पूरे राज्य में अमरावती लोकसभा सीट ही सबसे बडा ‘हॉट टॉपिक’
मिटाये नहीं मिट रही दोनों ओर के सहयोगियों की ‘पॉलिटिकल’ नाराजी
अमरावती/दि.04– आगामी 26 अप्रैल को अमरावती संसदीय सीट पर लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान होना है. जिसमें अब गिनकर 23 दिन का ही समय शेष बचा हुआ है. लेकिन इसके बावजूद एक-दूसरे के पक्ष में ताल ठोक रही महायुति व महाविकास आघाडी के घटक दलों के बीच राजी-नाराजी दूर होने का नाम नहीं ले रही. महायुति की ओर से भाजपा ने अब तक निर्दलिय सांसद रहने वाली नवनीत राणा को उम्मीदवारी घोषित की है. जिसके झटके से भाजपा के स्थानीय नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता अब तक संभले नहीं है. वहीं महायुति में शामिल रहने वाली प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू ने अपना प्रत्याशी मैदान में उतारते हुए अपना चूल्हा अलग कर लिया है.
वहीं अमरावती शहर में भाजपा के कद्दावर नेता रहने वाले तुषार भारतीय ने राण दम्पति से दो हाथ की दूरी बनाकर रखी है और महायुति में शामिल रहने वाले अजीत पवार गुट के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके को तो महायुति प्रत्याशी के पोस्टर पर अपना फोटो भी रहने को लेकर एतराज है. उधर दूसरी ओर कांग्रेस की विधायक सुलभा खोडके महाविकास आघाडी में कही पर भी दिखाई नहीं देती है. साथ ही उन्होंने खुद को नामालूम वजहों के चलते महाविकास आघाडी प्रत्याशी के चुनाव प्रचार से दूर रखा है. वहीं महाविकास आघाडी के स्थानीय नेताओं व प्रत्याशियों द्वारा भी विधायक सुलभा खोडके को शुरु से ही अलग रखा जा रहा है. इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, इस बार के संसदीय चुनाव में अमरावती लोकसभा क्षेत्र को लेकर महायुति और महाविकास आघाडी के भीतर सबकुछ ‘ऑलवेल’ नहीं है.
* मविआ प्रत्याशी के नामांकन में गैरहाजिरी रही कांग्रेस विधायक खोडके
महाविकास आघाडी की ओर से कांगे्रस के प्रत्याशी बलवंत वानखडे का नामांकन दाखिल करने हेतु विगत 30 मार्च को नेहरु मैदान में नामांकन सभा का आयोजन किया गया था. परंतु इस सभा में अमरावती से कांग्रेस की विधायक रहने वाली सुलभा खोडके दिखाई नहीं दी. साथ ही वे जिलाधीश कार्यालय में भी कांग्रेस प्रत्याशी बलवंत वानखडे का नामांकन दाखिल किये जाते समय उपस्थित नहीं थी. ऐसे में अब विधायक सुलभा खोडके की गैरहाजिरी और उनकी पार्टी से बनाई जा रही दूरी चर्चा का विषय है.
* विधायक बच्चू कडू ने सजाया अपना अलग ‘चूल्हा’
महायुति में शामिल रहने वाले विधायक बच्चू कडू ने अमरावती संसदीय क्षेत्र में भाजपा के प्रत्याशी का जबर्दस्त विरोध करते हुए अपनी प्रहार जनशक्ति पार्टी से दिनेश बूब को प्रत्याशी के तौर पर खडा करने की घोषणा की है. साथ ही यह भी घोषणा कर दी कि, अब यदि साक्षात ब्रह्मदेव भी आकर उन्हें मनाये, तो वे अपने कदम पीछे नहीं खीचेंगे. साथ ही विधायक बच्चू कडू ने समय पडने पर महायुति से बाहर निकलने की तैयारी भी दर्शायी है.
* संजय खोडके को महायुति प्रत्याशी के पोस्टर पर अपने छायाचित्र से भी एलर्जी
इस समय डेप्यूटी सीएम अजीत पवार के नेतृत्ववाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके का छायाचित्र अमरावती संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी के पोस्टर पर शामिल किया गया था. परंतु संजय खोडके ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए साफ तौर पर चेतावनी दे डाली कि, भाजपा प्रत्याशी के पोस्टर से उनका चित्र हटाया जाये, अन्यथा वे कानूनी कार्रवाई करेंगे. इसके बाद भाजपा प्रत्याशी के पोस्टर से संजय खोडके का छायाचित्र आनन-फानन में हटाया गया, ऐेसे में अब यह सवाल पूछा जा रहा है कि, आखिर संजय खोडके को किस बात की एलर्जी है.
* पार्टी से नाराज नहीं, दुखी है तुषार भारतीय
अमरावती शहर में भाजपा के कद्दावर नेता रहने वाले तुषार भारतीय ने भी खुद को भाजपा प्रत्याशी के प्रचार-प्रसार से पूरी तरह दूर रखा है. तुषार भारतीय का कहना है कि, राणा के लोगों ने भाजपा का कार्यालय फोडा था और उनके घर पर हमला भी किया था. साथही भाजपा नेताओं को लेकर कई बार अनर्गल आरोप भी लगाये थे. लेकिन इसके बावजूद भी भाजपा ने नवनीत राणा को अमरावती संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव हेतु टिकट देकर एक तरह से भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों की भावनाओं का अपमान किया. जिसे वे कदापि बर्दाश्त नहीं कर सकते. इस बात से उन्होंने विगत सोमवार को अमरावती जिले के दौरे पर आये भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले तथा पार्टी के जिला निरीक्षक चैनसुख संचेती को भी अवगत करा दिया था. साथ ही यह भी कहा था कि, वे पार्टी से नाराज नहीं, बल्कि दुखी जरुर है.