अमरावती/दि.8 – गर्मी के मौसम में शादी-ब्याही समारोह तथा स्कूल व कॉलेज में रहने वाले अवकाश की वजह से कई लोगबाग बाहरगांव आना-जाना करते है. जिसके लिए लंबी दूरी की यात्रा पर जाने के इच्छूक काफी पहले से रेलगाडियों में अपने टिकट आरक्षण कर लेते है. जिसके चलते इस समय मुंबई व पुणे रुट पर चलने वाली सभी रेलगाडियां हाउसफुल्ल चल रही है. साथ ही अमरावती-मुंबई अंबा एक्सप्रेस, गोंदिया-मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस तथा नागपुर-पुणे गरीबरथ जैसी रेलगाडियों में अप्रैल माह के अंत में ‘नो रुम’ वाली स्थिति है. जिसके चलते कई लोगों को अपनी यात्रा वेटींग में करनी पड रही है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, मुंबई-पुणे रुट वाली रेलगाडियोें के साथ-साथ दिल्ली, चेन्नई, हावडा व अहमदाबाद जैसे मार्गों पर चलने वाली रेलगाडियों में भी वेटींग लिस्ट अच्छी खासी है. कुछ रेल्वे स्टेशनों पर दुरुस्ती के काम चल रहे है. जिसके चलते पैसेंजर गाडियों को बीच-बीच में रद्द किया जा रहा है. इसकी वजह से एक्सप्रेस रेलगाडियों पर यात्रियों का बोझ बढ रहा है. ज्ञात रहे कि, अमरावती स्टेशन से 12 तथा बडनेरा स्टेशन से 76 रेलगाडियां रोजाना दौडती है. जिसमें से ज्यादातर रेलगाडियां पूरी तरह से हाउसफुल्ल है और अगले कई दिनों तक इन रेलगाडियों में आरक्षण उपलब्ध नहीं है.
* सर्वाधिक भीड मुंबई-पुणे मार्ग पर
गोंदिया-मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस के साथ ही अमरावती-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को मुंबई आने-जाने के लिए अच्छा खासा पसंद किया जाता है. इसके अलावा बडनेरा स्टेशन से पुणे की ओर जाने के लिए भी कई रेलगाडियां उपलब्ध है. जिसमें से नागपुर-पुणे गरीबरथ को किफायती दामों की वजह से ज्यादा पसंद किया जाता है. इन सभी रेलगाडियों में आरक्षण की स्थिति हाउसफुल्ल वाली चल रही है और इन रेलगाडियों में अच्छी खासी वेटींग लिस्ट है.
* इन रेलगाडियों में नो रुम
ट्रेन कब तक आरक्षण फुल्ल वेटींग
अंबा एक्स. 12 मई 254
विदर्भ एक्स. 30 अप्रैल 332
पुणे गरीबरथ 10 मई 135
महाराष्ट्र एक्स. 15 अप्रैल 57
नवजीवन एक्स. 28 अप्रैल 75
हावडा मेल 20 अप्रैल 35
गोंडवाना एक्स. 25 अप्रैल 45
शालीमार एक्स. 30 अप्रैल 75
मुंबई व पुणे रुट पर आने-जाने वाली अधिकांश रेलगाडियों के साथ ही हावडा, दिल्ली व चेन्नई मार्ग पर चलने वाली रेलगाडियों में अभी से अच्छी खासी वेटींग चल रही है. इस बार गर्मी के मौसम दौरान होने वाली यात्रियों की भीड को देखते हुए कुछ विशेष रेलगाडियों को शुरु किए जाने की उम्मीद है.
– महेंद्र लोहकरे,
प्रबंधक, अमरावती रेल्वे स्टेशन