अमरावती का मुझपर कर्ज, हवाईनक्शे पर ला दिया, अब नई पहचान मिलेगी
विमानतल और हवाई सेवा के शुभारंभ अवसर पर बोले सीएम फडणवीस

* पहली यात्री फ्लाइट का ऐतिहासिक लैडिंग और टेकऑफ, अमरावती और क्षेत्र की चौमुखी तरक्की को लगे पंख
* केन्द्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा मोदी है तो मुमकिन है
* केन्द्रीय राज्य मंत्री मोहोल, दोनोें डीसीएम शिंदे और पवार की उत्साहपूर्ण उपस्थिति
* नामकरण की अधिकृत घोषणा टाली
अमरावती/ दि. 16 – अमरावती का मुझ पर बडा कर्ज है. मेरी मां यहां की है. अमरावती के किसी भी विकास परियोजना से वे बडी प्रसन्न होती है. मुझे मेरी मां को सदैव खुश रखना है. इसलिए अमरावती की विकास परियोजनाओं पर मेरा लक्ष्य अधिक रहता है. मुझे भी आनंद मिलता है. मेरा अमरावती से नाता है ही. यहां की आयटी पार्क की मांग भी आनेवाले दिनों में निश्चित ही हम पूर्ण करेंगे. बडी आयटी कंपनियों को अमरावती में ऑफीस खोलने प्रेरित करेंगे. सुविधाएं देंगे. विमानतल का भी अधिक विस्तार कर 3 हजार मीटर का रनवे निकट भविष्य में तैयार करने की योजना है. अमरावती और पश्चिम विदर्भ के यवतमाल और अकोला शहरों में भी विमानतल को ऑपरेटिव पर क्षेत्र की चौमुखी तरक्की की राह प्रशस्त करने का वादा मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आज दोपहर अमरावती एयरपोर्ट के एतिहासिक लोकार्पण एवं पहली फ्लाइट के टेकऑफ व लैडिंग के समय किया.
इस समय विमानतल के पास बनाए गये विशाल पंडाल के मंच पर देश के नागरी उड्डयन मंत्री किंजारापु राम मोहन नायडू, राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, पालक मंत्री और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले सभी सांसद और विधायक उसी प्रकार अधिकारीगण परिवहन अपर मुख्य सचिव संजय सेठी, विभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल, जिलाधीश सौरभ कटियार, एमएडीसी की उपाध्यक्ष स्वाती पाण्डेय, मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे, जिप सीईओ संजीता मोहपात्रा और एयर इंडिया व अलायंस एयर के अधिकारी मौजूद थे.
विदर्भ के लिए 7 लाख करोड का निवेश
सीएम फडणवीस ने आज की बेला को ऐतिहासिक निरूपित करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार और हम तीनों नेता अजीत पवार और एकनाथ शिंदे एवं वे स्वयं तालमेल रखकर अमरावती और विदर्भ को तरक्की की राह पर आगे बढाने कटिबध्द है. अपितु हमारा आपसी तालमेल तो बेहतर है ही देश की नरेंद्र मोदी सरकार हमें संपूर्ण सहकार्य कर रही है. विमानतल की कनेक्टिविटी क्षेत्र के औद्योगिक विकास हेतु आवश्यक है. इसलिए यवतमाल और अकोला विमानतल का भी विकास होगा. वहां से भी प्रादेशिक उडाने शुरू होगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि यवतमाल विमानतल अनिल अंबानी की कंपनी से दोबारा एमएडीसी ने ले लिया है. उसका विकास एमआयडीसी करेगी. उन्होंने बताया कि डावोस की विश्व वाणिज्य परिषद में 16 लाख करोड के निवेश अनुबंध हुए हैं. उनमें से 7 लाख करोड का निवेश विदर्भ में होने जा रहा है.
