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कौशल्य विद्यापीठ का अमरावती केंद्र आरंभ

कुलगुरु डॉ. अपूर्वा पालकर व्दारा जानकारी

* विद्यार्थियों को सीधे जॉब
* सप्ताह के 60 घंटे इंडस्ट्री ट्रेनिंग
अमरावती/दि.1- देश के युवा होने के साथ यहां बेरोजगारी की समस्या को दूर करने कौशल्य विद्यापीठ की सर्वप्रथम महाराष्ट्र में स्थापना की गई हैं. इसका अमरावती के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में केंद्र आरंभ किया गया हैं. जल्द ही इसके विषयों की संख्या और वर्ग बढाए जाएंगे. यहां पढनेवाले विद्यार्थियों को संबंधित उद्यम में सीधे रोजगार मिलेगा. अभी आईटीआई करने वाले विद्यार्थियों को रोजगार का प्रतिशत 30-40 हैं. कौशल्य विद्यापीठ में यह 100 प्रतिशत होगा, ऐसा लक्ष्य रखा गया हैं. यह जानकारी महाराष्ट्र राज्य कौशल्य विद्यापीठ की कुलगुरु डॉ. अपूर्वा पालकर ने आज दोपहर आईटीआई स्थित केंद्र में पत्रकार परिषद में दी. इस समय आईटीआई के प्राचार्य एस.के. बोरकर, संचालक प्रदीप घुले, सहसंचालक के.एस. विसाले, रविंद्र लोखंडे और अन्य अफसरान उपस्थित थे.
* उद्योगों से चर्चा, उस मुताबिक कोर्स
डॉ. पालकर ने बताया कि, अमरावती के उद्यमियों से उन्होंने आज सवेरे चर्चा की हैं. उसी प्रकार कौशल्य विवि का पाठ्यक्रम उद्योगों को आवश्यक कुशल मैनपॉवर के हिसाब से निर्धारित हो रहा है और आगे भी होगा. अमरावती में स्वास्थ्य उपकरण, वस्त्र उद्योग और अन्य उद्यम हैं. उस हिसाब से यहां मैकक्ट्रानिक जैसा नया कोर्स आरंभ कर विद्यार्थी को उद्यम के लिए तैयार किया जाएगा. आईटीआई करने वाले विद्यार्थी कौशल्य विद्यापीठ से पदवी और डिप्लोमा प्राप्त कर सकेंगे. उन्हें आसानी से रोजगार मिलेंगे.
* महाविद्यालय से संलग्न
डॉ. पालकर ने बताया कि, महाविद्यालयों को भी संलग्न किया जाएगा. कौशल्य विवि की अपनी शिक्षा नीति केंद्र सरकार ने तय की हैं. उसी हिसाब से पाठ्यक्रम रहेंगे. आगामी जून, जुलाई से बिटेक, इलेक्ट्रानिक और कृषि तथा अन्य विषयों पर कोसेस तैयार किए जा रहे हैं. ऐसे ही बडी उम्र के लोगों के लिए भी रिस्किलिंग की 5 स्कूल विद्यापीठ प्रारंभ करेगा. जिसमें विज्ञान तथा इलेक्ट्रानिक, वाणिज्य और प्रबंधन, मीडिया और मनोरंजन तथा अन्य विषयों की पढाई होगी और लोगों को रिस्किल किया जाएगा.
* 60 घंटे ऑन दी जॉब
आईटीआई करने के बाद विद्यार्थी कौशल्य विवि में पढाई करेगा तो, 40 घंटे कक्षा में पढाया जाएगा. 60 घंटे ऑन दी जॉब ट्रेनिंग होगी यह पूरे विश्व में अलग व्यवस्था हैं. निश्चित ही पदवी प्राप्त करने पर कौशल्य विवि का छात्र अन्य सामान्य विद्यापीठ के छात्र से आगे रहेगा. क्योंकि उसे ऑन दी जॉब ट्रेनिंग का अनुभव होगा. अमरावती में 60-60 विद्यार्थियों की कक्षाएं अभी शुरु होगी. समय के साथ यह कक्षाएं और पाठ्यक्रम बढते जाएंगे. कौशल्य विवि से निश्चित ही स्टार्टअप और ऐसी छोटी कंपनी शुरु करने योग्य विद्यार्थी तैयार होंगे.
* क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग
एक प्रश्न के उत्तर में डॉ. पालकर ने बताया कि, अमरावती के विद्यार्थी को यहां बैठे-बैठे किसी दूसरे शहर अथवा स्थान पर स्थित कंपनी में जॉब मिल सकता हैं. ऐसा क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग भी होगा. छह माह में ही विद्यार्थी ऐसी कंपनी के लिए काम कर सकेंगे.

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