अमरावतीविदर्भ

अमरावती विद्या प्राधिकरण की रिपोर्ट की ली गई दखल

शिक्षकों के कार्यो को मिला राष्ट्रीय बहुमान

  • ९३ हजार छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा

प्रतिनिधि/दि.१०
अमरावती – कोविड महामारी की अवधि में कुछ शिक्षकों द्वारा विविध छंद के साथ ही छात्रों को अभ्यास भी कराया. सभी शिक्षकों ने एकजुट होकर प्रादेशिक विद्या प्राधिकरण अमरावती के माध्यम से ९३ हजार छात्रों को घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा का पाढ पढाया. इस शैक्षणिक कार्यो की केंद्र सरकार की मनुष्य संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रकाशित इंडिया रिपोर्ट डिजिटल एज्यूकेशन की रिपोर्ट में राज्य से अमरावती के कार्यो का उल्लेख किया है.
यहां बता दें कि, देश के ३६ राज्यों में छात्रों को निशुल्क शिक्षा देने की दृष्टि से जिन्होंने कदम बढाया है उन शिक्षा संस्थाओं, एनजीयों के कार्यो का उल्लेख इंडिया रिपोर्ट डिजीटल एज्यूकेशन में किया गया है. जिसमें राज्य की शिक्षा विभाग की शिखर संस्था रहने वाले विद्या परिषद के कार्य सहित अमरावती के प्रादेशिक विद्या प्राधिकरण का उल्लेख किया गया है. मार्च माह में स्कूलों को ताला लगने के बाद कुछ शिक्षकों ने छात्रों को पढाने का कार्य जारी रखा. वहीं कुछ शिक्षकों ने प्रश्रों का बंच तैयार कर गुगल फार्म द्वारा छात्रों और अभिभावकों को भेजा वहीं कुछ शिक्षकों ने प्रत्यक्ष विज्ञान का प्रयोग दिखाए. जबकि कुछ शिक्षकों ने मराठी कथाएं, कविताएं, कठपुतली नाटिका द्वारा पहुंचायी. वहीं यू-ट्यूब के जरिए गणित भी पढाया गया. प्रादेशिक विद्या प्राधिकरण अमरावती में ९१६ शिक्षकों को एकत्रित लाकर उनके माध्यम से ९३ हजार छात्रों को घर बैठे पढाई करायी. इसके अलावा साढे तीन हजार से अधिक शिक्षकों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया. संस्था द्वारा निर्मित एलओ स्मार्ट क्यूएप्स के प्रश्नों को लगभग १५ लाख छात्रों ने सुलझाकर स्वयं का मूल्य मापन किया.

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