अमरावतीविदर्भ

नगर वन उद्यान में अमरावती शहर का समावेश नहीं

(dr.sunil deshmukh) जनप्रतिनिधियों की निष्क्रीयता सामने आयी

पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने किया कटाक्ष

प्रतिनिधि/ दि.२१

अमरावती – केंद्र सरकार द्वारा ८० प्रतिशत व राज्य सरकार द्वारा २० प्रतिशत निधि के माध्यम से संपूर्ण देशभर में २०० नगर वन उद्यान का निर्माण किया जा रहा है. किंतु इन शहरों में अमरावती शहर का समावेश नहीं है. यह सब जनप्रतिनिधियों की निष्क्रीयता का नतीजा है ऐसा कटाक्ष पूर्व विधायक भाजपा नेता सुनील देशमुख ने किया. जनप्रतिनिधियों में जागरुकता नहीं रहने की वजह से केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कौन-कौन सी योजनाएं कार्यन्वित है इसका अभ्यास उन्हें नहीं है जिससे शहर का बडा नुकसान हो रहा है.

पूर्व विधायक डॉ.सुनील देशमुख ने आगे कहा कि, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने हाल ही में देश के विभिन्न राज्य के वन मंत्रालय की बैठक ली. बैठक के पूर्व राज्य में कहां-कहां नगर वन उद्यान निर्माण हो सकते है उसका प्रस्ताव बुलाया था. राज्य के जागरुक जन प्रतिनिधियों ने इस योजना में अपने शहर का नंबर लगा लिया. जिसमें उन जनप्रतिनिधियों की जागरुकता के चलते उन्हें योजना में सहज ही शामिल कर लिया गया. किंतु शहर के जनप्रतिनिधि जागरुक रहते तो अमरावती शहर का भी समावेश इसमें किया जा सकता था. एक सुंदर वन उद्यान शहर में भी बन सकता था.

किंतु दुर्देव से योजना की जानकारी जनप्रतिनिधियों को मालूम थी कि नहीं यह भी शंका है. ऐसा पूर्व विधायक देशमुख ने कहा. राज्य में नगर वन उद्यान के लिए ११ प्रस्ताव प्राप्त हुए है, इसमें पुना, यवतमाल व वाशिम शहर से दो तथा जलगांव, नागपुर, जालना, चंद्रपुर,नासिक से एक नगर उद्यान का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है. केंद्र सरकार की तैयारी रहने के बावजूद भी अमरावती शहर से प्रस्ताव न भिजवाने की वजह से अमरावती शहर को इस योजना से वंचित रहना होगा. नगर उद्यान के लिए कम से कम २ करोड रुपए का निधि केंद्र सरकार द्वारा दिया जाएगा. इसके पहले पुणे में वारजे स्मृति वन उद्यान का निर्माण किया गया था. इसी पाश्र्वभूमि पर देश में २०० नगर उद्यान निर्माण करने का निर्णय केंद्र सरकार द्वारा लिया गया है.

यह उद्यान २५ से १०० हेक्टयर वन क्षेत्र में नगर वन उद्यान का निर्माण किया जाएगा. ऐसी महत्वकांक्षी योजना सरकार की है. किंतु इसमें अमरावती शहर का समावेश नहीं है. शहर के सर्वांगिण विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार की कौन सी योजनाएं है इसका अभ्यास जनप्रतिनिधियों को नहीं रहने की वजह से शहर को मिलने वाला यह अवसर गंवाना पडा. अभी भी शहर के जनप्रतिनिधि प्रयास कर शहर का नाम इसमें समावेश कर सकते है. शहर के सर्वागिण विकास में बाधा आ चुकी है इसके पहले मेरे कार्यकाल में प्रशांत नगर में सुंदर उद्यान व जूना बायपास को लगकर पहला ऑक्सीजन पार्क का निर्माण किया गया था. ऐसा प्रतिपादन पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने प्रेस विज्ञप्ती द्वारा व्यक्त किया.

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