अमरावती प्रतिनिधि/दि.११ – जिले में कोरोना संसर्ग ने सिर उठा लिया है, ऐसा रहते समय मध्यवर्ती जेल में कोरोना हद्दपार होने की सच्चाई सामने है. वर्तमान स्थिति में जेल में एक भी कैदी कोरोना संक्रमित नहीं है. गृह विभाग के कडे उपायों पर अमल के तौर पर जेल कोरोना मुक्त हुआ है. 1 मई 2020 से जनवरी 2021 के बीच जेल में 165 कैदी संक्रमित पाये गए है. एक कर्मचारी और एक कैदी इस तरह दो की कोरोना से मौत हो चुकी है.
गृह विभाग के जेल प्रशासन ने कैदी व कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण की लागन न हो इसके लिए 30 अप्रैल 2020 से कडी नियमावलि लागू की है. इसमें अधिकारी, कर्मचारियों को ड्युटी एक के बाद एक निभानी पड रही है. लगातार 15 दिन ड्युटी करने के बाद आगामी 15 दिन दूसरे अधिकारी, कर्मचारी कर्तव्य निभा रहे थे. साथ ही नये कैदी जेल में प्रवेश करते ही पहले कोरोना टेस्ट, अस्थायी जेल में 14 दिन क्वारेंटाइन उसके बाद पुराने जेल में प्रवेश दिया जाता था. आज भी यहीं नियमावली शुरु है. प्रवेश व्दार पर सैनेटायजर, हैंडवॉश, सुरक्षित शारीरिक दूरी, भीड टालना आदि नियमों का तंतोतंत पालन करने में जेल प्रशासन सफल हुआ है. इस कारण फिलहाल 1 हजार 84 कैदी संख्या रहते भी एक भी संक्रमित कैदी नहीं मिला है. इसमें महिला कैदी 21 तथा 1 हजार 63 पुरुष कैदी बंदीस्त रहने की जानकारी है.
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नियमित स्वास्थ्य जांच
जेल के अस्पताल में कैदियों की नियमित जांच शुरु है. भितर स्वतंत्र अस्पताल है. यहीं पर कैदियों पर प्राथमिक इलाज किये जाते है. अप्रैल से अब तक कैदियों की नियमित जांच की जा रही है. सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण पाये जाते ही आगे जिला सरकारी अस्पताल में कैदियों को इलाज के लिए भेजा जाता है. हर एक कैदी के स्वास्थ्य की निगाह बरती जाने से जेल में कोरोना काफी समय तक नहीं टीक पाया. जेल में हर कैदी को मास्क अनिवार्य किये जाने की जानकारी जेल के वैद्यकीय अधिकारी एफ .आय थोराते ने दी.
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यह उपाय रहे लाभदायक
– नये कैदियों की कोरोना टेस्ट बंधनकारक
– नये कैदियों को 14 दिन क्वारेंटाइन
– रिश्तेदारों की कैदियों के साथ भेंट नहीं
– कैदियों को बाहरी कपडे, स्वेटर लेने पर मनाई
– कैदियों की दिनचर्या के दौरान भीड न होने देने का नियोजन
– बैरेक में भी सोशल डिस्टेसिंग का पालन
– सैनेटायजर का इस्तेमाल, हैंडवॉश, फिजिकल डिस्टेसिंग को प्राथमिकता.