नवनीत राणा का उल्लेख
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में नवी मुंबई, पुणे के नये विमानतल का निर्माण जारी रहने की जानकारी देते हुए बताया कि अमरावती की प्रगति के लिए विमानतल को ऑपरेटिव करने तत्कालीन सांसद नवनीत राणा का योगदान है. उन्होंने कहा कि कुछ समय के लिए यह कार्य मंथर गति में पहुंच गया था. क्योंकि राज्य में सरकार बदल गई थी. अब दोगुनी रफतार से क्षेत्र की सभी विकास परियोजनाएं आगे बढेगी. उन्होंने अजीत पवार और एकनाथ शिंदे को डबल बूस्टर निरूपित कर कहा कि सभी प्रकल्प हम पूर्ण करेंगे. जो अमरावती ने सोचा है, वह देंगे.
अमरावती की इकोनॉमी को बूस्ट
सीएम फडणवीस ने कहा कि विमानतल के साथ ही पायलट ट्रेनिंग केन्द्र शुरू हो रहा है. जिससे अमरावती विश्व के मानचित्र पर आ गया है. यहां वार्षिक 180 पायलट तैयार होंगे. इससे क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा. इकोनॉमी बूस्ट करेगी. उन्होने दावा किया कि अमरावती की एमआयडीसी में एक भी प्लॉट खाली नहीं है. जिससे स्पष्ट है कि बडे प्रमाण में उद्यम अमरावती आ रहे हैं. हम उद्योगों के लिए सभी इन्फ्रास्ट्रक्चर देंगे. पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क से 2 लाख लोगों को रोजगार मिलने का दावा उन्होंने किया.
बंदरगाहों से जुडेगा समृध्दि मार्ग
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य को ध्यान में रखकर वाधवन में निर्माणाधीन बंदरगाह को समृध्दि मार्ग से जोडा जा रहा है. उसी प्रकार जेएनपीटी से पहले ही विदर्भ की सडकों को सीधे रूप में जोडा गया है. भविष्य में यह मार्ग बडे काम आयेंगे. सीएम ने पैनगंगा नलगंगा योजना का उल्लेख कर कहा कि इससे विदर्भ का कोई क्षेत्र सूखा नहीं रहेगा. यहां के किसान बाग-बगीचे लगाकर समृध्द होंगे.
स्वाती पाण्डेय को जिम्मेदारी
सीएम ने संबोधन में एमएडीसी की उपाध्यक्ष स्वाती पाण्डेय के अमरावती एयरपोर्ट विकास में योगदान का उल्लेख कर उन्हें ही इस एयारपोर्ट को पहले 2400 मीटर का रनवे और बाद में 3 हजार मीटर का रनवे विस्तार का जिम्मा उपस्थितों की जोरदार तालियों के बीच सौंपने की घोषणा कर दी. सीएम ने कहा कि सभी प्रकार के विमान अमरावती में लैंड होने चाहिए और उडने चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि रनवे विस्तार के लिए एक मार्ग बंद करना पडेगा, बदलना पडेगा. उसी प्रकार और जमीन अधिग्रहित करनी पडेगी. उनकी सरकार करेगी.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा मोदी है तो मुमकिन है
देश के नागरी उड्डयन मंत्री किंजारापु राम मोहन नायडू ने अमरावती की भूमि को महान बताते हुए यहां आकर धन्य होने की बात कही. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की प्रधानमंत्री मोदी के मन की योजना उडान के कारण अमरावती के विमानतल का विस्तार और लोकार्पण संभव हुआ है. उन्होंने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है. उन्होंने आंकडे देते हुए बताया कि गत 10 वर्षो में देश में क्षेत्रीय विमानतल की संख्या बढने के साथ यात्रियों की संख्या 40 प्रतिशत बढी है. प्रादेशिक एयरपोर्ट के 160 रूट तय किए गये हैं. उसमें से 105 रूट शुरू हो गये है. देश में 2014 में 74 विमानतल थे. आज उनकी संख्या 159 अर्थात डबल से अधिक हो गई है. उस समय 400 विमान यात्री सेवा में थे. आज 800 से अधिक यह संख्या हो गई है. शीघ्र ही यह संख्या 1 हजार से अधिक होगी. उन्होंने बताया कि 1700 विमानों की ऑडर्स भारत में दी गई है. अर्थात आनेवाले समय में लगभग 30 हजार पायलट की आवश्यकता होगी.
