देहात के 21 थानों में ‘अम्बिस’ प्रणाली शुरू
अंगुली निशान से एक क्लीक में अपराधी की कुंडली
* अपराधी दबोचने और दोषसिध्दी हेतु निर्णायक
अमरावती / दि. 2- गंभीर प्रकरणों में लिप्त गुनाहगारों के अंगुली के निशान पुलिस लेती आयी है. इन अंगुली निशानों को जतन किया गया है. यह पूरा डाटा पुणे स्थित अपराध अन्वेशन विभाग अर्थात सीआईडी कार्यालय में है. अमरावती में भी अपराध होने पर संदिग्ध अंगुली निशान पडताल के लिए पुलिस को पुणे भेजने पडते थे. किंतु अब अम्बिस प्रणाली पुलिस स्टेशन में ही एक क्लीक पर डाटा उपलब्ध हो गया है. इसके कारण प्रकरण की जांच में तेजी आयेगी. पुलिस आरोपी को और जल्दी पकडेगी. इतना ही नहीं तो मुख्य सबूत के रूप में इसे कोर्ट में भी प्रस्तुत किया जा सकेगा. जिससे दोष सिध्दी का प्रमाण बढने की उम्मीद जानकारो ने जताई.
ग्रामीण पुलिस के 21 स्थानों में यह प्रणाली शुरू हो गई है. कोई भी संगीन जुर्म होने पर पुलिस मौके पर पहुंच अन्य सबूतों के साथ संशयित अंगुली निशान लेने विशेषज्ञ आते है. खासकर डकैती, जबरन चोरी, लूटपाट, प्राणघातक हमला, मर्डर जैसे संगीन प्रकरणों में अंगुली के निशान लिए जाते है. पुलिस के पास यह काफी पहले से प्रचलित पध्दति है. अम्बिस प्रणाली कार्यान्वित होने से पुलिस का समय बचेगा.
* प्रणाली की खासियत
सीसी टीवी में व्यक्ति और प्रत्यक्ष व्यक्ति को पहचानने अम्बिस प्रणाली अग्रेड हो रही है. जल्द ही पुलिस को ऐसा सॉफ्टवेयर मिल जायेगा. जिससे सीसीटीवी का संदिग्ध और वह चेहरा का व्यक्ति वह है या नहीं, इसकी पक्की पडताल हो जायेगी. पुलिस अब आरोपी के रेटिना की भी स्केनिंग करेगी. जिससे अंगुली के निशान के साथ रेटिना का संग्रह भी पुलिस को आरोपी की शीघ्र पहचान में मदद करेगा.
* अन्य थानों में भी
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल ने बताया कि फिलहाल देहात के 21 पुलिस स्टेशन में प्रणाली कार्यान्वित की गई है. शीघ्र अन्य थानों में भी अम्बिस क्रियान्वित होगी. आरोपी शीघ्र दबोचे जायेंगे.