* संक्रमण को रोक पाने में स्वास्थ्य विभाग असफल
अमरावती/दि.10 – विगत 4 माह से अमरावती जिले में डेंग्यू व चिकनगुनिया जैसी संक्रामक बीमारियों का जमकर संक्रमण चल रहा है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्र में डेंग्यू के मरीजों की संख्या काफी अधिक है. साथ ही इस बीमारी के संक्रमण की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या का ग्राफ अक्तूबर माह में भी उपर उठ रहा है. मौसम में लगातार होते बदलाव तथा बदरीले वातावरण की वजह से इस बीमारी का संक्रमण अधिक रहने की बात स्वास्थ्य विभाग द्वारा कही गई है. साथ ही ऐसी संक्रामक बीमारियों के संक्रमण को रोकने हेतु आवश्यक उपाय योजना करने में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से असफल साबित दिखाई दे रहा है.
बता दें कि, विगत जून से सितंबर माह के दौरान बारिश का सीजन जारी रहते समय अमरावती मनपा क्षेत्र में डेंग्यू के 246 मरीज पाये गये. यद्यपि मनपा के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दावा किया गया है कि, इस बीमारी के चलते किसी की भी मौत नहीं हुई है. परंतु इसके बावजूद मरीजों की संख्या पर नियंत्रण पाने में स्वास्थ्य विभाग असफल रहा, यह भी एक सच्चाई है. भले ही शहरी क्षेत्र में संक्रमण बीमारियों पर नियंत्रण हेतु आवश्यक उपाय किये जाने का दावा मनपा के वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले द्वारा किया गया है. परंतु हकीकत यह है कि, शहर के कई इलाकों में अब तक किटनाशक दवाओं की फवारणी व धुवारणी नहीं की गई है. साथ ही बारिश के पानी से भरे गड्ढों को साफ नहीं किया गया है और मच्छरों की उत्पत्ति होने वाले स्थानों को भी नष्ट नहीं किया गया है. जिसके चतले डेंग्यू व चिकनगुनिया सहित मलेरिया व स्वाइन फ्ल्यू जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है. लेकिन इसके बाद भी मनपा के स्वच्छता विभाग की नींद नहीं खुल रही.
ज्ञात रहे कि, जून माह में बारिश का सीजन प्रारंभ होते समय डेंगू संक्रमित केवल 10 मरीज पाये गये थे. वहीं बारिश का सीजन खत्म होते-होते सितंबर माह दौरान अमरावती मनपा क्षेत्र में 131 डेंग्यू संक्रमित मरीज पाये गये. इसके अलावा जुलाई माह में 25 व अगस्त माह में 80 डेंग्यू संक्रमित मरीज पाये गये थे. यानि हर महीने डेंग्यू संक्रमित मरीजों की संख्या का ग्राफ लगातार उपर उठ रहा है और यह सिलसिला जारी अक्तूबर माह में भी जारी है. जिसका सीधा मतलब है कि, इस बीमारी के संक्रमण का फैलाव रोकने में स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है तथा संक्रामक बीमारियों के फैलाव को रोकने हेतु पूरी गंभीरता के साथ आवश्यक प्रतिबंधात्मक उपाय नहीं किये गये.
उल्लेखनीय है कि, जुलाई व अगस्त माह के दौरान लगातार बारिश हो रही थी. इसके चलते वातावरण में आर्द्रता व नमी का प्रमाण काफी अधिक था. जिसकी वजह से डेंग्यू वाले मच्छरों की उत्पत्ति अधिक प्रमाण में हुई. जिसके पीछे जगह-जगह बारिश के पानी से भरे गड्ढों की साफ-सफाई नहीं होना सबसे बडी वजह रही. जिसकी ओर प्रशासन द्वारा कभी भी गंभीरतापूर्वक ध्यान नहीं दिया गया. बल्कि स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन केवल इस बात को लेकर ही समाधान व्यक्त करते हुए संतुष्ट है कि, इस दौरान किसी की भी डेंग्यू के चलते मौत नहीं हुई. जबकि इसी दौरान शहर के विभिन्न इलाकों में कई डेंग्यू संदेहित मरीजों ने दम तोडा है.
* अक्तूबर में भी प्रकोप जारी
बारिश का मौसम खत्म होने के बाद जारी अक्तूबर माह में भी डेंग्यू की संक्रामक महामारी का खतरा बदस्तुर बना हुआ है. जारी माह के दौरान शहर में स्थित सरकारी अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में डेंग्यू सदृश्य लक्षण रहने वाले मरीजों की संख्या अच्छी खासी है, लेकिन अक्तूबर माह दौरान निश्चित तौर पर डेंग्यू संदेहित मरीजों की संख्या कितनी है. इसके आंकडे जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय में उपलब्ध नहीं है.
* 4 माह दौरान डेंग्यू की स्थिति
जून 10
जुलाई 25
अगस्त 80
सितंबर 131