पोषण पखवाडे में अमरावती जिला रहा राज्य में द्बितीय
15 मार्च से 3 अप्रैल तक विविध उपक्रमों के जरिए की गई जनजागृति
अमरावती/दि.13 – बच्चों को योग्य पोषण आहार मिले और उनका योग्य तरीके से ध्यान रखा जाए. साथ ही अभिभावकों को इस हेतु जागरुक किया जाए. इस बात के मद्देनजर प्रतिवर्ष 15 मार्च से 3 अप्रैल तक पूरे भारत वर्ष में पोषण पखवाडा मनाया जाता है. इस निमित्त अंगणवाडी केंद्रों के माध्यम से बच्चों का वजन दर्ज करने आहार का महत्व समझाने गर्भवति महिलाओं का ख्याल रखने व नवप्रसूता महिलाओं को स्तनपाल का महत्व समझाने जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते है. इस तरह के कार्यक्रमों को करने के साथ ही उससे संबंधित फोटो केंद्र सरकार की वेबसाइट पर अपलोड करने होते है. जिसमें एक बार अमरावती जिले में बेहतरीन कार्य करते हुए एक बार फिर पूरे महाराष्ट्र राज्य में द्बितीय स्थान हासिल किया है.
प्रतिवर्ष मार्च माह के दौरान महाराष्ट्र सहित देश में पोषण पखवाडा मनाया जाता है. जिसके तहत बच्चों, गर्भवती महिलाओं व किशोरवयीन लडकियों को योग्य आहार देने और उनका समूचित पोषण करने की दृष्टि से विविध बातें बताई जाती है. साथ ही अभिभावकों मेें बडे पैमाने पर जनजागृति की जाती है. कम वजन वाले बच्चों हेतु उपाय किए जाते है और बच्चों को आनंददायी पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य शिक्षा दी जाती है. इसके साथ ही गांव के वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करने अंगणवाडी केंद्र की विविध योजनाओं के बारे में लाभार्थियों को जानकारी देने जैसे विविध कार्यक्रम प्रमुख रुप से आयोजित किए जाते है.
जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा के मार्गदर्शन में इस वर्ष महिला व बालकल्याण विकास विभाग द्बारा सुक्ष्म नियोजन करते हुए सभी अंगणवाडी केंद्र के जरिए कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था तथा अंगणवाडी केंद्र में आयोजित कार्यक्रमों के लिए केंद्र सरकार की वेबसाइट पर पंजीयन भी किया गया था. पश्चात घोषित नतीजों में पुणे जिला राज्य में प्रथम रहा. वहीं अमरावती जिले ने द्बितीय तथा अहमदनगर जिले ने तृतीय स्थान हासिल किया. अमरावती जिले के बेहतरीन प्रदर्शन हेतु उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कैलास घोडकी के नेतृत्व में सभी अंगणवाडी सेविकाओं, सहायिकाओं, परिवेक्षक, विस्तार अधिकारी, बालविकास प्रकल्प अधिकारी द्बारा प्रभावी रुप से काम किया गया.
* विभाग ने पोषण पखवाडे निमित्त अंगणवाडी केंद्रों में नियोजनबद्ध तरीके से विविध कार्यक्रम चलाते हुए उनकी जानकारी अधिक से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास किया. सभी के द्बारा बेहतरीन कार्य किए जाने के चलते जिले को राज्य से द्बितीय क्रमांक का स्थान मिला है. जिसके लिए सभी अंगणवाडी सेविकाओं, सहायिकाओं, पर्यवेक्षिकाओं, विस्तार अधिकारियों व बालविकास प्रकल्प अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिला.
– डॉ. कैलास घोडकी,
उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी