शेख इरफान को अमरावती पुलिस ने दे रखी थी खुली छूट
सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने लगाया सनसनीखेज आरोप
अमरावती/दि.7- मेडिकल व्यवसायी उमेश कोल्हे हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार रहनेवाले शेख इरफान शेख रहीम नामक आरोपी को एक तरह से अमरावती शहर पुलिस ने खुली छूट दे रखी थी और उसकी अपराधिक प्रवृत्ति व करतुतों पर जानबूझकर पर्दा डाल रखा था. यदि समय रहते शेख इरफान की हरकतों पर लगाम लगायी गई होती, तो शायद उमेश कोल्हे हत्याकांड ही घटित नहीं हुआ होता. इस आशय का सनसनीखेज आरोप राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे द्वारा लगाया गया है.
सांसद डॉ. अनिल बोंडे के मुताबिक उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले में मास्टरमाइंड रहनेवाला कमेला ग्राउंड निवासी शेख इरफान एक कुख्यात अपराधी है. जिसने दिसंबर 2021 में इंदौर निवासी एक युवती को विवाह का झांसा देते हुए बेहोशी की दवाई पीलाकर अमरावती लाया और यहां पर अपने सहयोगी आमीर खान के साथ मिलकर इस युवती पर दुराचार किया. इस मामले में इंदौर के आजादनगर पुलिस थाने द्वारा शेख इरफान सहित चार लोगोें को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था और शेख इरफान करीब डेढ माह तक इंदौर पुलिलस की हिरासत में रहा. पश्चात उसे जमानत पर छोडा गया. लेकिन इंदौर पुलिस द्वारा इस बारे में अमरावती पुलिस को अलर्ट जारी करते हुए शेख इरफान पर नजर रखने की हिदायत दी गई थी. परंतु अमरावती शहर पुलिस ने इस अलर्ट की अनदेखी की, बल्कि शेख इरफान को समाजसेवी मानते हुए उसके साथ सहयोगात्मक रवैय्या रखा गया. जिसके चलते पुलिस से खुली छूट मिलने की वजह से शेख इरफान के हौसले बुलंद होते चले गये और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उमेश कोल्हे हत्याकांड जैसी जघन्य वारदात को अंजाम दिया.
भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने यह आरोप भी लगाया कि, शेख इरफान जैसे कुख्यात अपराधी को कोतवाली पुलिस थाने में कार्यरत रहनेवाले एक पुलिस कर्मी तथा कई राजनीतिज्ञों के साथ नजदिकी संबंध रखनेवाले एक धर्मगुरू का संरक्षण प्राप्त है. इन दोनों की भूमिका को भी जांचा जाना चाहिए और उन्हें भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए. इसके अलावा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने यह भी कहा कि, कई तरह की अपराधिक वारदातों में लिप्त रहनेवाले आरोपियों ने अमरावती शहर सहित जिले को अपनी आश्रयस्थली बना रखा है. ऐसे अपराधियों की खोजबीन करने के साथ-साथ उन्हें आसरा देनेवाले लोगोें की भी खोजबीन होनी चाहिए.