ट्रेनिंग सेंटर विश्वस्तरीय
केन्द्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि अमरावती का विमान प्रशिक्षण केन्द्र एफटीओ विश्वस्तर का रहेगा. दक्षिण एशिया का सबसे बडा पायलट प्रशिक्षण यह होगा.जहां हर समय 34 ट्रेनिंग विमान मौजूद रहेंगे. उन्होंने बताया कि प्रति वर्ष 180 पायलट यहां तैयार होंगे. * विमानतल पर स्थानीय उत्पाद
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि विमानतल को आधुनिक सुख सुविधाओं से सज्जित किया जा रहा है. साथ ही एसएचजीएस योजना के तहत स्थानीय उत्पाद का स्टॉल बिल्कुल रहेगा. आयुर्वेद दवाओं सहित विविध सुविधाए होगी. उन्होंने बताया कि उनके मंत्रालय का उद्देश्य व्यापार, पर्यटन को बढावा देना है. यहां अर्थशास्त्र को प्रोत्साहन देने के साथ रोजगार सृजन भी हो रहा है.
जीरो कार्बन फुटप्रिंट
केन्द्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि अमरावती का विमानतल जीरो कार्बन फुटप्रिंट वाला है. उसी प्रकार ग्रीन बिल्डिंग तैयार हुई है. पर्यावरण सुरक्षा का ध्यान में रखकर काम किया गया है. उन्होंने मराठी में अमरावती और विदर्भ के आज के अवसर पर प्रसन्न होने का उल्लेख कर उपस्थितों को सुखद धक्का दिया. सभागार ने जमकर तालियां बजाई.
राज्य में पायलट बदला, इंजिन वही
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अमरावती एयरपोर्ट के ऑपरेशनल होने पर आनंद व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे का नाम लिए बगैर उध्दव सरकार को स्पीडब्रेकर वाली सरकार निरूपित किया. अपने बारे में कहा कि पहले वे पायलट थे. अब को पायलट है. फडणवीस सीएम है. इंजिन वहीं है. डबल इंजिन सरकार के कारण महाराष्ट्र की प्रगति की रफ्तार दोगुनी, कई गुनी हो गई है. उन्होंने सरकार को बुलेट ट्रेन की रफ्तार वाली बताया. शिंदे ने कहा कि विकास के मार्ग पर महाराष्ट्र की सरपट दौड रही है. उन्होंने सडक, रेलवे और हवाई यातायात से क्षेत्र की तरक्की की रफ्तार बढने का उल्लेख कर कहा कि अमरावती विमानतल का ऑपरेटिव होना गेम चेंजर सिध्द होगा. सभी नियोजित परियोजनाएं तीव्रता से पूर्ण की जायेगी.
* लाडली बहन कभी बंद नहीें होगी
डीसीएम शिंदे ने अपने संबोधन का प्रारंभ लाडली बहनों और लाडले भाईयों शब्द से करते हुए स्पष्ट कहा कि वे तीनों लाडली बहन योजना कभी बंद नहीं होने देंगे. शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार प्रिंटिंग मिस्टेक वाली सरकार नहीं है. सभी योजनाएं और घोषणाए साकार हो रही है. चांदा से बांदा तक हवाई सेवाएं शुरू हो गई है.
डीसीएम पवार ने अकोला को लेकर किया वादा
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपने सीधे सटिक संबोधन में अगले 5 वर्षो में अकोला, गडचिरोली में भी ऑपरेटिव एयरपोर्ट शुरू करने का वादा कर कहा कि प्रदेश के 36 जिलों में एयर स्ट्रीप के लिए वे प्रयत्नशील है. ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति में जल्द से जल्द वहां पहुंचा जा सके. सहायता पहुंचाई जा सके. उन्होंने अमरावती विमानतल के 1992 में शुरू किए जाने और तत्कालीन सीएम सुधाकरराव नाइक का भी उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि आगामी अगस्त अंत तक नवी मुंबई का विमानतल शुरू कर देने की योजना है. उसी प्रकार अक्तूबर तक अमरावती में नाइट लैडिंग की सुविधा प्रारंभ हो जायेगी.
