
परतवाडा /दि.16– मेलघाट के धारणी व चिखलदरा तहसील की स्वास्थ्य यंत्रणा का स्वास्थ्य मंत्री ने हाल ही में जायजा लिया. चार लोगों को निलंबित किया. जिसके बाद मात्र एक से एक कारनामे सामने आने गले हैं. आदिवासी मरीजों को समय पर एंबुलेन्स नहीं मिलने की सैकडों शिकायतें आयी हैं. किंतु यहां से नागपुर व तलेगांव दशासर ने तबादला पात्र डॉक्टर व कर्मचारियों के घरेलू साहित्य ले जाने के लिए एंबुलेंस का उपयोग होने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है. इस संपूर्ण मामले की जांच करके संबंधितों पर कार्रवाई अपेक्षित है.
चिखलदरा तहसील वैद्यकीय अधिकारी पद की संगीत कुर्सी दो वर्षों से शुरु है, जिसके कारण तहसील में स्वास्थ्य केंद्र का मनमाना कारभार शुरु है. सलोना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का एक गजब कारनामा काफी चर्चा में है. स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत दोनों एंबुलेंस पर पिछले माह से वाहन चालकों के भरोसे काम चल रहा है. इसी बात का लाभ उठाते हुए 25 फरवरी को एंबुलेंस (एमएच-27/डी-0508) एक वैद्यकीय अधिकारी का घरेलू सामान ले जाने के लिए सीधे सलोना में रात 11 बजे नागपुर भेजी गई, वहीं 12 मार्च को आमझरी से रात 9 बजे तलेगांव दशासर एक स्वास्थ्य सेवक का घरेलू साहित्य इस एंबुलेंस से भेजे जाने की जानकारी सामने आयी है. इस दौरान तहसील वैद्यकीय अधिकारी आदित्य पाटिल प्रभारी है तथा उनकी एमडी से आगे वैद्यकीय शिक्षा के लिए चयन हुआ है, ऐसी जानकारी मिली है.
* सीसीटीवी की जांच करें
मालवाहक वाहन की तरह निजी काम के लिए स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी द्वारा एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया. इस कारण संबंधित तारीख पर टोल नाके व अन्य सीसीटीवी फुटेज की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है.
* मामले की जांच होगी
इस प्रकरण की जांच कर संबंधितों पर आवश्यक कार्रवाई जल्द की जाएगी.
– डॉ. सुरेश आसोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी, अमराव