अमरावती-/ दि.30 अमरावती कारागृह के इतिहास में पहली बार जेल तोडकर भागने वाले कैदी साहिल अजमत कालसेकर को कल सोमवार के दिन रत्नागिरी जेल से पुलिस के कडी सुरक्षा में अमरावती लाया गया. फे्रजरपुरा पुलिस ने उसे नोटीस देकर अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में सलाखों के पीछे पहुंचाया.
अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में कंबल से कंबल बांधकर उसके सहारे कारागृह की दीवार कुदकर अजमत कालसेकर (33, नायसी, तहसील चिपलून, जिला रत्नागिरी) उसके साथ रोशन गंगाराम उईके (23) और सुमित शिवराम धुर्वे (23, बालापेठ, शेंदुरजनाघाट) जेल तोडकर भाग गए. यह घटना 28 जून के तडके घटी थी. तब से फे्रजरपुरा पुलिस आरोपी की तलाश में थी. फरारी के एक महिना बाद फे्रजरपुरा पुलिस ने साहिल को नागपुर से गिरफ्तार करने का प्रयास किया, परंतु पुलिस की आँख में धुल झोंकते हुए दो मंजिला ईमारत के उपर से कुदकर फरार हो गया था. इसके बाद 15 दिन पश्चात वह मूलगांव नायसी में होने की जानकारी पुलिस को मिली. उसे पकडने के लिए गई चिपलून पुुलिस पर उसने हमला कर तीन पुलिस कर्मचारियों को घायल कर दिया था. इसके बाद भी पुलिस ने उसे धरदबोचा. जेल से फरार होने के अपराध में वह फे्रजरपुरा पुलिस को चाहिए था. इसकी न्यायालयील प्रक्रिया में पूरी की. रत्नागिरी जेल से पुलिस ने उसे सोमवार के दिन फे्रजरपुरा पुलिस के हवाले किया. पुलिस ने नोटीस देकर आरोपी साहिल को अमरावती मध्यवर्ती कारागृह की सलाखों के पीछे पहुंचाया.