अमरावती/दि.19– केंद्रीय गृह मंत्री तथा भाजपा के राष्ट्रीय नेता अमित शाह ने संसद में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के प्रति अपमानजनक वक्तव्य कर सभी को नाराज किया है. उन्होंने जिस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल किया, उसका हम निषेध करते है. देशवासियों के सामने अमित शाह को अपने वक्तव्य के लिए माफी मांगनी चाहिए, ऐसा समाज भूषण राजू नन्नावरे ने कहा. राजू नन्नावरे ने आगे कहा कि, अमित शाह ने विपक्ष को संबोधित करते हुए कहा था कि, अब एक फैशन हो गया… आंबेडकर… आंबेडकर… बोलने का इतनी बार अगर भगवान का नाम लेते तो सात जन्म तक स्वर्ग हासिल होता… अमित शाह ने जो बात कही है उससे देश की आंबेडकरवादी व संविधान प्रेमी जनता आहत हुई है.
अमित शाह के इस वक्तव्य से उनके दिल व दिमाग पर जातिवाद द्वेषभावना व डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के प्रति घृणा जैसे भाव प्रदर्शित होते है. संविधानिक पद पर कार्य करते समय इंसान संविधान की शपथ लेते है. इस कारण खुद का बर्ताव देश हित व सभी को समान न्याय देनेवाला होना चाहिए. किसी भी जाति-धर्म के प्रति अथवा व्यक्ति प्रति द्वेषभावना को मन में रखते हुए कार्य करना अनुचित है. अमित शाह देश के गृह मंत्री है. वह अगर भारतीय संविधान के शिल्पकार के प्रति अपमानजनक शब्दों का संसद में प्रयोग करते होंगे तो वह लज्जास्पद है. देश ऐसी विचारधारा को स्वीकार नहीं करेंगा.