया वाहन चालकों में बन गई है. जिसके चलते सख्त कानून बनाने के बावजूद लोगबाग हेल्मेट नहीं पहनने के बहाने खोजते रहते है.

* आरटीओ ने जारी किया है निर्देश
– परिवहन द्बारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक प्रत्येक दुपहिया वाहन की विक्री के समय शोरुम संचालक द्बारा ग्राहक को 2 हेल्मेट देना अनिवार्य किया गया है.
– साथ ही दुपहिया वाहन चलाने वाले व्यक्ति सहित दुपहिया पर पीछे बैठने वाले व्यक्ति के लिए भी यात्रा के दौरान हेल्मेेट पहनना अनिवार्य किया गया है.

* नियमों का कितना होता है पालन?
– कई बार वाहनों की कीमत के साथ दो हेल्मेट की कीमत जोडी जाती है. वहीं कुछ स्थानों पर व्यवसायिक स्पर्धा के चलते वाहन की कीमत में ही हेल्मेट भी उपलब्ध कराए जाते है. हालांकि ऐसा काफी कम प्रमाण में होता है.
– कई बार बाइक शोरुम संचालकों द्बारा ग्राहकों को साफ तौर पर बताया जाता है कि, हेल्मेट नहीं लेने पर टूविलर भी नहीं मिलेगी. ऐसे में कई बार ग्राहकों द्बारा हेल्मेट के लिए नानुकूर की जाती है और काफी घिसपिस के बाद लोग हेल्मेट लेने के लिए तैयार होते है, लेकिन इसके बावजूद सडक पर दुपहिया चलाते समय कोई भी हेल्मेट का प्रयोग नहीं करता.

* हेल्मेट की दुपहिया वाहनों के साथ विक्री प्रत्येक बाइक शोरुम के लिए अनिवार्य की गई है. यदि इसमें किसी भी तरह की ढिलाई बरती जाती है, तो संबंधित बाइक शोरुम संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है. साथ ही दुपहिया चलाने वाले प्रत्येक व्यक्ति ने दुपहिया चलाते समय खुद अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखकर हेल्मेट का प्रयोग जरुर करना चाहिए. ताकि किसी भी तरह का हादसा होने पर दुपहिया चालक के साथ ही दुपहिया पर पीछे बैठे व्यक्ति की जान बच सके.
– सिद्धार्थ ठोके,
सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी.

Related Articles

Back to top button