अमरावती

अमरावती जिले में है सिर्फ 12 फीसदी गरीब …!

2011 की जनगणना में एमपीआय की सूची हुई जारी

परतवाड़ा/अचलपुर/दी.२४- आदिवासी अंचल मेलघाट की धारणी और चिखलदरा तहसील के साथ ही नवाबो के शहर इलीचपुर को मिलाकर पूरे अमरावती जिले में सिर्फ  12.24 प्रतिशत गरीब पाये जाने की  बात सामने आई है.केंद्रीय नीति आयोग द्वारा जारी हाल ही की अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.शेष 88.76 टक्के नागरिको का समावेश अमीरो में किया गया है.इस कारण जिले में गरीबी उन्मूलन के लिए लागू की गई  विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन  योग्य तरह से नही किये जाने की पृष्टि होती है.जिले में असंख्य शासकीय योजनाए गरीबो के लिए मौजूद होंने के बाद भी उनके परिणाम समाधानकारक नही प्राप्त हो रहे है.विदर्भ में सर्वाधिक गरीबो की संख्या यवतमाल जिले में बताई गई है.वहां 23.54 फीसदी लोग गरीब पाये गए है.
2011की जनगणना और 2019 में किये गए परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आधार पर नीति आयोग ने देशभर के गरीबो का सूचकांक  हाल ही में घोषित किया है.इसमे दर्शाई गई गरीबी यह प्रति व्यक्ति आय अथवा वार्षिक सकल उत्पन्न पर आधारित न होकर  उपलब्ध आवास,बिजली आपूर्ति,पेयजल व्यवस्था,रसोई का इंधन, स्वास्थ्य सुविधा,शिक्षा की सुविधा,मृत्यु दर आदि विभिन्न निष्कर्ष  के आधार पर  यह ‘ मल्टीडायमेंशन पावर्टी ‘ सूचकांक निश्चित किया गया है.उस अनुसार अमरावती जिले में मेलघाट आदिवासी बहुल क्षेत्र मिलाकर  मात्र 12.28 नागरिक ही आवश्यक  सुख-सुविधाओं से वंचित है.जिले के निष्कर्ष के आधार पर अमरावती के ग्रामीण भागो में आज भी असंख्य नागरिक दारिद्रय रेखा के नीचे जीवन बिताने की बात स्पष्ट होती है.
नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट के आधार पर पिछले दस वर्षों में बीपीएल श्रेणी के लोगो मे कमी आने की बजाय वृद्धि ही हुई है.इसलिए जिले में शिक्षा सुविधा,स्वास्थ्य व अस्पताल, पेयजल, आवास-निवास आदि विभिन्न सुविधाओ के लिए शासकीय योजनाओ पर प्रभावकारी ढंग से अमल करना जरूरी हो चुका है.

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