हनुमान चालिसा पढने को लेकर अमरावती अब भी तपी हुई
राणा के घर पर शिवसैनिकों का राडा
* पुलिस के बेैरिकेट फेंके, मुख्य गेट पर भी चढे
* जमकर हुई नारेबाजी, पुलिस का रहा तगडा बंदोबस्त
* शिवसैनिकों ने हनुमान चालिसा का भी सामूहिक पाठ किया
* शंकर नगर की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद
* परिसर के दुकानदारों ने अपनी दुकानों के शटर गिराये
अमरावती/ दि.23- सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा व्दारा मुंबई में मातोश्री के सामने हनुमान चालिसा पढने के लिए जाने से अमरावती का माहौल भी काफी गरमा गया. शिवसैनिकों ने शंकर नगर स्थित राणा के निवास स्थान के सामने आक्रमक रुप धारण किया. शिवसैनिकों के पहुंचने से पहले ही यहां पुलिस का तगडा बंदोबस्त लगाया गया. घर के सामने रास्ते पर बैरिकेट्स से निवास स्थान को घेरा गया. रोड के दोनों ओर पुलिस के वाहन खडे कर रास्ता बंद कर दिया गया. इस दौरान शिवसैनिकों ने दोपहर 12.20 बजे गंगा सावित्री के सामने सामूहिक हनुमान चालिसा का पठन किया. जमकर नारे लगाते हुए शिवसैनिकों ने पुलिस के बैरिकेट्स फेंक दिये. इतना ही नहीं तो राणा के निवास स्थान पर हल्लाबोल करते हुए गेट पर भी चढ गए. परंतु पुलिस बल ने स्थिति पर काबु पाते हुए शिवसैनिकों को पीछे हटाया. इस दौरान गेट पर चढे प्रवीण हरमकर की कॉलर पकडते हुए नीचे उतारने को लेकर यहां का माहौल और अधिक बिगड गया था. फिलहाल यहां की स्थिति पुलिस के काबु में है.
बता दें कि, सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा ने मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के मुंबई स्थित निवास स्थान मातोश्री के सामने हनुमान चालिसा का पठन करने की चुनौती दी थी. तब से अमरावती शहर का माहौल गरमाया हुआ है. कल राणा दंपति कुछ पदाधिकारियों के साथ मुंबई रवाना हुए. मुंबई स्थित सांसद निवास स्थान के सामने शिवसैनिकों ने घेराव डालकर उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया. इसी तर्ज पर अमरावती के शिवसैनिक भी आक्रमक होकर शंकर नगर स्थित गंगा सावित्री निवास स्थान पर जा धमके.
स्थिति को देखते हुए डीसीपी विक्रम साली, थानेदार मनिष ठाकरे, 100 से अधिक पुलिस कर्मचारी, क्युआरटी, कमांडो, खुफिया पुलिस दस्ता, दंगा नियंत्रण पथक, लाठी व हथियार के साथ तैनात किये गए. रवि राणा के घर के ठिक सामने बीच रास्ते पर बैरिकेट्स लगाकर शिवसैनिकों को रास्ते के दूसरी ओर रोका गया. इसके साथ ही पुलिस की दो लॉरी और पांच वाहन रास्ते के दोनों ओर खडे कर रास्ते का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया. यहां का माहौल बिगडते देख इस मार्ग की सभी दुकानें बंद कर दी गई.
दोपहर 12.20 बजे शिवसैनिकों ने जोरदार आपत्तिजनक नारेबाजी करते हुए शिवसैनिकों ने गंगा सावित्री निवास स्थान पर सामूहिक हनुमान चालिसा का पठन किया. इस दौरान रवि राणा के घर से किसी ने जोर से चिलाया कि, किसी ने घर पर पत्थर फेंका. इस बात से शिवसैनिक चिड गए. काफी देर तक नारेबाजी चलती रही. इसके बाद अचानक 1.40 बजे महिला, पुरुष, शिवसैनिक आक्रमक रुप धारण करते हुए राणा के निवास स्थान पर हल्लाबोल करने के लिए दौड पडे. एक ओर पुरुष शिवसैनिक बैरिकेट्स खिचकर फेंकने में भीड पडे, दूसरी तरफ महिलाएं भी पीछे नहीं रही. नारेबाजी करते हुए बैरिकेट्स फेंके, इतना ही नहीं तो कुछ शिवसैनिक गेट पर भी चढ गए. पुलिस ने उन्हें खिचकर नीचे उतारा. पुलिस ने कडी मेहनत कर स्थिति पर काबु पाया.
जय भवानी जय शिवाजी के नारे के बीच शिवसैनिक फिर गंंगा सावित्री निवास स्थान के सामने ठिय्या मारकर बैठ गए. खबर लिखे जाने तक नारेबाजी और यू ही जद्दोजेहाद का सिलसिला जारी रहा. इस समय शिवसेना के पूर्व विधायक धाने पाटील, शहर प्रमुख पराग गुडधे, युवा सेना के श्याम धाने पाटील, आशिष धर्माले, नाना नागमोते, पूर्व पार्षद प्रवीण हरमकर, पूर्व पार्षद प्रशांत वानखडे, पूर्व पार्षद दिनेश बूब, सुनील खराटे, पूर्व पार्षद भारत चौधरी, विकास शेलके, सागर देशमुख, श्याम देशमुख, जयश्री कुर्हेकर, राहुल माटोडे, प्रिती बंड, सचिन ठाकरे, अनिल तायडे, राजेश वानखडे, लक्ष्मी वर्मा समेत अन्य शिवसेना के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बडी संख्या में इस आंदोलन में शामिल हुए थे.