अमरावती

शिवभक्ति में डूबी रही अंबानगरी

जगह- जगह चलती रही भक्तों की सेवा

* चाय- नाश्ता, शरबत वितरण और जलसेवा लोग करते रहें
* भंडारे में भी दिखाई दी लंबी कतारें
* सभी तरफ हर- हर महादेव की गूंज

अमरावती/ दि. 20– सीहोर के विख्यात पं. प्रदीपजी मिश्रा की पांच दिवसीय महाशिवपुराण कथा में अंबानगरी समेत संपूर्ण विदर्भ और अन्य राज्यों के लोग तल्लीन रहे. शहर के सभी मार्गो से शिवभक्तों का हुजूम दस्तुरनगर मार्ग से छत्रीतालाब रोड होते हुए हनुमान गढी की तरफ ही उमड रहा था. पैदल जानेवाले भक्तों के लिए लोग स्वयंस्फूर्ति से चाय -नाश्ते, शरबत व पेयजल का वितरण करते रहे. कथास्थल तक सभी मार्गो पर हर- हर महादेव की गूंज सुनाई दी. हर दिन के भंडारे का भी लाखों लोगों ने लाभ लिया.

पं. प्रदीपजी मिश्रा की पांच दिवसीय शिवमहापुराण कथा की शुरूआत 16 दिसंबर से हुई. इसके पूर्व 15 दिसंबर को शहर के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से भव्य कलश यात्रा निकाली गई. आयोजक हनुमान चालिसा ट्रस्ट चेरिटेबल ट्रस्ट के सर्वेसर्वा विधायक रवि राणा, सांसद नवनीत राणा, समाजसेवी लप्पीसेठ उर्फ चंद्रकुमार जाजोदिया ने इस आयोजन की भव्य दिव्य तैयारी की. पहले दिन से ही लाखों शिवभक्त कथास्थल पर उमड पडे. पहले चार दिन दोपहर 1 से अपरान्ह 4 बजे तक कथा चली. अंतिम दिन यानी बुधवार 20 दिसंबर को कथा का समय सुबह 8 से 11 बजे तक था. अंतिम दिन शिवभक्तों का मध्यरात्रि से ही कथास्थल की तरफ जत्थों के साथ हुजूम बढने लगा था. तडके 4 बजे से भीड और बढने लगी. इस जनसैलाब की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन तडके 4 बजे से ही सडको पर था. कडी ठंड में भी शिवभक्तों के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आ रही थी. ठंड के बावजूद श्रध्दालुओं की शिवभक्ति को देखते हुए लोग भी स्वयंस्फूर्ति से आज सडकों पर इन भक्तों की सेवा के लिए खडे नजर आए. जगह- जगह चाय, नाश्ता व पेयजल का वितरण किया जा रहा था. अनेकों ने अपने वाहनों से भक्तों को हनुमानगढी तक भी पहुंचाया. आज अंतिम दिन अपार भीड कथास्थल पर रही. परमपूज्य पं. प्रदीपजी मिश्रा की मधुरवाणी में चल रही इस शिव महापुराण कथा का रसपान करने के लिए लोग उत्साही और आतुर दिखाई दिए. जहां जगह मिले वहां इन शिव भक्तों ने अपना डेरा जमाया और तल्लीन होकर इस कथा को सुनते रहे. जब कथा का अंतिम समय आया तब सभी लोग पं. प्रदीप मिश्रा को और भी सुनना चाहते थे. आज के शिव पार्वती के प्रसंग को सुनने में सभी लोग लीन रहे. उलझन को सुलझाने के प्रसंग को महाराज ने काफी सहजता से लोगों को बताया. अनेक शिव भक्तों की इस प्रसंग को देखकर आंंखे भी भर आई थी. कथा समाप्ति और आरती के बाद भक्तगण महाराज के आशीर्वाद पाने के आतुर दिखाई दिए.

राणा दंपत्ति पांचों दिन डटे रहे कथा स्थल पर
परम पूज्य पं. प्रदीपजी मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आनंद लाखों शिवभक्तों ने हर दिन लिया. इसमें सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा व हनुमान चालीसा चेरिटेबल ट्रस्ट के लप्पीसेठ उर्फ चंद्रकुमार जाजोदिया का भी समावेश रहा. यह सभी लोग अपने परिवार के साथ कथा स्थल पर सुबह से देर रात तक डटे रहे और उन्होंने महाराज की कथा का पूरा लाभ लिया.

* हजारों की संख्या में रहे सेवाधारी
कथास्थल पर लाखों की भीड संभालने और अन्य सेवाओ के लिए विविध समितियां गठित की गई थी. करीबन 14 हजार स्वयंसेवकों ने 24 घंटे कथास्थल पर उपस्थित रहकर अपनी स्वयंस्फूर्त सेवा दी. राणा दंपत्ति ने इन सेवाधारियों समेत जिला, पुलिस व मनपा प्रशासन का अंत में आभार भी माना.

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