राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा की रैंकिंग में अमरावती और यवतमाल अंतिम 5 में
ग्रामीण और शहरी इलाकों में सेवा सुधारने की आवश्यकता
अमरावती /दि.18– राष्ट्रीय स्वास्थ अभियान अंतर्गत चलाये जाने वाले उपक्रमों में राज्य में 9 जिले काफी पिछड गये है. राज्यस्तर पर तैयार की गई रैंकिंग में यह बात स्पष्ट हुई है. जिला स्वास्थ अधिकारी और जिला शल्यचिकित्सक अंतर्गत 9 जिलों के अस्पतालों में स्वास्थ्य विषयक सेवा पर प्रभावी रुप से अमल नहीं हुआ है. इन जिलों में नागरिकों को दर्जेदार स्वास्थ्य सेवा मिली न रहने की बात स्पष्ट होती है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत माता स्वास्थ, बाल स्वास्थ, आयुष्यमान भारत आदि स्वास्थ विषयक सुविधा चलायी जाती है. जिला स्वास्थ अधिकारी, जिला शल्यचिकित्सक के जरिए इन योजनाओं पर अमल किया जाता है. लेकिन इन यंत्रणाओं ने इन उपक्रमों की तहत अनदेखी की है. प्रतिमाह जिलानिहाय रैंकिंग तैयार की जाती है. राज्यस्तर पर तैयार होने वाली रैंकिंग से जिले के कार्यों की स्थिति स्पष्ट होती है. अक्तूबर 2023 में 9 जिलों का काम काफी कमजोर रहा है. जिला स्वास्थ अधिकारी विभाग अंतर्गत रायगढ, लातूर, ठाणे, परभणी, अमरावती और जिला शल्यचिकित्सक अंतर्गत परभणी, यवतमाल, धुले, पुणे, जलगांव आदि जिलों का निर्देशांक अंतिम 5 जिलों में है. इन जिलों की रैंकिंग 30, 31, 32, 33, 34 है. रायगढ को 30.65, लातूर 30.10, ठाणे 29.84, परभणी 27.95, अमरावती जिले को 25.52 अंक मिले है. जिला शल्यचिकित्सक अंतर्गत परभणी जिले को 31.62, यवतमाल 31.25, धुले 30.61, पुणे 29.65 और जलगांव जिले को 29.26 अंक मिले है.
स्वास्थ के निर्देशांक पर यंत्रणा द्वारा नागरिकों को किस तरह स्वास्थ्य सेवा दी गई यह स्पष्ट होता है. 9 जिलों ने सेवा में उदासिनता बरती दिखाई देती है. नागरिकों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिलने के लिए आवश्यक सभी सुविधा दी जाती है. लेकिन स्थानीय स्तर पर यंत्रणा द्वारा अच्छा काम नहीं किये जाने से नागरिकों को परेशानी होती है. रैंकिंग में सबसे कम अंक मिलने वाले जिलों को सुधार करने की सूचना राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान आयुक्त ने दी है.
* आठ जिले पहले पांच में
राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान अंतर्गत स्वास्थ्य उपक्रम पर अमल करने में राज्य के 8 जिले पहले 5 में है. इन जिलों का काम समाधानकारक है. जिला स्वास्थ अधिकारी कार्यालय अंतर्गत सोलापुर, सांगली, सिंधुदुर्ग, धाराशिव, वर्धा और जिला शल्यचिकित्स कार्यालय अंतर्गत कोल्हापुर, लातूर, सोलापुर, सांगली, पालघर आदि जिलों ने अच्छे अंक प्राप्त कर पहले 5 में स्थान हासिल किया है.