* डीजीसीए से लाईसेंस मिलने का ही इंतजार
* नये साल में बेलोरा से शुरु हो सकती है हवाई उडाने
* विमानतल पर सभी विकास काम हो चुके पूरे
* भव्य एवं प्रशस्त टर्मिनल सहित एटीसी बनकर तैयार
* अब विमानतल को विमानों व यात्रियों की प्रतीक्षा
अमरावती/दि.18 – अमरावती शहर सहित जिले के लिए बहुप्रतिक्षित एवं महत्वाकांक्षी प्रकल्प रहने वाला बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल अब पूरी तरह से बनकर तैयार है. जिसके चलते अब अमरावती विमानतल से नियमित हवाई उडाने शुरु होने की बडी बेसब्री से शहर एवं जिलावासियों द्वारा प्रतीक्षा की जा रही है. इसी बीच अमरावती विमानतल के विस्तार व विकास का जिम्मा रखने वाली महाराष्ट्र विमानतल विकास प्राधिकरण यानि एमएडीसी की वेबसाइट पर ‘अमरावती एयरपोर्ट कमिंग सून’ का स्लोगन दिखाई देना शुरु हो गया है. यानि एमएडीसी द्वारा जल्द ही बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल से हवाई उडानों का परिचालन शुरु करवाने की तैयारियां की जा रही है. इसे लेकर पता चला है कि, अब अमरावती विमानतल नियमित हवाई उडाने शुरु करने के लिए पूरी तरह से बनकर तैयार है और यहां से हवाई उडाने शुरु करने के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानि डीजीसीए से लाईसेंस मिलने का ही काम बाकी है. जिसे लेकर एमएडीसी द्वारा काफी पहले ही डीजीसीए को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. जिसे यदि जारी माह के दौरान डीजीसीए की ओर से मंजूरी मिल जाती है, तो अमरावती शहर व जिले को नये साल की सौगात के तौर पर बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल से हवाई उडाने शुरु होने का उपहार मिल सकता है.
बता दें कि, बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल पर 1850 मीटर की लंबाई वाले रनवे के विस्तारीकरण का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही इस विमानतल पर डेडीकेटेड सर्विस देने हेतु एटीसी टॉवर, जलापूर्ति, प्रकाश व्यवस्था व टर्मिनल बिल्डिंग जैसे विकास कार्य अमरावती स्थित इंदू कंस्ट्रक्शन्स कंपनी द्वारा बडी तेजी के साथ किये गये. जिसके चलते अमरावती विमानतल से विमानों के टेक ऑफ व लैंडिंग का रास्ता खुल गया है. ऐसे में इस विमानतल के विस्तार व विकास जिम्मा रहने वाली महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी द्वारा इस विमानतल से यात्री विमानों की आवाजाही शुरु करने हेतु केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्रालय से आवश्यक अनुमति मांगी है. जिसके लिए विधानसभा चुनाव से पहले ही एमएडीसी द्वारा डीजीसीए के पास अमरावती विमानतल से नियमित हवाई सेवा शुरु करने के संदर्भ में लाईसेंस मिलने हेतु प्रस्ताव भेज दिया गया था. उस समय उम्मीद जतायी जा रही थी कि, संभवत: विधानसभा चुनाव से पहले ही अमरावती जिलावासियों को बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल से नियमित हवाई उडाने शुरु होने की सौगात मिल जाएगी. परंतु कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते उस समय ऐसा नहीं हो पाया. जिसके चलते अब यह उम्मीद जतायी जा रही है कि, संभवत: नये साल के पहले माह में ही अमरावती जिलावासियों की बरसों पूरानी साध पूरी हो सकती है तथा अमरावती विमानतल से विमानों की आसमान में टेक ऑफ शुरु हो सकती है.
* एटीआर-72 विमानसेवा हेतु करार
अमरावती विमानतल से 72 सीटर विमानसेवा को नियमित शुरु करने हेतु एक विमान कंपनी के साथ सरकार का करारनामा हो चुका है और अब अमरावती विमानतल से हवाई उडाने शुरु करने हेतु केंद्र सरकार से अनुमति मिलने की प्रतीक्षा है. डीजीसीए व अन्य प्राधिकरणों से नाहरकत प्रमाणपत्र मिलने के पश्चात पहले चरण के तहत अमरावती-मुंबई-पुणे विमानसेवा शुरु की जाएगी.
* 6 मंजिला एटीसी टॉवर भी बनकर तैयार
महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी की देखरेख के तहत अमरावती की इंदू कंन्स्ट्रक्शन कंपनी द्वारा एटीसी टॉवर हेतु 6 मंजिला इमारत का निर्माण किया जा चुका है. जिसके लिए 10 टन की क्षमता वाला संयंत्र स्थापित करने हेतु मुंबई से विशेष क्रेन मंगाई गई थी. इसके साथ ही 1850 मीटर की लंबाई वाले सुसज्जित रनवे पर नाइट लैंडिंग केबल के काम पूरे हो चुके है. साथ ही सुरक्षा दीवार के निर्माण का काम भी पूर्ण हो चुका है.
* वर्ष 2009 से हो रहा विमानतल के शुरु होने का इंतजार
बता दें कि, वर्ष 2009 से अमरावती के निकट अकोला रोड पर स्थित बेलोरा गांव के पास विमानतल बनाने की बातें चल रही है. कहने को तो उस प्रस्तावित स्तर पर एक छाटा सा विमानतल भी बनाकर तैयार कर दिया गया था, जो विशिष्ट व अतिविशिष्ट नेताओं के चार्टर्ड विमानों की लैंडिंग व टेक ऑफ के लिए प्रयुक्त होता रहा. वहीं इन 15 वर्षों के दौरान अमरावती शहर एवं जिले के आम नागरिक इस विमानतल से यात्री विमानों की नियमित उडाने शुरु होने का सपना देखते रहे. जिसे लेकर गुजरते वक्त के साथ तमाम तरह के दावे भी किये जाते रहे. वहीं अब 15 वर्षों का लंबा अंतराल बीत जाने के बाद उसी स्थान पर बेहद भव्य एवं प्रशस्त विमानतल बनकर तैयार हो चुका है. जहां पर किसी भी अन्य विमानतल की तरह विश्वस्तरीय गुणवत्तापूर्ण सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध है. जिसके चलते अब इस विमानतल द्वारा अपने रनवे पर विमानों के उतरने व उडने का इंतजार करने के साथ ही विमान यात्रियों के आने की प्रतीक्षा की जा रही है.
* आगामी समय के दौरान अमरावती विमानतल की अंतर्गत व बाह्य सुरक्षा का जिम्मा राज्य के पुलिस महकमें पर रहेगा. साथ ही विमानतल के परिचालन हेतु आवश्यक रहने वाले लाईसेंस को हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्रालय के पास प्रस्ताव भेजा गया है. साथ ही अमरावती विमानतल से विमानों की आवाजाही शुरु करने हेतु राज्य सरकार गंभीरतापूर्वक प्रयास कर रही है.
– गौरव उपश्याम,
प्रभारी प्रबंधक,
अमरावती विमानतल.