अमरावती

गिरवी वितरण में अमरावती संभाग राज्य में अग्रणी

किसानों के लिए खेतमाल गिरवी कर्ज योजना साबित हुई वरदान

अमरावती/दि.14-महाराष्ट्र राज्य कृषि पणन मंडल द्वारा बाजार समितियों के माध्यम से किसानों के आर्थिक लाभ हेतु खेतमाल गिरवी कर्ज योजना चलाई जा रही है. अमरावती संभाग में चालू मौसम में कुल 2 हजार 53 किासनों ने खेतमाल गिरवी रखे जाने के साथ ही करीबन 26 करोड़ रुपए कर्ज वितरित किया गया. अनेक वर्षों से किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जिसके चलते यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है.
अमरावती संभाग में 22 कृषि उपज बाजार समितियां खेतमाल गिरवी कर्ज योजना चला रही है. फिलहाल की तारण की स्थिति की ओर ध्यान देने पर गिरवी वितरण में अमरावती संभाग राज्य में अग्रगण्य है. इस योजना का लाभ अधिकाधिक किसानों को मिले, इसके लिए महाराष्ट्र राज्य कृषि पणन मंडल के कार्यकारी संचालक तथा पणन संचालक सुनील पवार व सरव्यवस्थापक दीपक शिंदे द्वारा विभाग निहाय समीक्षा ली जाती है. आगे भी अमरावती विभाग में अधिक से अधिक किसानों से अपना खेतमाल समीप के बाजार समिति में गिरवी रखकर इस योजना का बड़े पैमाने पर लाभ लेने का आवाहन अमरावती संभाग के उपसरव्यवस्थापक मच्छिन्द्र गवले ने किया है.
बाजार में मौसम के समय दाम कम होने के बाद किसान अपना खेतमाल बाजार समिति या वखार महामंडल के गोदाम में समिति के माध्यम से गिरवी रखते हैं. गिरवी रखते समय बाजार भाव या आधारभूत कीमतों के प्रतिक्विंटल दर के अनुसार किसानों को बाजार समिति मार्फत कुल खेतमाल कीमत के 75 प्रतिशत गिरवी रकम अदा की जाती है. पश्चात खेतमाल की व कागज पत्रों की पणन मंडल के अधिकारियों मार्फत जांच कर पणन मंडल द्वारा बाजार समिति को गिरवी कर्ज की रकम की प्रतिपूर्ती की जाती है.
सोयाबीन, तुअर, चना इन खेतमाल को निकालने के बाद मौसम में किसान अपना खेतमाल समीप के कृषि उपज बाजार समिति में बिक्री के लिए लाते हैं. बड़े पैमाने पर खेतमाल की आवक होने से खेतमाल की कीमत कम होने लगती है. कभी-कभी तो शासन द्वारा ठहराई गई आधारभूत कीमतों से भी दाम कम हो जाते है. ऐसे समय में अपना खेतमाल बेचने की इच्छा न होते हुए भी पैसों की कमी होने के कारण किसानों को अपना खेतमाल कम दाम में बिक्री करना पड़ता है. जिसमें व्यापारियों का आर्थिक लाभ होकर किसानों का आर्थिक नुकसान होता है. जिसे टालने के लिए खेतमाल गिरवी कर्ज योजना चलाई जा रही है.
साधारणतः किसान अपना खेतमाल 6 महीने तक बाजार समिति के पास गिरवी रख सकते हैं. पश्चात मौसम कम होकर खेतमाल का बाजारभाव देखा जाता है. ऐसे समय में किासन अपने खेतमाल को बढ़ी हुई कीमत में बेचते हैं. जिसके चलते किसानों को आर्थिक लाभ होता है. जो गिरवी कर्ज दिया जाता है, वह अत्यल्प दर में यानि वार्षिक 6 प्रतिशत दर से वितरित होता है. चालू मौसम में अमरावती संभाग में कुल 2 हजार 53 किसानों ने खेतमाल गिरवी रखा है. इसके लिए 87 हजार 963 क्विंटल (सोयाबीन,तुअर,चना) खेतमाल गिरवी रखकर 25.94 करोड़ रुपए कर्ज वितरित किया गया.

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