दादा ने कही अमरावती के मन की बात
अजीत दादा ने अमरावती के लोगों के मन की बात करते हुए मुंबई की उडानों की टाइमिंग आनेवाले दिनों में दूरूस्त करने के निर्देश एयर लाइन कंपनी को दिए. उन्होंने कहा कि दोपहर में मुंबई से अमरावती आना और लगभग शाम को अमरावती से मुंबई जाना यहां के व्यापारियों, अधिकारियों के लिए असुविधाजनक रहने की बात उनसे लोगों ने कही हैं.
* व्यापार और पर्यटन को प्रोत्साहन
केन्द्रीय नागरी उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि आज ऐतिहासिक घडी है. विमानसेवा शुरू होने से पश्चिमी विदर्भ ेके व्यापार, पर्यटन को बढावा मिेलेगा. उन्होंने बताया कि अमरावती विमानतल निर्माण के लिए 280 करोड की लागत आयी. उन्होंने भी गत 10 वर्षो में देश में हवाई सेवा के विस्तार के आंकडे देते हुए इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को दिया. अगले कुछ दिनों में देश में यात्री विमानों की संख्या 1120 हो जायेगी, यह जानकारी दी. मोहोल ने बताया कि वर्ष 2047 तक देश में 400 हवाई अड्डे बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
समारोह में मान्यवरों की उपस्थिति
मंच पर विराजमान गणमान्य में जल संपदा मंत्री गिरीश महाजन, पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष आनंदराव अडसूल, तीनों सांसद डॉ. अनिल बोंडे, बलवंत वानखडे, अमर काले, सभी विधायक संजय खोडके, रवि राणा, राजेश वानखडे, उमेश यावलकर, प्रवीण तायडे, प्रताप अडसड, केवलराम काले, उपेन्द्र कोठेकर, सई डहाके, अमोल मिटकरी, अपर सचिव संजय मेठी, एमएडीसी उपाध्यक्ष स्वाती पाण्डेय और एयर लाइन व एयर इंडिया के अधिकारियों का समावेश रहा. संचालन मानसी सोनटक्के ने किया.
पहला विमान केन्द्र ने दिया, उससे हम आए
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बताया कि अमरावती के लिए पहली फ्लाइट केन्द्र सरकार ने उपलब्ध करवाई है. उनके तथा केन्द्रीय मंत्री राम मोहन नायडू के कर कमलों से प्रस्तावित पायलट ट्रेनिग स्कूल के पहले ट्रेनिंग विमान को ध्वजांकन किया गया. फडणवीस और उनके मंत्री मंडलीय सहयोगी यात्री विमान से अमरावती विमानतल उतरे. उनके संग दोनों डीसीएम शिंदे तथा पवार, जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन, केन्द्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, राकांपा विधायक संजय खोडके, पूर्व सांसद नवनीत राणा आदि भी इसी यात्री विमान से आए.
वॉटर कैनन सम्मान
अमरावती विमानतल पर ठीक 11.17 बजे लैंड हुई पहली यात्री फ्लाइट को परंपरा के अनुसार वॉटर कैनन सम्मान दिया गया. कार्यक्रम की उदघोषिका मानसी सोनटक्के ने बताया कि हवाई यातायात नियमित रूप से होने के पहले लैडिंग पर इस प्रकार का सम्मान दिया जाता है. इसके लिए दो दमकले रनवें के दोनों ओर खडी हो गई और यात्री विमान के आगे बढते ही उस पर पानी की बौछार की गई. इस दृश्य को ऐतिहासिक माना जाता है. कई लोग वह नजारा अपने मोबाइल हैंडसेट में लेने लगे.
