एम्बुलेंस चालक कृष्णा इसाल की निर्मम हत्या
तीन दोस्तों पर घूमी संदेह की सुई, तीनों आये पकड में
* तीनों ही खाना खाने के बहाने घर से लेकर गए थे ढाबे पर
* खोलापुरी गेट थाने में दर्ज हुआ मामला, बडनेरा थाने को होगा ट्रान्सफर
अमरावती/ दि.9 – स्थानीय भातकुली रोड स्थित महेश कॉलोनी निवासी कृष्णा ज्ञानेश्वर इसाल नामक 19 वर्षीय युवक की गत रोज संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई. प्राथमिक अनुमान के आधार पर इस युवक के साथ मारपीट करने के साथ-साथ उसे चाकू घोंपकर मौत के घाट उतारा गया. जिसे लेकर युवक के तीन दोस्त ही शक के घेरे में आ गए, जो उसे बीती शाम ढाबे पर खाना खाने के बहाने घर से ले गए थे और बाद में कृष्णा का एक्सीडेंट होने व उसे अस्पताल में भर्ती कराये जाने के दो अलग-अलग संदेश देते हुए उन्होंने कृष्णा के पिता को गुमराह करने का प्रयास भी किया. ऐसे में कृष्णा के पिता व्दारा दी गई शिकायत के चलते खोलापुरी गेट पुलिस ने संदेह के आधार पर कृष्णा इसाल के यश संगले, ऋषभ ठाकरे व सर्वेश वर्हाडे नामक तीन दोस्तों को अपनी हिरासत में लेने के साथ ही हत्या का मामला दर्ज किया. हालांकि हत्या की वारदात बडनेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत घटित हुई थी. ऐसे में अब यह मामला बडनेरा पुलिस को ट्रान्सफर करने के साथ ही तीनों आरोपियों को बडनेरा पुलिस के हवाले किया जाएगा.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक कृष्णा इसाल अपने पिता ज्ञानेश्वर इसाल के साथ मिलकर इर्विन अस्पताल के सामने से एम्बुलेंस चलाने का काम किया करता था. बीती शाम करीब 6.30 बजे यश सांगले, ऋषभ ठाकरे व सर्वेश वर्हाडे नामक तीन दोस्त कृष्णा के घर पहुंचे और उसे बाहर चलकर किसी ढाबे पर खाना खाने हेतु अपने साथ ले गए. इस समय कृष्णा ने अपने घर पर बताया कि, वह पुराना एमआईडीसी परिसर में बायपास रोड स्थित एक ढाबे पर खाना खाने जा रहा है. पश्चात रात 10 बजे के आसपास कृष्णा के दोस्तों में से एक दोस्त ने कृष्णा के पिता ज्ञानेश्वर इसाल को फोन करते हुए जानकारी दी कि, उनके बेटे इसाल का एक्सीडेंट हो गया है और उसे इलाज के लिए हेडगेवार अस्पताल में भर्ती कराया गया. ऐसे में ज्ञानेश्वर इसाल तुरंत ही दौडते-भागते हेडगेवार अस्पताल पहुंचे, तो वहां पर कृष्णा व उसके तीनों दोस्तों में से कोई भी नहीं था. इसी समय उन्हें एक और फोन कॉल आई और इस बार उन्हें बताया गया कि, कृष्णा को इलाज के लिए रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. ऐसे में ज्ञानेश्वर इसाल तुरंत रिम्स अस्पताल पहुंचे. जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें कृष्णा की बजाय कृष्णा का शव दिखाया और बताया कि, अस्पताल लाये जाने से पहले ही कृष्णा की मौत हो चुकी थी. साथ ही यह भी पता चला कि, कृष्णा की मौत किसी एक्सीडेंट में नहीं हुई, बल्कि कृष्णा के पैरों पर चाकू के कुछ घाव है और पेट पर मारपीट के निशान है, जिसकी वजह से कृष्णा दम तोडा. खास बात यह थी कि, रिम्स अस्पताल में भी कृष्णा का कोई दोस्त मौजूद नहीं था, बल्कि कृष्णा को लगभग मृतावस्था में अस्पताल लाकर छोडने के बाद तीनों ही दोस्त वहां से निकल गए थे. ऐसे में अपने बेटे की मौत को संदेहास्पद मानते हुए कृष्णा के पिता ज्ञानेश्वर इसाल ने तुरंत इसकी जानकारी खोलापुरी गेट पुलिस को दी. जिसपर हरकत में आते हुए बडनेरा पुलिस ने सबसे पहले सर्वेश वर्हाडे नामक युवक को अपने कब्जे में लेकर उससे पूछताछ करनी शुरु की और इसके बाद यश संगले व ऋषभ ठाकरे इन दो युवकों को भी पुलिस ने खोज निकाला. साथ ही कृष्णा के पिता ज्ञानेश्वर इसाल व्दारा दी गई शिकायत के आधार पर खोलापुरी गेट पुलिस ने इस मामले में धारा 302 के तहत हत्या का अपराध दर्ज किया. लेकिन चुंकी घटनास्थल बडनेरा पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है. अत: इस मामले और आरोपियों को अब बडनेरा थाने में ट्रान्सफर किया जाएगा. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात ढाबे पर खाना खाने गए कृष्णा का अपने तीन दोस्तों के साथ शायद किसी बात को लेकर झगडा हुआ. जिसके बाद तीनों ने तैश में आकर कृष्णा के साथ लातघुसों से पीटाई करते हुए उसकी जांघ व पैरों पर चाकू से सपासप वार भी किये. जिसके चलते कृष्णा बुरी तरह से घायल हो गया और आत्याधिक खुन बह जाने की वजह से कृष्णा की मौत हो गई.
दर्जनों एम्बुलेंस चालक पहुंचे सीपी ऑफिस
वहीं इस मामले की जानकारी मिलते ही एम्बुलेंस चालक-मालक संगठन के सभी पदाधिकारी व सदस्य अपने-अपने एम्बुलेंस वाहनों के साथ शहर पुलिस आयुक्तालय पहुंचे. जहां पर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी गई है कि, जब तक इस हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक इसाल परिवार व्दारा कृष्णा इसाल के शव को अंतिम संस्कार हेतु स्वीकार नहीं किया जाएगा. साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी तक एम्बुलेंस चालक-मालक संगठन व्दारा कामबंद आंदोलन भी किया जाएगा.
इस समय एम्बुलेंस चालकों की भावनाओं को समझते हुए सीपी नवीनचंद्र रेड्डी ने इस मामले में जल्द से जल्द पुलिस कार्रवाई करने और आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. इस समय अनुप खडसे, निरंजन खडसे, संतोष राउत, शेषराव रंगारी, अमोल तेटू, स्वप्नील संगले, प्रशांत देशमुख, राजू सानप, किसन जायले, सचिन शेलारे, किशोर लाकेपट, राहुल खडसे, अप्पू खडसे व अक्षय वैरालु आदि एम्बुलेंस चालक उपस्थित थे.