अमरावती कारागृह में अब 204 सीसीटीवी कैमरे की रहेगी नजर
पहले थे 98 कैमरे, अब अतिरिक्त 106 लगाए जा रहे
अमरावती/दि.7– दिसंबर माह के बाद हाल ही में 1 फरवरी को अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में एक गेंद में गांजा बरादम होने के बाद जेल प्रशासन में खलबली मच गई थी. इस घटना के बाद जेल प्रशासन चौकन्ना हो गया. चारों तरफ कडी नजर रखने के लिए कारागृह में अब अतिरिक्त 106 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने वाले हैं. इस तरह कारागृह में कुल 204 सीसीटीवी की नजर रहेगी. जेल प्रशासन का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे को लगाने का प्रस्ताव पहले ही लिया गया है. राज्य सरकार की मंजूरी हाल में मिली है. अमरावती कारागृह में 98 सीसीटीवी कैमरे पहले से है. अब अतिरिक्त 106 सीसीटीवी लगाए जाने वाले हैं. उल्लेखनीय है कि कारागृह में 4 दिसंबर के बाद 1 फरवरी को गांजे से भरी गेंद बरामद हुई थी. किसी के व्दारा बाहर से फेंकी गई इस गेंद को जेल में तैनात कर्मचारी ने देख लिया था. फ्रेजरपुरा थाने में मामले की शिकायत दर्ज की गई थी. 3 से 4 दफा इस तरह की घटना अब तक घटित हुई है. इन घटनाओं की जांच चल रही है.
बता दें कि राज्य की लगभग सभी जेलों को सीसीटीवी की निगरानी में कर लिया गया है. इस दिशा में शनिवार को मुंबई, पुणे सहित विदर्भ के नागपुर तथा अमरावती को अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे मुहैया कराए जाने की मंजूरी प्रदान की गई है. इस वक्त अमरावती सेंट्रल जेल की 98 सीसीटीवी कैमरे की निगरानी कर रहे हैं. बंदरों की हुल्लडबाजी के चलते दो कैमरे खराब हो गए थे, जिसे चार दिन पूर्व हुई घटना के बाद दुरुस्त कर लिया गया है. वैसे राज्य में कुल 64 कारागृह है. जिसमें से 9 मध्यवर्ती, एक महिला तथा 28 जिलों में 19 तरह के आंशिक ओपन जेल है. महिला तथा पुरुष को मिलाकर राज्य में कुल 26 हजार 243 कैदी है. सुरक्षा के लिहाज से उसमें और पैनापन लाने की दिशा में जेलों पर निगरानी के लिए पहले चरण में मुंबई, पुणे तथा विदर्भ के नागपुर तथा अमरावती में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों को लगाने का निर्णय लिया गया है. राज्य के शेष 44 कारागृहों में अगले वर्ष सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.