समारोह में पश्चिम विदर्भ के अनेक उद्योगपति, डॉक्टर्स, प्रोफेशनल्स, विविध संस्थाओं के पदाधिकारी, राजनीतिक दलों के पदाधिकारी उत्साह से उपस्थित थे. उसी प्रकार हजारों नागरिक भी उमडे थे. गणमान्य में शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष भैया साहब देशमुख, सुरेखा ठाकरे, डॉ. गणेश खारकर, मीना पाठक, संगीता शिंदे, निवेदिता चौधरी, सुनील राणा, संजय मुणोत, एमआयडीसी असो. के अध्यक्ष किरण पातुरकर, सुरेंद्र देशमुख, नरेन्द्र वर्मा, ठाकुर पालेकर बेकरी, अंकुश गोयनका, शिवसेना जिला प्रमुख अरूण पडोले, शहर प्रमुख संतोष बद्रे, विधायक सुलभा खोडके, यश खोडके, चरणदास इंगोले, डॉ. नितिन धांडे, प्रणय कुलकर्णी, राजू कुरील, गजानन देशमुख, श्याम देशमुख, रविराज देशमुख, सुनील काले, शेखर भुयार, मंगेश खोंडे, एड. प्रशांत देशपांडे, सतीश करेसिया, प्रतिदिन अखबार के संपादक प्रवीण आहूजा, वृत्त केसरी के विश्वास आहूजा, दैनिक हिन्दुस्तान के विलास मराठे, डॉ. श्याम राठी, रीना नंदा, चेतन पवार, प्रवीण वैश्य, संतोष महात्मे, माधुरी चेंडके, प्रशांत पनपालिया, संजय नरवणे, कौशिक अग्रवाल, सोनू रूंगटा, युसूफ बारामती वाला, कमलकिशोर मालानी, गंगा खारकर, संगीता बुरंगे, बेलोरा ग्राम पंचायत की सरपंच माधुरी चौधरी, शफीक अहमद, विनोद गुहे, सतनाम कौर हुुडा, वृंदा मुक्तेश्वर, अर्चना, अलताफ चौधरी, आदि अनेक रहे. झलकियां
– विमानतल पर पहले यात्री विमान के ठीक 11.17 बजे लैंड होते ही उपस्थित हजारों के साथ हाी सांसद और विधायकों एवं गणमान्य ने भी जोरदार तालियां बजाई. उसी प्रकार जय भवानी, जय शिवाजी का जयघोष किया गया.
– कार्यक्रम सिम्पल रखने का प्रयत्न किया गया. अतिथियों को अपर मुख्य सचिव बंदरगाह संजय सेठी के हस्ते ग्रामगीता और उडते विमान का सुंदर स्मृति चिन्ह दिया गया.
– पूर्व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल और शिवराय कुलकर्णी ने मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का आभार व्यक्त करने गुलाब के फूलों की विशाल माला तथा केसरिया दुपट्टा से स्वागत – सत्कार किया.
– बेलोरा की सरपंच माधुरी चौधरी ने मुख्यमंत्री का गुलाब गुलदस्ता देकर आभार माना.
– राज्य सरकार की ओर से केन्द्रीय मंत्री राम मोहन नायडू तथा मुरलीधर मोहोल को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमाएं स्मृति चिन्ह के रूप में उपस्थितों के गगनभेदी जयघोष के बीच प्रदान की गई.
– केन्द्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने महाराष्ट्र और आंध्र में अनेक समानताएं रहने का उल्लेख कर कहा कि आंध्र में तेदेपा बीजेपी की सरकार 94 प्रतिशत स्ट्राइक रेट के साथ आयी है तो महाराष्ट्र में महायुति 87 % के स्ट्राइक रेट से जीती हैं.
– देश के उड्डयन मंत्री ने आंध्र के अपने अमरावती का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि वहां अभूतपूर्व राजधानी विकसित की जा रही है. उन्होंने मराठी में कुछ पंक्तियां बोलकर सभी को प्रसन्न कर दिया.
अमरावती विमानतल का निर्माण रिकार्ड समय में पूर्ण करवाने के लिए एमएडीसी की उपाध्यक्ष स्वाती पाण्डेय का सुंदर स्मृति चिन्ह देकर मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री ने स्वागत किया. उन्होंने प्रस्तावना में बताया कि उन्होंने कार्य शीघ्र पूर्ण करने अमरावती के 53 दौरे किए.
– अमरावती विमानतल की टर्मिनल इमारत दर्शनीय बनी है.. इमारत के साथ फोटो खींचने की होड सभी में नजर आयी.
– पूरे मार्ग में पूर्व सांसद नवनीत राणा द्बारा मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार के प्रति आभार के पोस्टर सभी का ध्यान खींच रहे थे. ऐसे ही पोस्टर थोडी कम मात्रा में भाजपा विधायक प्रताप अडसड के भी लगे थे.