अमरावती की दर्शना पहुंचा केंद्रीय मंत्री के पास
बीजेपी युवा की सक्षम कार्यकर्ता

* चिराग पासवान से मांगा संभाग हेतु बडा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
अमरावती /दि.15- भारतीय जनता पार्टी के ट्रान्सपोर्ट सेल की महाराष्ट्र उपाध्यक्ष दर्शना प्रमोद बंब (जैन) ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से पिछले दिनों दिल्ली जाकर भेंट की और उनसे अमरावती संभाग के लिए क्षेत्र की फसलों पर आधारित बडा खाद्य प्रसंस्करण केंद्र उद्योग हेतु विनती की. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से दीर्घ चर्चा कर संभाग के किसान हितों में इस प्रकार के प्रकल्प नितांत आवश्यक होने की बात कही. इस दौरान केंद्रीय मंत्री के सहयोगी उपस्थित थे.
* किसान पीढी के लिए आवश्यक
दर्शना बंब के पिता स्वयं चांदूर रेल्वे में खेतीबाडी करते हैं. दर्शना ने केंद्रीय मंत्री पासवान से चर्चा में खेती किसानी का ही विषय प्रमुखता से उपस्थित किया. उन्होंने कहा कि, किसान पीढी के लिए क्षेत्र में संतरा सहित अन्य फसलों पर आधारित उद्यम आवश्यक है. यहां पीएम मित्र टेक्स्टाइल पार्क स्थापित होने जा रहा है. जिससे कपास को यहीं मार्केट मिल जाएगा. हो सकता है कि, किसानों का कंपनियों से सीधा अनुबंध भी हो. दर्शना ने अन्य फसलों खास कर संतरा पर आधारित बडा उद्यम अत्यंत जरुरी होने की तरफ मंत्री पासवान का ध्यान आकृष्ट किया. उन्होंने कहा कि, भारत कृषि प्रधान देश है. यहां कृषि को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
* किसान प्रशिक्षण बढने चाहिए
दर्शना बंब जैन ने केंद्रीय मंत्री से भेंट दौरान क्षेत्र में किसान को उनकी पैदावार बढाने की दृष्टि से प्रशिक्षण और कार्यशालाओं के बहुतेरे आयोजन करने की ओर भी मुखातिब किया. दर्शना ने कहा कि, मेलघाट में बांस के वन है. बांस आधारित इकोनॉमी विदर्भ में विकसित की जा सकती है. बांस से विदर्भ के किसानों की कायापलट भी हो सकती है. केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ बीजेपी नेता नितिन गडकरी बांस की इकोनॉमी डेवलप करने के लिए प्रयत्नशील है. नागपुर के देशपांडे भी इस दिशा में काम कर रहे हैं.
* किसान पुत्रों का भविष्य हो बेहतर
दुबई में अपना ट्रान्सपोर्ट बिजनेस चला रही किंतु मूल रुप से अमरावती निवासी दर्शना बंब ने केंद्रीय मंत्री से किसान पुत्रों के बेहतर भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा इस भेंट दौरान की. उन्होंने कहा कि, ऐसा प्रसंस्करण उद्यम होना चाहिए, जिसमें विनविन सिचूएशन रहे. किसानों का भी लाभ हो, उनके पुत्रों का भविष्य बेहतर हो, उद्योग लगाने वाले भी लागत वसूल कर सके. इसके लिए निर्यातोन्मुख उत्पाद तैयार करना आवश्यक है. दर्शना बंब ने गत 7-8 वर्षों में उनके द्वारा किये गये विश्लेषण को भी केंद्रीय मंत्री के सम्मुख प्रस्तुत किया. बताते हैं कि, उर्जा से सराबोर दर्शना के प्रेझेंटेशन से केंद्रीय मंत्री खासे प्रभावित हुए. उन्होंने दर्शना के सुझावों पर गौर करने की बात कही.