महिलाओं की समस्याओं को सुलझाने को सदैव प्रयासरत : जयश्री कुबड़े
सावित्री ब्रिगेड अमरावती द्वारा जागर ‘स्त्री शक्तीचा’ कार्यक्रम का आयोजन
अमरावती /दि.28– मकर संक्रांति के अवसर पर प्रसिद्ध समाज सेविका जयश्री कुबड़े के नेतृत्व में अमरावती के कठोरा नाका स्थित स्वामी विवेकानंद थीम पार्क में सावित्री ब्रिगेड अमरावती द्वारा जागर ‘स्त्री शक्तिचा’ कार्यक्रम के अंतर्गत हल्दीकुंकू, उखाणे प्रतियोगिता, कराओके गीत गायन प्रतियोगिता जैसे विविध मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए गए. इन कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि विधायक सुलभाताई खोडके, पूर्व महापौर किरण ताई महल्ले, सुप्रसिद्ध लेखिका व समाजसेवी रजियाना सुल्ताना, उन्नत भारत सरकार अभियान की आर्थिक विश्लेषक अर्चना बारब्दे, समाजसेवी अनिता लंगड़े थीं. स्वागताध्यक्ष अनिता ताई प्रदीप खवले थी. साथ ही सुरेखा लुंगारे, गंगाताई खारकर, लता देशमुख, रजनी आमले, रीता मोकलकर, स्मिता घाटोल, किरणताई मेहेरे प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
सर्वप्रथम क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले और महात्मा फुले के छवी का दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यार्पण किया गया. प्रस्तावना में कहा गया है कि महिलाएं अब सभी क्षेत्रों में अग्रणी हैं. सावित्री ब्रिगेड के माध्यम से महिलाओं के मुद्दों और समस्याओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए तथा महिलाओं की प्रतिभा को अवसर प्रदान किया जाना चाहिए. जयश्रीताई कुबड़े ने कहा कि वह हमेशा यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगी कि महिलाएं अपने क्षेत्रों में क्रांति ला सकें और अपने परिवारों की देखभाल करते हुए पुरुषों के साथ समान स्तर पर काम कर सकें.
प्रसिद्ध समाजसेविका और लेखिका रजियाना सुलताना ने कहा की क्रांतिकारी ज्योति सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा के द्वार खोले. इसलिए आज महिलाओं ने अपने क्षेत्र में क्रांति ला दी है. वे अपने परिवार की देखभाल करते हुए पुरुषों के बराबर काम कर पा रही हैं. मैं समाज सेविका जयश्री कुबड़ेताई को धन्यवाद देना चाहूंगी जिन्होंने एक मनोरंजक कार्यक्रम का आयोजन किया और महिलाओ को एक मंच दिया. सावित्री ब्रिगेड के माध्यम से महिलाओं की प्रतिभा को उजागर किया जा रहा है. इसलिए महिला हर परिवार का अहम हिस्सा होती है. एक महिला के बिना परिवार अधूरा रहता है. परिवार के बिना समाज पूरा नहीं हो सकता. पूर्व महापौर सुरेखा लुंगारे ने कहा कि, परिवार के प्रत्येक सदस्य की देखभाल कर परिवार को सफलतापूर्वक चलाने की शक्ति केवल महिलाओं में ही होती है. अमरावती विधायक सुलभाताई खोडके कहा की तब से लेकर आज तक, यद्यपि आधुनिक समय में महिलाओं ने प्रगति की है, फिर भी उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. महिलाओं को समाज में अपनी पहचान बनाने की स्वतंत्रता है. सभी को महिलाओं को अपना कार्यक्षेत्र बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए.
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों ने आशा स्वयंसेविकाओं को फूल एंव साड़ि देकर सम्मानित भी किया. कराओके गायन प्रतियोगिता और उखाना प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का संचालन श्रीमती पल्लवी वैद्य ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कविता बोंडे ने दिया. इस कार्यक्रम में श्रीमती संगीता पाटिल, अरुणा चौधरी, साधना मस्के, योगिता खवले, सोनाली बेलोरकर, वैजयंती टवलारे, वैशाली अलोने, नीता उमेकर सहित सावित्री ब्रिगेड की सभी पदाधिकारी व सदस्य तथा बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं.