अमरावती

अमन खान और शशांक धानके की हिम्मत और विश्वास

अमरावती/दि.4 – अमरावती के नवयुवक अमन खान अपने मित्र शशांक धानके को अपनी बाइक पर बिठाकर अमरावती से लेह लदाख के लिए रवाना हुए. ये विदर्भ के पहले दो बहादुर युवक है. जिन्होंने बाइक द्बारा लेह लदाख के उमलिगला के पास बाइक द्बारा जाने का इरादा किया. जिसकी उंचाई 19024 फिट है और यह दुनिया का सबसे उंचा मोटरेबिल रोड है. वहां पहुंचने में दोनों युवको को काफी कठिनाईयों का सामना करना पडा. 14 जुलाई को जब वे दोनों लेह-लदाख से उमलिंगला पास के लिए निकले तो वहां का तापमान एकदम विपरित था तथा ऑक्सीजन की बहुत कमी थी. आक्सीजन की कमी होने के कारण बाइक भी साथ नहीं दे रही थी. गुगल के नक्शे में उमलिंगला पास का कहीं कोई विवरण नहीं है. वो दोनों स्थानीय लोगों से पूछ पूछकर 19024 फिट उंचाई के उमलिंगला पास पर पहुंचे जो कि भारत और चीन की बॉर्डर के करीब है. लेकिन कहते है कि अगर दिल में कोई काम करने का जज्बा हो तो मुश्किल भी आसान लगने लगती है. दोनों ने ठान रखा था कि 19024 फिट उंची उमलिंगला के पास जाकर वह भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराकर अपने विदर्भ से अमरावती का नाम उजाकर करके आएंगे धन्य हो अमन खान और शशांक धानके .

 

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