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सोमैया के निशाने पर अब अमरावती शहर

एसपी व उपजिलाधिकारी तथा तहसीलदार से मिलकर की चर्चा

* कहा – राज्य में 7 स्थानों पर एफआईआर दर्ज
* अमरावती शहर के 4 हजार 639 आवेदनों की जांच होगी
अमरावती/दि.18 – राज्य में बांग्लादेशी और रोहिंग्या के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाणपत्र देने का भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया द्वारा आरोप किये जाने के बाद संपूर्ण राज्य में खलबली मची हुई है. जिले में अंजनगांव सुर्जी में यह मामला प्रकाश में आने के बाद किरीट सोमैया की ही शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. अब भाजपा के इस वरिष्ठ नेता ने आज अचानक अमरावती का दौरा किया और आते से ही गाडगे नगर थाना पहुंचकर वहां के अधिकारियों के साथ चर्चा करने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद से भी भेंट की. पश्चात अमरावती तहसील कार्यालय पहुंचकर उपजिलाधिकारी अनिल भटकर व तहसीलदार विजय लोखंडे से मुलाकात कर गहन चर्चा की. उन्होंने बताया कि, अब उनका ध्यान अमरावती शहर पर रहेगा.
भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि, अंजनगांव सुर्जी मामले में उन्होंने आज ग्रामीण जिला पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद से मुलाकात की. ग्रामीण पुलिस भी मामले की तह तक जाकर जांच कर रही है. उनका कहना था कि, अंजनगांव के मामले में करीबन 2 दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी होने की संभावना है. अमरावती तहसील कार्यालय में भी 4 हजार 639 आवेदन जन्म प्रमाणपत्र के लिए आये है. इनमें से 2830 जन्म प्रमाणपत्र तहसील कार्यालय द्वारा जारी कर दिये गये है. लेकिन इन सभी की जांच अब फिर से की जा रही है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाणपत्र दिये जाने का मामला प्रकाश में आते ही गाडगे नगर थाने में 6 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. इस तरह के और भी मामले प्रकाश में आने की संभावना है. सोमैया ने बताया कि, संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य में इस तरह के 7 स्थानों पर एफआईआर दर्ज किये गये है. सर्वाधिक आवेदन विदर्भ के अकोला, अमरावती और यवतमाल जिले में आये है. इनमें अमरावती शहर मेें ही संख्या अधिक है. इस कारण अब उनका ध्यान पूरा अमरावती शहर पर केंद्रीत है. लेकिन अमरावती पुलिस और तहसील कार्यालय इस मामले की अच्छी तरह से जांच कर रहा है, ऐसा भी सोमैया ने कहा.

* अब तक 6 मामले उजागर
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने के अब तक 6 मामले सामने आये है. इन 6 लोगों के खिलाफ गाडगे नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. मनपा ओर पंचायत समिति को ऐसे 1800 दस्तावेज सौंपे गये है. इनमें से अब तक 850 दस्तावेजों में 6 मामले उजागर हुए है और भी इस तरह के मामले सामने आते है, तो उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाएगी. जो 6 मामले प्रकाश में आये है, उनमें तीन बडनेरा शहर के है.
– विजय लोखंडे,
तहसीलदार, अमरावती.

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