अमरावती मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी का इस्तीफा मंजूर
विभागीय जांच की रिपोर्ट के मुताबिक वेतन वृद्धि भी रोकी
* यवतमाल जिले के प्रकरण में कार्रवाई
अमरावती/दि.31– मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी का इस्तीफा राज्य शासन ने मंजूर कर लिया था. महत्व की बात यानी उन पर रही बकाया रकम वसूल करने के अधिन रहकर यह इस्तीफा मंजूर किया गया है. यवतमाल जिले के एक प्रकरण में दोषी रहने का कारण बताते हुए उनकी वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई भी की गई है.
दिग्रस नगर परिषद से तबादला होने पर माधुरी मडावी 12 जुलाई 2024 में मनपा में उपायुक्त के रुप में कार्यरत हुई थी. पश्चात अतिक्रमण व स्वच्छता जैसे विषय पर कार्रवाई कर वह कुछ ही दिनों में चर्चा में आ गई थी. पश्चात केवल डेढ से दो माह में ही वह अवकाश पर चली गई. तब से अब तक वह मनपा नहीं पहुंची है. वह मूल गढचिरोली जिले की रहने से उन्होंने वहां से विधानसभा चुनाव लडने की तैयारी की रहने की चर्चा थी. इस निमित्त उन्होंने शासन के पास पहले से ही स्वेच्छा निवृत्ति के लिए अनुरोध किया था. लेकिन इसके लिए नौकरी की सेवा की कम से कम कालावधि पूर्ण न होने से स्वेच्छा निवृत्ति के लिए शासन ने इंकार कर दिया. पश्चात उन्होंने शासन के पास इस्तीफा प्रस्तुत कर दिया. लेकिन यवतमाल नगर पालिका में कार्यरत रहते एक प्रकरण में उनकी विभागीय जांच शुरु हुई थी. वह जांच रिपोर्ट न आने से शासन ने इस्तीफा भी मंजूर नहीं किया था. लेकिन विभागीय आयुक्त कार्यालय की तरफ से जांच रिपोर्ट शासन के पास प्रस्तुत की गई. इसके मुताबिक राज्य शासन ने आचार संहिता लगने के पूर्व ही उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया. इस निमित्त नगर विकास विभाग ने 15 अक्तूबर से उनका इस्तीफा मंजूर किए जाने का निर्णय लिया, इस बाबत का पत्र 28 अक्तूबर को मनपा प्रशासन को प्राप्त हुआ. विभागीय जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने से उनकी वेतन वृद्धि भी रोक दी गई है. उनसे शासन की कुछ रकम वसूल होना बाकी रहा तो वह रकम वसूल करने की शर्त पर यह इस्तीफा मंजूर किए जाने की बात नगर विकास विभाग की उपसचिव प्रियंका कुलकर्णी के आदेश में दर्ज है.
* फिलहाल चुनाव में व्यस्त
मेरा इस्तीफा मंजूर हुआ है. लेकिन मुझ पर कार्रवाई गलत है. यवतमाल में मैने साईकिल ट्रैक बनाया था. उस प्रकरण में वेतन वृद्धि रोकी गई तो भी उस काम में सभी प्रक्रिया नियमानुसार ही हुई है. उस समय मेरे विरोध में राजनीतिक दबाव के कारण शिकायत हुई थी. फिलहाल मैं चुनाव में व्यस्त है. इस कारण चुनाव निपटने के बाद कार्रवाई के इस आदेश को न्यायालय में चुनौती देने का मुझे अधिकार है.
– माधुरी मडावी, पूर्व उपायुक्त, मनपा.